दिग्विजय सिंह को बताया धर्म विरोधी...
वैराग्यानंद गिरी उर्फ़ मिर्ची बाबा ने राजनीति से लिया संन्यास !
ग्वालियर। महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा ग्वालियर में कर दी है। महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी जिन्हें मिर्ची बाबा के नाम से भी जाना जाता है। महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी ने कहा कि वे अब कभी राजनीति में नहीं आएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस के लिए उन्होंने सर पर कफन बांधकर संघर्ष किया था, लेकिन उनके ऊपर झूठे मामले लगाए गए थे। इतना ही नहीं जब वह सभी मामलों में इज्जत बरी हो गए, तो कोई भी उनके साथ खड़ा नहीं हुआ। दिग्विजय सिंह ने उनके समर्थन में कुछ नहीं कहा, जिससे वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि वे लोग धर्म विरोधी हैं।
वैराग्यानंद गिरी ने कहा कि वे हमेशा सच्चाई की पक्षधर रहे हैं और अपने धर्म और गौ माता की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे। उन्होंने यह विश्वास जताया कि, एक दिन गौ माता को सम्मानजनक दर्जा मिलेगा और देश हिंदू राष्ट्र बनेगा। इसके अलावा, उन्होंने मिर्ची बाबा के नाम पर उठाए गए सवालों का भी जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका नाम मिर्ची बाबा नहीं है और वे निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर हैं। इसके अलावा, जिन्होंने भी उनका नाम मिर्ची बाबा रखा, उसके खिलाफ वे कोर्ट गए हैं।
वैराग्यानंद गिरी ने राजनीति से संन्यास लेने का निर्णय इस कारण लिया क्योंकि उन्हें कांग्रेस में संघर्ष के बावजूद झूठे मामले लगाए गए थे, और जब वे बरी हो गए, तो कोई भी उनके समर्थन में नहीं खड़ा हुआ। वैराग्यानंद गिरी ने स्पष्ट किया कि उनका नाम मिर्ची बाबा नहीं है, वे निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर हैं।
उनका नाम वैराग्यानंद गिरी है और मिर्ची बाबा के नाम पर आरोप लगाने वालों के खिलाफ उन्होंने कोर्ट का रुख किया है।वैराग्यानंद गिरी हमेशा सच्चाई के पक्षधर रहे हैं और अपने धर्म तथा गौ माता की रक्षा के लिए लगातार संघर्ष करते रहेंगे। उनका विश्वास है कि एक दिन गौ माता को सम्मानजनक दर्जा मिलेगा और भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा। वैराग्यानंद गिरी ने साफ तौर पर घोषणा की है कि वे अब कभी राजनीति में नहीं आएंगे और राजनीति से संन्यास ले चुके हैं।
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