G News 24 : नवी मुंबई में बहुमंजिला इमारत गिरी,कई लोग मलबे में दबे !

 राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है...

नवी मुंबई में बहुमंजिला इमारत गिरी,कई लोग मलबे में दबे !

नवी मुंबई।  शहर के शाहबाज गांव में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां पर एक तीन मंजिला इमारत गिर गई है। इमारत गिरने के बाद मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक दो लोगों को जिंदा मलबे से बाहर निकाला जा चुका है। फिलहाल मौके पर NDRF, पुलिस, अग्निशमन दल और नगरपालिका के अधिकारी पहुंच गए हैं। वहीं राहत और बचाव का कार्य तेजी से किया जा रहा है। पूरी घटना सेक्टर 19, बेलापुर शाहबाज गांव की बताई जा रही है। 

सुबह 4:50 बजे हुआ हादसा

फायर विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह 4 बजकर 50 मिनट पर उन्हें इमारत गिरने की जानकारी मिली थी। सूचना मिलने के बाद हमारी टीम यहां पर पहुंची, जिसके बाद हमने देखा कि दो लोग फंसे हुए थे। सैफ अली और रुख्सार खातुन को हमने जीवित बाहर निकाल लिया है। मोहम्मद सिराज नाम का एक शख्स अभी भी लापता चल रहा है, जिसकी तलाश की जा रही है। कई टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। 

सिर्फ 10 साल पुरानी थी इमारत

इसके अलावा नवी मुंबई नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि इमारत गिरने की सूचना हमें मिली तो हम यहां पर पहुंचे। इसमें तीन दुकानें और 13 फ्लैट थे। अभी तक 52 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। इसके अलावा दो लोगों को रेस्क्यू करके बाहर निकाला गया। अभी भी जो लोग फंसे हुए हैं उनको बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। जो लोग सुरक्षित हैं उनको रेस्क्यू शेल्टर में भेज दिया गया है। इसके अलावा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिल्डिंग अभी 10 साल ही पुरानी बताई जा रही है। हालांकि इस घटना के पीछे क्या वजह रही इसकी जांच की जा रही है।

G News 24 : चंद्रयान-3 की सफलता के बाद,ISRO एक बार फिर रचने जा रहा इतिहास !

 भारत का लाल 400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में लहराएगा तिरंगा ...

चंद्रयान-3 की सफलता के बाद,ISRO एक बार फिर रचने जा रहा इतिहास !

भारतीय अंतरीक्ष एजेंसी (इसरो) अगस्‍त महीने में इतिहास रचने जा रहा है. इसको लेकर अंतरिक्ष मंत्री जितेंद्र सिंह सिंह ने खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का एक गगनयात्री अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा करेगा.  यह इसरो, नासा और एक निजी कंपनी, Axiom Space, के बीच एक संयुक्त मिशन होगा. इस मिशन के लिए इसरो ने Axiom Space के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. यह मिशन अगस्त 2024 में फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जा सकता है.

नासा में ट्रेनिंग लेंगे भारतीय गगनयात्री

यह जवाब तृणमूल कांग्रेस के विधायक सौगत रॉय के लोकसभा प्रश्न पर आया, जिसमें उन्होंने 'एक्सिओम-4 मिशन', अंतरिक्ष यात्रियों और गगनयान मिशन के बारे में पूछा था. मंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी और एक्सिओम स्पेस ने आईएसएस के लिए गगनयान मिशन के लिए एक आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसे फ्लोरिडा में एजेंसी के कैनेडी स्पेस सेंटर से अगस्त 2024 से पहले लॉन्च करने का लक्ष्य रखा गया है.

तीन सदस्यों के चालक दल को तीन दिन के लिए स्पेस में भेजा जाएगा

गगनयान इसरो का बड़ा मिशन है, जिसमें तीन सदस्यों के चालक दल को तीन दिन के लिए स्पेस में भेजा जाएगा. मिशन में 400 कि.मी. की कक्षा में प्रक्षेपित करके और उन्हें भारतीय समुद्री जल में उतारा जाएगा. चंद्रयान और आदित्य एल-1 की सफलता के बाद ये मिशन इसरो को और बुलंदियों पर पहुंचाएगा. गगनयान भारत का पहला मानव मिशन होगा. 

गगनयान मिशन के लिए ऐसे  हुआ सिलेक्शन !

