पेयजल एवं सीवर संधारण के कार्य में कोई लापरवाही न पाई जाए...
गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या नहीं होना चाहिए : निगमायुक्त
ग्वालियर। नगरीय क्षेत्र में गर्मी के मौसम में पेयजल की कहीं भी दिक्कत न आए। मोटर संधारण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ किया जाए। इसके साथ ही पानी के अपव्यय को रोकने के लिये भी प्रभावी कार्रवाई की जाए। नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने गुरुवार को पेयजल एवं सीवर संधारण कार्य की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए हैं। नगर निगम के बाल भवन में आयोजित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की विभागीय बैठक में पेयजल वितरण, सीवर संधारण, जल गंगा संवर्धन अभियान की विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में अपर आयुक्त मुनीष सिकरवार, विजय राज सहित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री, उपयंत्री के साथ ही सीवर एवं पानी की मोटर संधारण से संबंधित ठेकेदार भी उपस्थित थे।
निगम आयुक्त संघ प्रिय ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल वितरण की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। कार्ययोजना तैयार करने से पूर्व सभी मैदानी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र की स्थिति का आंकलन करें, उसी अनुरूप कार्ययोजना तैयार हो। गर्मी के मौसम में पानी की मोटर खराब होने पर तत्परता से सुधार का कार्य हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए। ठेकेदारों के साथ विभागीय अधिकारी समन्वय स्थापित कर कार्य को तत्परता से कराना सुनिश्चित करें।
निगम आयुक्त संघ प्रिय ने यह भी निर्देशित किया है कि शहर में पेयजल का अपव्यय न हो, इसके लिये भी ठोस रणनीति बनाकर कार्य किया जाए। बल्क कनेक्शनधारियों के साथ ही अन्य ऐसे संस्थान जहाँ पर पानी का अपव्यय होता है उनका चिन्हांकन कर नियमानुसार कार्रवाई की जाए। पेयजल वितरण के दौरान विभाग के मैदानी अधिकारी मैदान में रहकर वितरण व्यवस्था बेहतर हो, यह सुनिश्चित करें। निगम आयुक्त संघ प्रिय ने सीवर संधारण के कार्य को भी सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरसात से पूर्व सीवर सफाई का कार्य तेजी से किया जाए, ताकि बरसात के दौरान कहीं पर भी दिक्कत नहीं आए।
सीवर संधारण के कार्य में भी ठेकेदार और विभागीय अधिकारी आपसी सामंजस्य स्थापित कर शिकायातों का निराकरण तत्परता से कराएं। निगम आयुक्त संघ प्रिय ने प्रदेश सरकार द्वारा संचालित जल गंगा संवर्धन अभियान की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जल संवर्धन के कार्य हाथ में लें। शहर के तालाबों, कुओं, बावड़ियों और अन्य जल संरचनाओं में जल संरक्षण के लिये कार्य करने हेतु विधानसभावार कार्ययोजना तैयार कर कार्य किए जाएं। अभियान के तहत ही गर्मी के मौसम को देखते हुए शहर में आम लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो। इसके लिये शहर के प्रमुख स्थानों पर प्याऊ भी स्थापित किए जाएं। शहर के उद्यानों को और हरा-भरा बनाने के लिये विभागीय स्तर पर कार्य किया जाए।
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