G News 24 : वोटिंग से पहले हां में हां और वोटिंग के बाद मंत्री जी के लिए जनता एक भिकारी मात्र है !

 मध्य प्रदेश भाजपा सरकार के मंत्री के बिगड़े बोल...

वोटिंग से पहले हां में हां और वोटिंग के बाद मंत्री जी के लिए जनता एक भिकारी मात्र है !

चुनावों से पहले नेताओं की चुनावी घोषणाएं ,वादे और  योजनाओं के बहाने वोटर को खुलेआम रिश्वत का लालच देकर खुद वोटके रूप में जनता से चुनावी भीख मांगते हैं। ये नेता बताएं क्या कभी किसी महिला ने या किसी गरीब ने आपसे किसी योजना की मांग, कभी किसी भी सरकार से की है तो इसका जबाब है नहीं में ही होगा । ये योजनाएं तो  सरकारें अपना वोट कायम रखने और सत्ता में बने रहने के लिए बनती हैं  जिससे आम वोटर्स से इन्हें वोटों की भीख मिलती रहे,और इसी जनता से भीख में मिले वोट से जब ये  मंत्री या विधायक बन जाते हैं उल्टा जनता को ही भिखारी कहने लगते हैं। 

लाड़ली बहना योजना और 80 करोड़ लोगों को खाद्यान्न देने वाली भाजपा सरकार के कुछ मंत्री घमंडी हो गए हैं। जिनकी नजरों में अपनी जरूरी मांगें सरकार के सामने रखना मंत्री जी की नजरों में भीख मांगना है ! उनका मानना है कि लोगों को भींख मांगने की आदत पड़ गई। 

चुनाव आते है तो नेता वोट के लिए दर दर भटकने लगते है। सत्ता पाने के लिए नेता किसी भी हद तक गुजर जाते है। वोट के लिए जनता की हां में हां भरते नजर आते है। और जब यही नेता चुनाव जीत जाते है और जनता जब इनसे कुछ मांगे तो नेताजी को भिखारी नजर आने लगते है। जी हां ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश की राजनीति में देखने को मिला है। जानकारी के अनुसार मोहन सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने अपने एक बयान में ऐसा कुछ कह दिया की सियासत तेज हो गई। मंत्री पटेल ने जनता के आवेदनों को भीख करार देकर विवाद खड़ा ​कर दिया है। मंत्री पटेल का कहना है कि लोगों को सरकार से भींख मांगने की आदत पड़ गई है। 

जनता को बताया भिखारी !

दरसअल, बीजेपी के कद्दावर नेता और मोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल बीते शनिवार को राजगढ़ के सुठालिया पहुंचे थे। यहां उन्होंने वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान जनसभा में जनता ने उन्हें कुछ आवेदन पत्र भी दिए। मंत्री पटेल ने इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को सरकार से भीख मांगने की आदत पड़ गई है। कोई नेता आता है तो उसे टोकरी भरके कागज पकड़ा दिए जाते है। मंच पर माला पहनाकर पत्र थमा दिए जाते है। लोगों को लेने की जगह देने की मानिसता होनी चाहिए। ये लोग समाज को कमजोर कर रहे है। 

मैने कभी किसी से कुछ नही मांगा

जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री पटेल ने कहा कि मैने कभी किसी से कुछ नहीं मांगा। कोई ऐसा शहीद का नाम बता दे जिसने भींख मांगी हो? अगर हो तो सामने लाया जाए। मंत्री पटेल ने आगे कहा कि इसके बाद भी वे कार्यक्रम में आते है, बात रखते है, चले जाते है। भिक्षा मांगते है तो केवल एक ही, क्योंकि वे नर्मदा परिक्रमा वाी है। मंत्री पटेल ने आगे कहा की भिखारी की फौज खड़ी करना समाज को कमजोर करना है। 

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दागे सवाल

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा -इसके पहले शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि वोट के लिए हमें योजनाएं बनानी पड़ती हैं. बीजेपी योजनाओं के माध्यम से वोट मांगती है, इसको क्या कहेंगें ? भारतीय जनता पार्टी में जो परंपरा शुरू किया वह खत्म कब होगी प्रह्लाद पटेल यह बताएं. युवाओं को रोजगार मिलने वह स्वावलंबी बने इस दिशा में सरकार को काम करना चाहिए, लेकिन सरकार यह कब करेगी.गरीब की आवश्यकता अनुसार योजनाएं होना चाहिए ना की जनता के पैसा का दुरुपयोग होना चाहिए. कोई भी पीड़ित आता है तो उसकी मदद करनी चाहिए. प्रह्लाद पटेल बताएं कि किसको भिखारी कह रहे हैं। 

मंत्री जी को होगा नुकसान !

मंत्री पटेल का जनता को भिखारी करार देना सरकार और उनके राजनीति रूप को नुकसान हो सकता है। सरकार के प्रति जनता नाराज हो सकती है। वही विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर आने वाले चुनावों में कैस करा सकती है।

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