मिशन का हिस्सा बनने के लिए बड़ी संख्या में पायलट्स ने ऐप्लिकेशन दीं थीं. इनमें से 12 ने बेंगलुरु में सितंबर 2019 में पहले लेवल का सिलेक्शन प्रोसेस पूरा किया. यह चयन वायुसेना के तहत आने वाले इंस्टिट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन (IAM) की ओर से किया गया. इसके बाद कई सिलेक्शन राउंड हुए और आखिर में IAM और इसरो ने अंतिम चार को सिलेक्ट किया. 

जून 2019 में ISRO और रूस की स्पेस एजेंसी के बीच पायलट्स की ट्रेनिंग के लिए करार हुआ था. इसके बाद इन चारों पायलट्स को 2020 में शुरुआती ट्रेनिंग के लिए रूस के यूरी गागरिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर भेजा गया. वहां पर फरवरी 2020 से मार्च 2021 तक इनकी ट्रेनिंग हुई. उसके बाद से चारों को कई एजेंसियों और सशस्त्र बल की ओर से ट्रेनिंग दी जा रही है. इसरो अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (HSFC) को प्रशिक्षण के लिए विभिन्न सिमुलेटरों से लैस करने पर काम कर रहा है. वे फिट रहने के लिए IAF के साथ नियमित रूप से उड़ान भरना जारी रखते हैं.

चार पायलटों को गगनयान मिशन के लिए गया चुना

आईएसएस मिशन के लिए गगनयात्री चार भारतीय वायुसेना पायलटों में से एक होंगे, जिन्हें गगनयान मिशन के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. सभी चार अंतरिक्ष यात्रियों ने रूस में प्रशिक्षण लिया था. मंत्री ने बताया कि वर्तमान में भारतीय अंतरिक्ष यात्री गगनयान मिशन के लिए बेंगलुरु में इसरो के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण सुविधा में प्रशिक्षण ले रहे हैं. जानें इन चारों गगनयात्रियों के नाम और उनके बारें में....

ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर

केरल के पलक्कड जिले में नेनमारा के रहने वाले हैं. उन्होंने रूस में स्पेस फ्लाइट मिशन की ट्रेनिंग ली है. वह NDA से ग्रैजुएट हैं और एयरफोर्स अकैडमी में Sword of Honour से सम्मानित हुए. वह 19 दिसंबर 1998 में एयरफोर्स में बतौर कमिशंड अफसर शामिल हुए. वह Cat A कैटिगरी के फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं. उन्हें 3 हज़ार घंटों से ज्यादा उड़ान का अनुभव है. उन्हें सुखोई, मिग-21, मिग-29, हॉक, डॉर्नियर, एएन-32 समेत तमाम तरह के विमानों को उड़ाने का अनुभव है. वह अमेरिका के ऐलबामा में यूएस एयर कमांड ऐंड स्टाफ कॉलेज से फर्स्ट रैंक के साथ ग्रैजुएट हैं. वह सुखोई स्क्वॉड्रन की अगुआई भी कर चुके हैं. 

नायर के पड़ोस में रहने वाली बुजुर्ग महिला ने उनके बचपन को बताया कि प्रशांत बहुत अच्छा बच्चा है...मैं उसे तब से जानती हूं जब वह चार या पांच साल का था. मुझे यकीन था कि वह अच्छे पद पर पहुंचेंगे. लेकिन यह उपलब्धि मेरी उम्मीदों से परे है. नेनमारा के विधायक ने कहा कि लोगों का उत्साह शब्दों से परे है. प्रशांत अब न सिर्फ केरल, बल्कि पूरे देश का गौरव बन गए हैं.

ग्रुप कैप्टन अजित कृष्णन

तमिलनाडु के चेन्नै में 19 अप्रैल 1982 को जन्म हुआ. वह भी एनडीए के छात्र रह चुके हैं और एयरफोर्स अकैडमी में राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक और Sword of Honour से सम्मानित हो चुके हैं. वह वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में 21 जून 2003 को शामिल हुए. ग्रुप कैप्टन अजित कृष्णन को 2900 घंटों का उड़ान अनुभव है. वह फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं. कृष्णन भी सुखोई-30 MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर, डॉर्नियर और एएन-32 जैसे कई विमान उड़ाने का अनुभव है. वह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन के छात्र भी रह चुके हैं.

ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप

ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप का जन्म 17 जुलाई 1982 को प्रयागराज में हुआ था. वह NDA के पूर्व छात्र हैं और 18 दिसंबर 2004 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमिशन हुए थे. अन्य गगनवीरों की तरह ग्रुप कैप्टन अंगद भी फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं. उन्हें करीब 2000 घंटों का उड़ान अनुभव है. ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप ने कई प्रकार के विमान जैसे- सुखोई-30 MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर, एएन-32 उड़ाए हैं.

विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला

विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला का जन्म यूपी के लखनऊ में 10 अक्टूबर 1985 को हुआ था. वह भी गगनयान मिशन में शॉर्टलिस्ट हुए अन्य प्रतिभागियों की तरह एनडीए के पूर्व छात्र हैं. विंग कमांडर शुक्ला 17 जून 2006 को वायु सेना की फाइटर स्ट्रीम में कमिशन हुए. वह फाइटर कॉम्बैट लीडर और टेस्ट पायलट हैं. उन्हें करीब 2000 घंटों का उड़ान अनुभव है. विंग कमांडर शुक्ला ने सुखोई-30 MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर, एएन-32 जैसे कई विमान उड़ाए हैं. इन्होंने रूस की राजधानी मॉस्को के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग हासिल की है.

G News 24 : भारतीय सेना ने कुपवाड़ा में पाकिस्तानी BAT टीम का हमला किया नाकाम !

 PAK का एक जवान ढेर-दो जख्मी...

भारतीय सेना ने कुपवाड़ा में पाकिस्तानी BAT टीम का हमला किया नाकाम !

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में हुए हमले को लेकर सेना का बड़ा बयान दिया सामने आया है. सेना का कहना है कि यह पाकिस्तानी सेना का हमला था. उन्होंने कहा कि  इस हमले में एक पाकिस्तानी कर्मी मारा गया और दो घायल हो गए.

बता दें कि आतंकियों के एक समूह को भारतीय क्षेत्र में घुसने में पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम मदद कर रही थी. तभी  सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों का आतंकियों से सामना हुआ. इसमें सेना के 3 जवान घायल हो गए. इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है. आशंका जताई जा रही है कि कुछ आतंकी जंगल की तरफ भाग गए हैं.  जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ हफ्तों से जम्मू-कश्मीर के किसी न किसी जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो रही है. सेना ने हाल में ही LOC पर घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम भी किया था.

तीन दिनों में दूसरी मुठभेड़

पिछले तीन दिनों में कुपवाड़ा में ये दूसरी मुठभेड़ है. ये मुठभेड़  कुमकरी इलाके में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान हुई.  संभावित आतंकवादी गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने कुमकरी इलाके में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया था. सुरक्षाबलों को आज यहां पर आतंकियों के छुपे हुए होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद ये ऑपरेशन शुरू हुआ था. इसमें तीन सेना के जवान घायल हो गए हैं.  

23 जुलाई को भी हुई थी मुठभेड़

सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच कुपवाड़ा में मंगलवार (23 जुलाई) को भी मुठभेड़ हुई थी. आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों और आतंकियों का सामना हो गया था. इसके बाद इलाके में एनकाउंटर शुरू हो गया था. इसमें सेना का एक जवान शहीद हो गया था. जबकि सुरक्षाबलों ने एक आतंकवादी को वहीं ढेर कर दिया था.  बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी जिलों के ऊपरी इलाकों में 40 से 50 पाकिस्तानी आतंकी छुपे होने की जानकारी सामने आई है. इसके बाद से ही  सुरक्षा बलों ने उन्हें पकड़ने अभियान चला रखा है. 

G News 24 : नीति आयोग की बैठक आज,बैठक का विपक्षी मुख्यमंत्रियों ने किया है बहिष्कार लेकिन ममता होंगी शामिल !

 'INDIA' गठबंधन से अलग राह पर ममता...

नीति आयोग की बैठक आज,बैठक का विपक्षी मुख्यमंत्रियों ने किया है बहिष्कार लेकिन ममता हुई शामिल !

                                                                                फाइल फोटो 

नई दिल्ली। शनिवार को नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की 9वीं बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. गवर्निंग काउंसिल में सभी राज्यों राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उप राज्यपाल और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं. पीएम मोदी नीति आयोग के चेयरमैन हैं.

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कई विपक्षी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बजट में भेदभाव का आरोप लगाते हुए बैठक के बहिष्कार का ऐलान किया है. बहिष्कार करने वाले मुख्यमंत्रियों में तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ-साथ आम आदमी पार्टी की अगुवाई वाली पंजाब और दिल्ली सरकार शामिल हैं. इसके अलावा कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने भी बैठक में शामिल न होने का फैसला किया है.

