ग्वालियर में भी सक्रीय हो रही हैं ईसाई मिशनरीज़ !
धर्मांतरण के लिए जालंधर ले जाये जा रहे 18 मज़दूरों को पुलिस ने छुड़वाया
ग्वालियर। ग्वालियर. एमपी के 3 स्टेशनों से पुलिस ने 18 यात्रियों को दबोचा है। यह सभी लोग धर्मान्तरण के लिये पातालकोट्र एक्सप्रेस में बैठकर जालंधर जा रहे थे। कुछ लोगों ने इन्हें लालच दिया था कि यदि वह ईसाई धर्म अपना लेंगे तो उन्हें एक एक लाख रूपये मिलेंगे और साथ ही उनके बच्चों को क्रिश्चियन स्कूल में पढ़ाया जायेगा टौर उन्हें विदेश में नौकरी करने का अवसर मिलेगा।
इसी लालच में बुधवार को छिंदवाड़ा से ही बड़ी संख्या में लोग इस गिरोह के साथ पातालकोर्ट एक्सप्रेस ट्रेन से रवाना हुए थे, हालांकि पुलिस को सूचना मिलते ही घेराबंदी कर दी गयी ।सबसे पहले विदिशा के गंजबासौदा में ट्रेन रोककर 11 यात्रियों को उतार लिया गया है।
इसके बाद बीना स्टेशन पर 4 यात्रियों को सुरक्षित बचाया गया है। यहां यह पता चला कि कोच एस-1 में 3 यात्री और इसके बाद ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर पातालकोट एक्सप्रेस को 30 मिनट तक रोक कर सघन जांच की गयी। जिसके बाद 3 यात्रियों को दबोचा गया है। ग्वालियर जीआरपी ने इन तीनों यात्रियों को गंजबासौदा पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
बजरंग दल ने दिये थे इनपुट्स
ग्वालियर जीआरपी से मिले इनपुट्स के मुताबिक बुधवार को भोपाल पुलिस को बजरंग दल के पदाधिकारियों ने इनपुट्स दिये थे। छिंदवाड़ा से बड़ी संख्या में गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को धर्मान्तरण के लिये पंजाब के जालंधर चर्च ले जाया जा रहा है। वहां इन लोगों को पैसों का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जायेगा। सूचना देने वालों ने बताया कि छिंदवाड़ा के सेजनाथ सूर्यवंशी और विजयकुमार इन लोगों को लेकर पातालकोट एक्सप्रेस ट्रेन के एक-1, एस-2, एस-3, एस-4, एस-5 कोच में सवार है। इस पर भोपाल पुलिस सक्रिय हुई। लेकिन स्टेशन पहुंचने तक ट्रेन रवाना हो चुकी थी। इसके बाद आगे विदिशा के गंजबासौदा में पुलिस और जीआरपी को सूचना दी गयी।
गंजबासौदा स्टेशन पर ट्रेन को रोककर पुलिस ने 11 यात्रियों को पहचान कर हिरासत में लिया है। जिनमें सेजनाथ और विजय भी शामिल थें जब ट्रेन यहां से निकली तो पता कि कुछ और लोग अभी भी ट्रेन में सवार है और इसके बाद बीना स्टेशन पर पुलिस ने एस-4 से 4 यात्रियों को दबोचा है।
बीना स्टेशन पर भी पकड़े गए यात्री
बीना में पकड़े गए यात्रियों से पूछताछ के बाद पता चला कि ट्रेन में उनके तीन और साथी मौजूद हैं, जो एस-1 और एस-2 कोच में बैठे हैं। इसके बाद ग्वालियर पुलिस और जीआरपी को सूचना दी गई। रात 11:30 बजे जब पातालकोट एक्सप्रेस ग्वालियर पहुंची तो पुलिस ने घेराबंदी कर दी।पुलिस को देखकर धर्मांतरण के लिए जा रहे यात्री अन्य कोचों में छिपने की कोशिश करने लगे। करीब 30 मिनट तक पुलिस और जीआरपी ने ट्रेन की तलाशी ली और आखिरकार एस-5 कोच से तीन यात्रियों को पकड़ लिया। इनमें शामिल हैं,
- रितेश प्रकाश (37 वर्ष) – पिता का नाम जान प्रकाश, निवासी मिशन चर्च कंपाउंड
- मना विश्वकर्मा (45 वर्ष) – पिता का नाम फगनलाल, निवासी नोनिया करवल परतला
- राकेश (41 वर्ष) – पिता का नाम विजय नागवंशी, निवासी छिंदवाड़ा
लालच देकर धर्म परिवर्तन की कोशिश
पकड़े गए यात्रियों ने पुलिस को बताया कि सेजनाथ और विजय कुमार कुछ महीने पहले उनसे मिले थे। उन्होंने बताया था कि ईसाई धर्म अपनाने पर उन्हें कई फायदे होंगे, एक लाख रुपए मिलेंगे, उनके बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ाया जाएगा और वे विदेश जाने का अवसर पा सकेंगे। यही लोग उन्हें जालंधर, पंजाब के चर्च में ले जा रहे थे। आरोपियों ने यह भी बताया कि इससे पहले उन्हें फिरोजपुर के चर्च भी ले जाया जा चुका है। इस मामले में ग्वालियर जीआरपी ने बताया कि पकड़े गए तीनों यात्रियों को गंजबासौदा जीआरपी को सौंप दिया गया है। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
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