इंदौर में छठ पूजा के लिए तीन तालाबों पर घाट बनाया जाएगा...
मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि असंभव को संभव करने वाला बिहार से आता है : CM
इंदौर। इंदौर में भाजपा ने पहली बार शनिवार को बिहार स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया है। कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद शामिल हुए। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी इंदौर पहुंचे हैं। सीएम यादव ने कहा कि मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि असंभव को संभव करने वाला बिहार से आता है। सीएम यादव ने कहा कि जब विधर्मी यहां आए तो परमार वंश के शासकों ने देश-धर्म बचाने के लिए पूर्वोत्तर में शरण ली। उन्होंने बिहार में शरण ली। इसलिए भोजपुरी भाषा में हमारा भी योगदान है। ऐसे कई ऐतिहासिक प्रमाण मिलेंगे।
हमारी चंबल नदी गंगा जी से मिलकर बिहार की तरफ यात्रा करती है। सोन नदी छत्तीसगढ़ होते हुए बिहार में प्रेम लुटाती है। जो जितना अच्छा होता है, उसके साथ चुनौतियां भी उतनी जुड़ती जाती है। हमारी तो एक खदान में हीरा है। आपके तो पूरे बिहार में हीरे ही हीरे भरे पड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने कहा कि यहां टीगरिया बादशाह और पिपल्याहाना तालाब पर 2 घाट बनना चाहिए। मैं घोषणा करता हूं कि इंदौर में छठ पूजा के लिए तीन तालाबों पर घाट बनाया जाएगा।
मेले का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सरकार की सहभागिता रहेगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कार्यक्रम में उपस्थित बिहार के लोगों से कहा कि इंदौर में रहें, इंदौर में जमे और बिहार को प्यार करें। खूब अच्छा काम करिए और मध्यप्रदेश के विकास में सहयोगी बनिए। अच्छे नागरिक के रूप में काम करें। अपने परिवार को थोड़ा टाइट करिए। बिहार सही रास्ता पर रहना चाहिए। रविशंकर प्रसाद ने इस अवसर पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चारा घोटाले में लालू जी को जेल भिजवाने वाला वकील भी मैं ही हूं।
एक तरफ लालू जी गरीबी की बात करके आगे बढ़े। उन्होंने क्या क्या किया आप सबको को मालूम है। जेल गए तो पत्नी मुख्यमंत्री फिर बेटा उपमुख्यमंत्री। बिहार की विधायक गायत्री देवी ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए मध्यप्रदेश का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं। आपकी भूमि ने बिहार के प्रवासी भाईयों और बहनों को कर्मभूमि दी। जावरा कंपाउंड स्थित बीजेपी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बिहार के लोगों ने शिरकत की है। कार्यक्रम में जय बिहार, जय पूर्वांचल के नारे भी लगे।
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