बैठक में शामिल होंगी ममता बनर्जी

इसके उलट पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी बैठक में शामिल हुई.  बनर्जी ने कहा कि इन नेताओं की आवाज को एक साझा मंच पर उठाया जाना चाहिए. इसके साथ ममता ने मांग की कि नीति आयोग को खत्म कर देना चाहिए और फिर से योजना आयोग को फिर से बहाल किया जाना चाहिए. 

इसी बीच बीजू जनता दल (बीजद) के सांसद सस्मित पात्रा ने विपक्षी दलों के नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने के निर्णय का समर्थन किया है और केंद्र पर राज्यों को बजट में उनका हिस्सा देने से इनकार करने का आरोप लगाया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की सांसद महुआ मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य के हितों का ध्यान रखते हुए फैसला करेगी. 

बैठक में विकसित भारत से जुड़े दृष्टिकोण पत्र पर होगी  चर्चा 

आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस बैठक में विकसित भारत से जुड़े दृष्टिकोण पत्र पर चर्चा होगी. बयान के मुताबिक, इस बैठक का उद्देश्य केंद्र एवं राज्य सरकारों के बीच सहभागी संचालन और सहयोग को बढ़ावा देना, वितरण तंत्र को मजबूत करके ग्रामीण और शहरी दोनों आबादी के लिए जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना है. बैठक में पिछले साल दिसंबर में आयोजित मुख्य सचिवों के तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की सिफारिशों पर भी गौर किया जाएगा. 

इस समिट के दौरान पांच प्रमुख विषयों पेयजल पहुंच, मात्रा और गुणवत्ता; बिजली गुणवत्ता, दक्षता और विश्वसनीयता; स्वास्थ्य पहुंच, सामर्थ्य और देखभाल की गुणवत्ता; स्कूली शिक्षा पहुंच और गुणवत्ता और भूमि और संपत्ति पहुंच, डिजिटलीकरण, पंजीकरण और उत्परिवर्तन पर सिफारिशें की गईं थीं.

दिल्ली पहुंचे बीजेपी शासित प्रदेशों के सीएम

बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है. बैठक 9 बजे से शुरू होगी. बैठक में यूपी, असम, एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पूर्वोत्तर के सभी 8 राज्यों, उत्तराखंड, महाराष्ट्र समेत सभी बीजेपी शासित राज्यों और एनडीए की सरकार वाले राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे. 

G News 24 : कारगिल से PAK को PM मोदी की चेतावनी ,आतंक को पूरी ताकत से कुचलेंगे !

करगिल विजय दिवस के मौके पर आज पूरा देश उन वीर जवानों को याद कर रहा है...

कारगिल से PAK को PM मोदी की चेतावनी ,आतंक को पूरी ताकत से कुचलेंगे ! 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (26 जुलाई) को केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के द्रास में पहुंचे. यहां पर उन्होंने कारगिल विजय दिवस के मौके पर वॉर मेमोरियल पहुंचकर पाकिस्तान के खिलाफ जंग में शहीद होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने कारगिल से पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि उसके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. 1999 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की याद में आज देशभर में कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है. 

पीएम मोदी ने लद्दाख में शिंकुन ला सुरंग परियोजना की भी पहले ब्लास्ट के साथ शुरुआत की. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, यह परियोजना लेह को सभी मौसम में संपर्क प्रदान करेगी और पूरी होने पर यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी. पिछले कुछ वर्षों में सरकार लद्दाख में बहुत ज्यादा फोकस कर रही है. यहां पर कई प्रमुख सड़कों की मरम्मत की गई है और नई सड़कों और पुलों को बनाया गया है. 

देश की रक्षा की बाजी लगाने वालों के नाम रहते हैं अमिट: पीएम मोदी

कारगिल में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिये गए बलिदान अमर होते हैं. दिन, महीने वर्ष गुजरते हैं, दशक गुजरते हैं और सदियां भी गुजर जाती हैं. मगर राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वाले लोगों के नाम अमिट रहते हैं. कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था, हमने ‘सत्य, संयम और सामर्थ्य’ का अद्भुत परिचय दिया था.

