70 कलाकारों ने 24 घंटे तक दी रागों की प्रस्तुतियां ...
गंगादास की बड़ी शाला परिसर में स्वर ताल परिक्रमा संपन्न !
ग्वालियर। रागायन, स्वरांजलि कला साधक, आरंभिका, स्वर संस्कार एवं रंगभूमि ग्वालियर के संयुक्त तत्वावधान में गंगादास की बड़ी शाला परिसर में स्वर ताल परिक्रमा कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम आठों प्रहर के रागों की प्रस्तुतियां में 70 कलाकारों ने 24 घंटे तक अनवरत दीं। बता दें कि नगर में यह आयोजन पहली बार हुआ है।
कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति में साधना मोहिते देशमुख ने शास्त्रीय गायन प्रस्तुत किया। प्रस्तुतियों के बाद कार्यक्रम का समापन सत्र आयोजित हुआ। इस दौरान मुख्य अतिथि सच्चिदानंद महाराज ढोली बुआ महाराज एवं विशिष्ट अतिथि कुलगुरु राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय प्रो. स्मिता सहस्त्रबुद्धे मौजूद रहीं। समापन सत्र की अध्यक्षता गंगादास की शाला के महंत राम सेवक दास ने की। आभार प्रदर्शन डा. स्वप्ना मराठे ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में वर्षा मित्रा, डॉ. स्वप्ना मराठे, महेशदत्त पांडे, रोहन पंडित, सुजल जैन, हेमांग कोल्हटकर, देवांश मिश्रा, अनंत महाजनी, अनूप मोघे, वैशाली मोघे, डॉ. ईश्वरचंद्र करकरे, प्रथम जोशी, योगेश शर्मा, संजय राठौर, मनीष करवड़े, श्रीराम उमड़ेकर, भरत नायक, अजय कोंगर, अंकुर धारकर, डॉ. श्याम रस्तोगी, श्रीकांत कुलकर्णी, अजय सोनी, जयवंत गायकवाड़, जगत नारायण शर्मा, डॉ. विनय विन्दे, डॉ. प्रणव पराडक़र ने सांगीतिक प्रस्तुतियां दी। इस आयोजन में आरंमिका, स्वर संस्कार एवं रंगभूमि संस्थाओं का सहयोग रहा।
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