G News 24 : एक राष्ट्र-एक चुनाव से देश तेजी से आगे बढ़ सकेगा : BJP जिलाध्यक्ष राजौरिया

 भाजपा ने किया एक राष्ट्र-एक चुनाव को जन आंदोलन बनाने का आव्हान !

एक राष्ट्र-एक चुनाव से देश तेजी से आगे बढ़ सकेगा : BJP जिलाध्यक्ष राजौरिया 

ग्वालियर। देश के विकास के लिए एक राष्ट्र- एक चुनाव जरूरी है इसके लिए देश की संसद के साथ आम सहमति आवश्यक है। देश के समग्र विकास और संसाधनों की बचत के लिए ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव की नीति आवश्यक है। बार-बार होने वाले चुनावों के कारण देश में विकास कार्य रूक जाते हैं, प्रशासनिक अमला चुनाव प्रक्रिया में व्यस्त हो जाता है और भारी मात्रा में धन खर्च होता है यदि देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएं तो इससे समय और संसाधनों की भरी बचत होगी और देश तेजी से आगे बढ़ सकेगा। उक्त बात भाजपा जिलाध्यक्ष  जयप्रकाश राजौरिया ने शनिवार को  ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव विषय पर केंद्रित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर रामेश्वर भदौरिया विनोद शर्मा आदि प् उपस्थित रहे।

एक राष्ट्र-एक चुनाव को बनाएं जन आंदोलन

श्री जयप्रकाश राजौरिया ने ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव को जन आंदोलन बनाने की बात कहीं और कहा कि इस विषय पर सिर्फ राजनीतिक दल ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों को भी जागरूक होकर अपनी सहमति प्रकट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब देश की ऊर्जा और पूंजी सही दिशा में लगेंगी, तो विकास कार्यों को और अधिक गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश में साल भर कहीं न कहीं चुनाव होते रहते हैं जिसकी वजह से विकास कार्य ठप हो जाता है। उन्होंने कहा कि ‘ एक राष्ट्र,एक चुनाव होने से विकास को पंख लगेंगे। सरकारी व्यवस्थाओं पर से बोझ कम होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव का जो सपना देखा है, उसे हम सब को मिल कर साकार करना है।

श्री राजौरिया ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने की सोच पहले ही लागू हो जानी चाहिए थी। यह राष्ट्रहित में एक दूरदर्शी निर्णय होगा। बार-बार चुनाव कराने से न केवल आर्थिक भार बढ़ता है, बल्कि मतदाताओं की भागीदारी और रुचि पर भी असर पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस विषय पर आमजन की राय हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से संकलित की जा रही है, जिसे महामहिम राष्ट्रपति को प्रेषित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का यह प्रस्ताव है कि देश की सभी विधानसभाओं और लोकसभा के चुनाव एक ही दिन या एक तय समयावधि के भीतर कराए जाएं। इससे चुनावी खर्च में भारी कटौती संभव होगी।

उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव भारत सरकार द्वारा देश में सभी एक ही दिन या एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर विचाराधीन एक प्रस्ताव है, जिसका उद्देश्य चुनाव लागत में कटौती करना है। इसके सबसे उल्लेखनीय प्रस्तावों में से एक लोकसभा और सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों की राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराना है। यह विधेयक 17 दिसंबर 2024 को भारतीय संसद की लोकसभा में पेश किया गया था। भारत की स्वतंत्रता के बाद के कुछ आम चुनाव राज्य विधानसभा चुनावों के साथ-साथ आयोजित किए गए थे। हालांकि यह प्रथा 1967 तक जारी रही, लेकिन कुछ राज्य विधानसभाओं के समय से पहले भंग होने के कारण 1968 और 1969 में एक साथ चुनाव की प्रणाली बाधित हुई।

2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर बहुत सजग है। वह उस समय से जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, एक साथ चुनावों का समर्थन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इससे जनता के पैसे की बर्बादी कम होगी और विकास कार्यों का सुचारू प्रवाह सुनिश्चित होगा, जो अन्यथा आदर्श आचार संहिता लागू होने पर रुक जाता है। इस अवसर पर एक राष्ट्र, एक चुनाव के जिला सयोंजक रामेश्वर भदौरिया, जिला सह सयोंजक धर्मेन्द्र नायक, जिला महामंत्रीगण विनोद शर्मा, विनय जैन, राजू पलैया जिला मीडिया प्रभारी नवीन चौधरी उपस्थित रहे।

Reactions

Post a Comment

0 Comments