'मातृभूमि की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले शहीदों को करता हूं नमन'

पीएम मोदी ने कहा, "मेरा सौभाग्य है कि कारगिल युद्ध के समय मैं एक सामान्य देशवासी के रूप में अपने सैनिकों के बीच था. आज जब मैं फिर कारगिल की धरती पर हूं, तो स्वाभाविक है कि वो स्मृतियां मेरे मन में ताजा हो गई हैं. मुझे याद है कि किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर, इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया था. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने कारगिल में मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया.

पाकिस्तान ने दिखाया था अविश्वासी चेहरा: पीएम मोदी

पाकिस्तान पर बरसते हुए पीएम मोदी ने कहा, "कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था, हमने 'सत्य, संयम और सामर्थ्य' का अद्भुत परिचय दिया था. आप जानते हैं, भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था. बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया, लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई.

आतंक के सरपरस्तों के नापाक मंसूबे नहीं होंगे कामयाब: पीएम मोदी

पड़ोसी मुल्क की आतंकी हरकतों को उजागर करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए, उसे मुंह की खानी पड़ी है, लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है. वो आतंकवाद के सहारे, प्रॉक्सी वॉर के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा, "मगर आज मैं उस जगह से बोल रहा हूं, जहां आतंक के आकाओं को सीधे सुनाई पड़ रही है. मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे.

आतंक को पूरी ताकत से कुचलेंगे: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति अपनाने की बात की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को हमारे जांबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे. दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. लद्दाख हो या फिर जम्मू-कश्मीर, विकास के सामने आ रही हर चुनौती को भारत परास्त करके ही रहेगा.

पीएम मोदी ने कहा कि कुछ ही दिन बाद 5 अगस्त को आर्टिकल 370 का अंत हुए 5 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर आज नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है. जम्मू-कश्मीर की पहचान G-20 जैसी ग्लोबल समिट की अहम बैठक करने के लिए हो रही है. इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में पर्यटन के क्षेत्र में भी इजाफा हो रहा है.

लद्दाख के विकास को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आज लद्दाख में भी विकास की नई धारा बनी है. शिंकुन ला टनल के निर्माण का काम आज शुरू हुआ है. इसके जरिए लद्दाख पूरे साल, हर मौसम में देश से कनेक्टेड रहेगा. ये टनल लद्दाख के विकास और बेहतर भविष्य के लिए नई संभावनाओं का नया रास्ता खोलेगी.

G News 24 : इमरान के 39 सांसदों को मिली मान्यता तो शरीफ को सताने लगा डर !

 पाकिस्तान में इमरान की पार्टी हुई बैक...

इमरान के 39 सांसदों को मिली मान्यता तो शरीफ को सताने लगा डर !

पाकिस्तान की राजनीति में नया भूचाल आने वाला है. इमरान खान की जिस पीटीआई को पाकिस्तान में खत्म मान लिया गया था, उसके 39 सांसदों को मान्यता मिल गई है. सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद पाकिस्तान चुनाव आयोग ने सांसदों को मान्यता दी है. पाकिस्तान की संसद में अब इमरान खान के सांसद दहाड़ते नजर आएंगे. ऐसी स्थिति में नवाज शरीफ को डर सताने लगा है, क्योंकि एक बार फिर पाकिस्तान में इमरान की पॉपुलैरिटी बढ़ने वाली है. 

पाकिस्तान में हुए चुनाव के दौरान इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ को सस्पेंड कर दिया गया था. इसके बाद इमरान ने अपने नेताओं को निर्दलीय मैदान में उतार दिया था, 80 उम्मीदवारों ने जीत भी दर्ज की थी, लेकिन ये सांसद कभी पीटीआई के बैनर तले नहीं दिखे. अब सुप्रीम कोर्ट ऐसा फैसला सुनाया है, जिसके बाद इमरान के सांसद और विधायकों को सदनों में पार्टी का नाम इस्तेमाल करने की छूट मिल गई है. 

सभी पीटीआई सांसदों को मिलेगी मान्यता

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गुरुवार को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने 39 सांसदों को पीटीआई सांसद के तौर पर मान्यता दे दी है. पाकिस्तान के डॉन न्यूज के मुताबिक, ये सभी सांसद पाकिस्तान नेशनल असेंबली के लिए रिजर्व सीटों पर जीतकर आए थे. इस फैसले के बाद पाकिस्तान की संसद में अब पीटीआई को संसदीय दल के रूप में मान्यता मिल गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, 80 में से बचे सांसदों को भी अगले 15 दिनों के भीतर पीटीआई सांसद के तौर पर मान्यता दे दी जाएगी. 

