G.NEWS 24 : मुद्दा कोई भी हो और कितना ही बड़ा क्यों न हो, PM मोदी एक परफेक्शनिस्ट हैं

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मुद्दा कोई भी हो और कितना ही बड़ा क्यों न हो, PM मोदी एक परफेक्शनिस्ट हैं

पीओके पीएम नरेंद्र मोदी कतई परफेक्शनिस्ट व्यक्तित्व है, कोई भी मुद्दा हो और कितना ही बड़ा क्यों न रहे। शांति और धैर्य के साथ टेबल पर लेते है और प्री प्रोडक्शन अच्छी तरह से नहीं हो जाए, तब तक कलाकारों की कास्टिंग भी नहीं करते व फ्लोर पर जाने की बात तो दूर है। 

बीते दिनों विदेश मंत्री एस जयशंकर ब्रिटेन में थे और 5 मार्च 2025 को चैथम हाउस में उन्होंने पाकिस्तानी पत्रकार के संदर्भ में कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए तीन चरण हैं: 

  • 1. अनुच्छेद 370 हटाना वो हटा दिया
  • 2. घाटी में शांति लगभग हासिल है व आर्थिक विकास शरु हो गया
  • 3. और पीओके की वापसी। उन्होंने कहा कि आप चिंता न करें, पहले दो कार्य पूर्ण हो चुके है बस आख़िरी वाला पीओके भारत में शामिल होगा तो शांति पूरी होगी।

फिर क्या इसके बाद वैश्विक स्तर पर चर्चा शुरू हो चुकी है तो उधर पाकिस्तान में डर-भय का माहौल है। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद विंग कमांडर अभिनंदन केस के बाद पीएम इमरान और आर्मी चीफ की टाँगे काँप रही थी, बेशक कहते रहे कि सबसे पहले आपने घबराना नहीं है। 

खैर, विदेश मंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री के पिछले बयान सुने तो लगता है अब पीएम मोदी ने प्री प्रोडक्शन खत्म कर लिया और कलाकार भी कास्ट हो चले है तभी तो मौके मौके पर डायलॉगबाजी हो रही है। रक्षा मंत्री और गृह मंत्री के बाईट राजनीतिक मान सकते है लेकिन विदेश मंत्री ने वैश्विक मंच पर दो टूक कहा है न, पीओके मुद्दा फ्लोर पर जाने वाला है। 

धारा 370 हटाई थी तब विश्वभर से कोई आवाज़ नहीं उठी थी। इसे ही परफेक्शन कहते है। राजकुमार स्टाइल में कहेंगे तो जानी हम पीओके तो लेंगे और जरूर लेंगे, लेकिन वक्त भी हमारा होगा, हथियार भी। पीएम मोदी सेवानिवृत्त होंगे तब बहुत बड़ी लकीर खींचकर जाएँगे। बड़े बड़े मुद्दे शांति के साथ निपटा दिए है और उन लोगों को भी बताया है जो कहते थे इतने जन्म लेने पड़ेंगे।

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