हर हाल में 15 जून तक शेष घरों में कनेक्शन सहित एकल नल जल का काम पूर्ण कराने के दिए निर्देश...
मिशन मोड पर पूर्ण कराएं एकल नल जल योजनाओं का शेष काम :श्री नरहरि
ग्वालियर। हर घर में नल से जल के लिये कनेक्शन सहित निर्माणाधीन एकल नल योजनाओं के शेष काम मिशन मोड पर पूर्ण कराएं। हर हाल में शेष काम 30 जून तक पूरे हो जाना चाहिए, जिससे सरकार की मंशा के अनुरूप हर घर में लोगों को नल से पानी मिल सके। इस आशय के निर्देश प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी पी नरहरि ने दिए। श्री नरहरि ग्वालियर एवं दतिया जिले में जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन नल जल योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। ग्वालियर जिले में 467 एकल नल जल योजनाएं स्वीकृत हुईं थी । इनमें से 257 नल जल योजनाएं पूर्ण हो गईं है और इनसे संबंधित गाँव व मोहल्ले हर घर जल ग्राम घोषित हो चुके हैं।
शनिवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान , प्रमुख अभियंता (ईएनसी) लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के के सोनगरिया, मुख्य अभियंता आर एल एस मौर्य, अपर कलेक्टर कुमार सत्यम एवं ग्वालियर व दतिया जिले के विभागीय कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री व उप यंत्री तथा जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मौजूद थे।
प्रमुख सचिव पी नरहरि ने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए कि नल-जल योजना का काम पूरा कराने के लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का सहयोग करें। इस काम में मनरेगा, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा एवं अन्य मैदानी अधिकारी व कर्मचारियों को भी जवाबदेही सौंपें। उन्होंने निर्देश दिए कि दोनों जिलों में विशेष रणनीति बनाकर नल-जल योजनाओं का काम पूरा कराया जाए। श्री नरहरि ने पीएचई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि कहीं काम में दिक्कत हो तो वे कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ के ध्यान में लाएं। उन्होंने नल जल योजनाओं के काम में गुणवत्ता का ध्यान रखने पर विशेष बल दिया।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा कि नल जल योजनाओं की पाइप लाइन डालने के लिए गाँव में खोदी गई सड़कों को मूल स्वरूप में लाने का काम भी तेजी से किया जाए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर घर में कनेक्शन देने के लिए जरूरी आधार कार्ड मुहैया कराने में जिला प्रशासन पूरा सहयोग करेगा। प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने बैठक में मौजूद सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि सड़कों की मरम्मत कराकर मूल स्परूप में लाएं , अन्यथा ठेकेदारों सहित संबंधित सहायक यंत्री व उप यंत्रियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
संचालन व संधारण के लिए बनाई जा रही है नीति
प्रमुख सचिव पी नरहरि ने कहा कि पूर्ण हो चुकी नल-जल योजनाओं के संचालन व संधारण के लिये नीति निर्धारित की जा रही है। जिसमें ग्राम पंचायत व ग्राम सभाओं के अधिकारों का ध्यान रखा जाएगा। नीति में ऐसे प्रावधान होंगे जिससे ग्राम पंचायत, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह एवं ग्राम स्तरीय समितियों को मिलाकर एक ऐसा तंत्र विकसित हो , जिससे नल जल योजनाओं को तत्काल संधारण हो सके और दीर्घकाल तक नल-जल योजनाओं से हर घर में पेयजल की आपूर्ति होती रहे। साथ ही तकनीकी खराबी से कोई भी नल-जल योजना बंद न रहे।
जनप्रतिनिधियों को भी दिखाएं नल-जल योजनाओं के काम
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव श्री नरहरि ने जोर देकर कहा कि नल – जल योजनाओं में क्षेत्रीय नागरिकों की संतुष्टि सबसे महत्वपूर्ण हैं। इसलिए निर्माणाधीन नल-जल योजनाओं का काम क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अवश्य दिखाएं। साथ ही नल-जल योजनाओं का जिन लोगों को लाभ मिलना है, उन्हें भी विश्वास में लेकर काम को अंतिम रूप दें।
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