इमरान को सता रहा हत्या का डर

दूसरी तरफ इमरान खान को अपनी हत्या होने का डर सता रहा है. इमरान ने लाहौर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि 'बंदियों को नागरिक अदालतों के अधिकार क्षेत्र में रहना चाहिए. लेकिन 9 मई की हिंसा के बाद ऐसा लगता है कि मुझे सेना को सौंपने की तैयारी थी.' इमरान खान ने कहा कि जनरल हेडक्वार्टर पर विरोध प्रदर्शन भड़काने का उन पर झूठा आरोप साजिश के तहत लगाया गया है. इमरान ने 9 मई की हिंसा को झूठा 'दुष्प्रचार अभियान' बताया है. उन्होंने कहा कि इसके असली अपराधी वे हैं, जिन्होंने घटना की सीसीटीवी फुटेज चुराई है. 

G News 24 : गलती से भी कांवड़ियों के सेंटीमेंट के साथ खिलवाड़ न हो,इसलिए लिया गया था निर्णय

'लाखों-करोड़ों कांवड़िये पूरी आस्था और श्रद्धा से गंगाजल लेकर पैदल मीलों चलते हैं... 

गलती से भी कांवड़ियों के सेंटीमेंट के साथ खिलवाड़ न हो,इसलिए लिया गया था निर्णय 

कांवड यात्रा के रूट पर पड़ने वाली दुकानों पर मालिक के नाम की नेप्लेट लगाए जाने के अपने आदेश का उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बचाव किया. राज्य सरकार ने कोर्ट में कहा कि ये आदेश यह सुनिश्चित करने के लिए दिए गए कि कांवड़ियों की भावनाएं आहत न हों और शांति भी बनी रहे. सरकार ने कहा कि इसका मकसद कांवडियों के साथ पारदर्शिता रखना था और उनकी धार्मिक आस्थाओं को यह ध्यान रखते हुए दिया गया कि गलती से भी उनके सेंटीमेंट के साथ खिलवाड़ न हो.

सरकार ने कहा कि लाखों-करोड़ों कांवड़ियें नंगे पैर गंगा का पवित्र लेकर मीलों पैदल चलते हैं और अगर ऐसे मे कोई ऐसी चूक हो जाती है तो इससे स्थिति बिगड़ सकती है. सरकार ने इस बात पर भी जोर दिया कि निर्देशों को लेकर कोई भेदभावपूर्ण रवैया नहीं रखा गया, बल्कि कांवड़ यात्रा रूट पर पड़ने वाली सभी दुकानों पर यह निर्देश दिया गया था. 

लोगों की सेफ्टी है ये निर्देश देने का मकसद, यूपी सरकार ने SC को बताया

सरकार ने आगे यह कहा कि नेप्लेट लगाने के निर्देश देने के पीछे का मकसद कांवड़ यात्रा के दौरान शांति बनाए रखना और पब्लिक की सेफ्टी भी था. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में कांवड़ियों के शामिल होने को देखते हुए सांप्रदायिक तनाव की संभावना को देखते हुए सार्वजनिक सुरक्षा और सुव्यवस्था का ध्यान रखना भी सरकार जिम्मेदारी है. यह जरूरी है कि शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण यात्रा के लिए पहले से ही उपाय किए जाएं.

पहले जैसी घटनाएं न हों और शांतिपूर्ण हो कांवड़ यात्रा, यूपी सरकार ने कहा

सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पहले ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें खाने को लेकर गलतफहमी के चलते तनाव जैसा माहौल पैदा हो गया था. ऐसी स्थितियों से बचने के लिए यह निर्देश दिए गए. सुप्रीम कोर्ट ने 22 जुलाई को नेप्लेट लगाने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले पर रोक लगा दी थी.

नेप्लेट लगाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते, सुप्रीम कोर्ट ने कहा

सरकार के फैसले के खिलाफ एक एनजीओ एसोसिएशन ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स और तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने याचिका दाखिल की थी. इन याचिकाओं पर जस्टिस ऋषिकेश रॉय और जस्टिस एसवीएन भट्टी की बेंच ने अंतरिम रोक लगाते हुए कहा था कि दुकान पर मांसाहारी या शाकाहारी लिखने के लिए कह सकते हैं, लेकिन नेप्लट लगाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं.