टीबी का देर से पता चलना और इलाज में लापरवाही रोग को गंभीर बना देती है...
टीबी से निजात पाने के लिए असरदार घरेलू उपाय, फेफड़े होंगे मजबूत,टीबी रहेगा दूर !
आज वर्ल्ड टीबी डे है। जिसकी थीम है 'Yes we can end TB, Commit, Invest Deliver' टीबी को जड़ से खत्म करने की हर मुमकिन कोशिश हो रही है। फ्री इलाज, हेल्दी डाइट के लिए हर महीने पेशेंट को एक हज़ार रूपये, टीबी रोगियों के डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाना, उन्हें दवा लेना याद दिलाने के लिए फोन और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल, सब कुछ सरकार कर रही है। टीबी से जुड़े मामलों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर रणनीति बनाई जा रही है और ये सब उस अभियान का हिस्सा है, जिसका मकसद 2025 के अंत तक भारत को टीबी मुक्त बनाना है।
सरकार की ये कोशिश काफी हद तक कामयाब भी रही है। हाल ही में लोकसभा में स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने TUBER-CULOSIS से जुड़े सवाल के जवाब में बताया कि 2015 के मुकाबले अब बीमारी के नए मामलों में करीब 18 प्रतिशत की कमी आई है। हां लेकिन, अभी भी सरकार का टीबी मुक्त भारत मिशन दूर नजर आ रहा है। क्योंकि बीमारी के रफ्तार कम ज़रूर हुई है, लेकिन नए मामले आना रुक नहीं रहे हैं। इसकी एक वजह शायद बीमारी का सही वक्त पर पता ना लगना भी है।
खतरनाक है ट्यूबरक्लोसिस !
डॉक्टर्स को कई बार सिर्फ ये पता लगाने में महीनों लग जाते हैं कि पेशेंट को टीबी की किस दवा से रेसिस्टेंस है। जिसकी वजह से ट्रीटमेंट देर से शुरु होता है और तब तक बैक्टीरिया को तेजी से फैलने का मौका मिल जाता है। टीबी का बैक्टीरिया लंबे वक्त तक शरीर में छिपकर रहता है। उसके लक्षण भी दिखाई नहीं देते और जब इम्यूनिटी कमजोर होती है। तब वो अपना असर दिखाते हैं। ऐसे में टीबी को दूर करने के लिए और इम्यूनिटी मजबूत बनाने के लिए क्या घरेलू उपाय करने चाहिए।
- टीबी (ट्यूबरक्लोसिस) के प्रकार
- पल्मोनरी टीबी (संक्रामक ) फेफड़ों का टीबी
- एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी (गैर संक्रामक) हड्डी,यूट्रस,बॉडी पार्ट
कैसे फैलता है टीबी
- खांसना
- छींकना
- ड्रॉपलेट्स
- टीबी के 6 लक्षण
- सूखी खांसी
- बलगम में खून
- सीने में दर्द
- सुस्ती-बेचैनी
- भूख कम लगना
- हल्का बुखार
इलाज के साथ साथ यह भी करें , लंग्स बनाएं मजबूत-
- कच्ची हल्दी को दूध में पकाएं
- हल्दी दूध में शिलाजीत मिलाएं
- रोजाना हल्दी दूध पीना फायदेमंद
- टीबी से बचने के लिए क्या खाएं
- लहसुन
- तुलसी
- नींबू
- संतरा
- पपीता
- तरबूज
- पालक
- अदरक
- कच्ची हल्दी
- टीबी से बचने के लिए घरेलू उपाय
- एक पका केला, 1 कप नारियल पानी, आधा कप दही, 1 चम्मच शहद सभी को मिलाकर दिन में दो बार खाएं।
- रोज सहजन की पत्तियों को उबालकर पीएं या पत्तियो को चबाकर खाएं, सहजन की सब्जी खाएं।
- आंवला का पाउडर, 1 चम्मच शहद में मिलाकर पेस्ट बना लें और सुबह खाली पेट खाएं।
- 1 चम्मच पुदीने का रस, 2 चम्मच शहद, 2 चम्मच सिरका,
- आधा कप गाजर जूस को मिलाकर दिन में तीन बार पीएं।
- 200 ग्राम शहद, 200 ग्राम मिश्री, 100 ग्राम गाय का घी सभी को मिलाएं और 6-6 ग्राम बार-बार लें साथ ही गाय का दूध पीएं।
- मुलेठी चबाएं, लौकी जूस पीएं, अखरोट-लहसुन घी में भूनकर लें।
- ट्यूबरक्लोसिस में क्या खाएं
- खाने में खिचड़ी लें
- रोज दूध-पनीर खाएं
- ताजे फल-सब्जियां लें
- साबुत अनाज खाएं
0 Comments