आज ये जानने की कोशिश करते हैं कि कब खत्म होगी दुनिया ...
अभी सिर्फ '5 दिन' है दुनिया की उम्र,ब्रह्मा का एक दिन चार युगों के 1000 चक्रों के बराबर होता है.
दुनिया कब वजूद में आई इसका कोई सटीक जवाब तो मुश्किल है लेकिन कहा जाता है कि लगभग 13.7 अरब साल पहले ये दुनिया बनी थी, जब बिग बैंग हुआ था. हालांकि यह भी सच है कि एक दिन यह सब कुछ खत्म भी हो जाएगा. ये सब कुछ कब नष्ट होगा इस बारे में भी कोई सटीक अनुमान नहीं हैं. हालांकि हर धर्म में कुछ निशानियां जाहिर की गई हैं. भारतीय पुराणों और मान्यताओं में भी इन चीजों का जिक्र मिलता है. तो चलिए जानते हैं.
भगवान ब्रह्मा के जीवनचक्र है संबंद्ध
भारतीय प्राचीन कथाओं के मुताबिक इस ब्रह्मांड का जीवन भगवान ब्रह्मा के जीवनचक्र से जुड़ा हुआ है. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मौजूद काशी विश्वनाथ मंदिर में एक खास जगह है, जिसे ब्रह्मा की चकरी या ब्रह्मा का टॉवर कहा जाता है. यह मंदिर के गुंबद के ठीक नीचे एक पीतल की थाली पर तीन हीरे जैसी छड़ें होने का विश्वास है. हर छड़ करीब 20 इंच ऊंची है. जब भगवान ने इस संसार की रचना की, तो उन्होंने 64 सुनहरी चक्रों को एक छड़ पर रखा. सबसे बड़ा चक्र नीचे था, उसके ऊपर थोड़ा छोटा चक्र और ऐसे ही ऊपर तक चक्र छोटे होते गए.
क्या है चक्रों का खेल
Wion में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इन चक्रों को तीसरी छड़ पर पहुंचाना होता है, लेकिन कुछ नियमों के साथ. एक बार में सिर्फ एक ही चक्र उठाया जा सकता है और कोई भी बड़ा चक्र कभी भी छोटे चक्र के ऊपर नहीं रखा जा सकता. बीच की छड़ सिर्फ सहायता के लिए इस्तेमाल होती है. मान्यता है कि मंदिर में पुजारी हर सेकंड, बिना रुके और बिना गलती किए, इस पहेली को हल करने का काम कर रहे हैं. जब यह सभी 64 चक्र तीसरी छड़ पर नियमों का पालन करते हुए पहुंच जाएंगे, तो उस दिन दुनिया का अंत हो जाएगा और एक जोरदार गर्जना के साथ संसार मिट जाएगा.
कब खत्म होगी दुनिया
हालांकि यह डरावना लग सकता है लेकिन गणना कहती है कि अगर हर सेकंड एक चक्र भी हिलाया जाए, तो इस पहेली को पूरा करने में 1,84,46,74,40,73,70,95,51,615 बार चक्रों को हिलाना पड़ेगा. इससे यह साबित होता है कि दुनिया के खत्म होने में अभी करीब 584 अरब साल लग जाएंगे.
भगवद गीता में ब्रह्मा का जीवन और ब्रह्मांड का समयचक्र
भगवद गीता में भी ब्रह्मा और ब्रह्मांड के जीवनकाल का जिक्र मिलता है. इसके मुताबिक ब्रह्मा का एक दिन चार युगों के 1000 चक्रों के बराबर होता है. सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग. यह मिलाकर 4.32 अरब सौर वर्षों का एक दिन होता है. ब्रह्मा का जीवन 100 ब्रह्मा वर्षों का होता है. जब ब्रह्मा का जीवन पूरा हो जाएगा, तब ब्रह्मांड का अंत भी हो जाएगा. हालांकि राहत की बात यह है कि अभी ब्रह्मा के जीवन का सिर्फ पांचवां दिन चल रहा है.
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