G News 24 : सेवा की भावना हमारी सरकार की नीति भी है और निष्ठा भी :प्रधानमंत्री मोदी

 “जो तू है सो मैं हूँ” ये विचार मेरे और तुम्हारे का भेद खत्म कर देता है....

सेवा की भावना हमारी सरकार की नीति भी है और निष्ठा भी :प्रधानमंत्री मोदी 

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ राष्ट्र को गुरु परंपरा के मूल्यों से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम भी सिद्ध होगी. उक्त विचार कार्यक्रम में मौजूद सीएम डॉ मोहन यादव ने इस अवसर पर व्यक्त किये . उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अशोकनगर जिले के ईसागढ़ तहसील में स्थित आनंदपुर धाम पहुंचे यहाँ उन्होंने श्री परमहंस अद्वैत मंदिर में पूज्य गुरु जी महाराज की पूजा-अर्चना कर देशवासियों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा, एकता और शांति की कामना की और आनंद सरोवर में पुष्प अर्पित किए।

आनंदपुर धाम में आयोजित आध्यात्मिक कार्यक्रम बहुत ही सादगी से परिपूर्ण था, मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मुख्य कार्यक्रम में संतों ने आशीर्वचन कहे, उन्होंने कहा भगवान का नाम ही सत्य है इसलिए आप सब गुरुमुख भगवान का नाम लें वही सत्य है बाकी सब झूठा है हम प्रधानमंत्री मोदी को सद्मार्ग पर चलने का आशीर्वाद देते हैं।

प्रधानमंत्री ने संबोधन देते हुए कहा कि आज दुनिया में भौतिक उन्नति के बीच मानवता के लिए युद्ध , संघर्ष, और मानवीय मूल्यों से जुड़ी बड़ी चिंताएं भी हमारे सामने हैं, इन चिंताओं, इन चुनातियों की जड़ में क्या है? इनकी जड़ में है अपने और पराये की मानसिकता, वो मानसिकता जो मानव को मानव से दूर करती है। आज विश्व भी सोच रहा है कि इनका समाधान कहाँ मिलेगा? इनका समाधान मिलेगा अद्वैत के विचारों में, अद्वैत यानि जहाँ कोई द्वैत नहीं है।

“जो तू है सो मैं हूँ” ये विचार मेरे और तुम्हारे का भेद खत्म कर देता है

मोदी ने कहा, अद्वैत यानि जीव मात्र में एक ही ईश्वर को देखने का विचार,  इससे भी आगे सम्पूर्ण सृष्टि को ईश्वर का स्वरुप देखने की सोच ही अद्वैत है। इसी अद्वैत सिद्धांत को परमहंस दयाल महाराज सरल शब्दों में कहते थे “जो तू है सो मैं हूँ” ये विचार मेरे और तुम्हारे का भेद खत्म कर देता है और ये विचार सब मान लें तो सारे झगड़े ही ख़त्म हो जायेंगे, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा सेवा से बड़ा कुछ नहीं है ये आनंदपुर धाम में आकर ये भी महसूस हो रहा है।

सेवा की भावना हमारी सरकार के हर प्रयास के केंद्र में

प्रधानमंत्री ने कहा, सेवा की यही भावना आज हमारी सरकार के हर प्रयास के केंद्र में है आज हर जरूरतमंद खाने की चिंता से मुक्त है, हर गरीब और बुजुर्ग इलाज की चिंता से मुक्त है, हर गरीब पक्के घर की चिंता से मुक्त हो रहा है, आज गाँव गाँव में पानी पहुंच रहा है,एम्स, आईआईटी, आईआईएम खुल रहे हैं गरीब के बच्चे भी इसमें पढ़ रहे हैं, पर्यावरण को बचाने एक पेड़ माँ के नाम योजना चल रही है देश इतना कुछ कर पा रहा है तो इसके पीछे हमारा सेवा भाव ही है।

सेवा की भावना हमारे व्यक्तित्व को भी निखारती है

मोदी ने कहा, गरीब और वंचित के उत्थान का संकल्प, सबका साथ सबका विकास का मंत्र, सेवा की ये भावना आज हमारी सरकार की नीति भी है और निष्ठा भी है , उन्होंने कहा जब हम सेवा के संकल्प से जुड़ते हैं तो हम केवल दूसरों का भला ही नहीं करते, सेवा की भावना हमारे व्यक्तित्व को भी निखारती है, हमारी सोच को व्यापक बनाती है,  सेवा हमें व्यक्तिगत दायरों से निकालकर समाज और राष्ट्र , मानवता के बड़े उदेश्य से जोड़ती है।

यह धरती साधारण नहीं है…

अशोकनगर के लिए संतों द्वारा कही बात दोहराते हुए बोले पीएम नरेंद्र मोदी "यहां शोक आने से डरता है, कहा "मुझे खुशी है कि मुझे यहां आने का सौभाग्य मिला।

सेवा की भावना हमारी सरकार की नीति भी है निष्ठा भी है

पीएम मोदी ने बताया मानव जीवन में सेवा का महत्व उन्होंने कहा जो तू है सो मैं हूं.."अद्वैत" की बात को लेकर श्री आनंदपुर धाम अशोकनगर में बोले पीएम नरेंद्र मोदी "यह विचार मेरे और तुम्हारे का भेद खत्म कर देता है"

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