G News 24 : घर के लोगों ने ही 'स्पेशल 26' वाले स्टाइल में रेड मारकर मचाई लूट !

 पूरा प्लान महिला और सौतेली मां के बीच संपत्ति विवाद के कारण रचा गया...

घर के लोगों ने ही 'स्पेशल 26' वाले स्टाइल में रेड मारकर मचाई लूट ! 

घर के लोगों ने ही पूरा प्लान करके परिवार की एक महिला और सौतेली मां के बीच संपत्ति विवाद के कारण महिला ने अपने एक रिश्तेदार के मिलकर लूट और फिर  लूटे गए पैसे को आधा-आधा बांटने की डील की तय की गई लेकिन पुलिस से नहीं बच सके लुटेरे और अब एक-एक करके पकड़े गए फर्जी अधिकारीपकड़े जा रहे हैं। 

बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' में फर्जी लोगों के एक ग्रुप ने आयकर विभाग का अधिकारी बनकर रेड मारी थी और लूट मचाई थी. कुछ इसी तर्ज पर कोलकाता में एक घटना हुई है जहां फर्जी इनकम टैक्स अधिकारियों ने एक व्यापारी के घर छापा मारकर कैश और गहने लूट लिए. लेकिन असली रेड की तरह दिखने वाली यह चालाकी समय तक नहीं चल पाई और पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश कर दिया. इस मामले में CISF के पांच जवानों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 

फर्जी रेड की पूरी कहानी

असल में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना 18 मार्च को तड़के 2 बजे कोलकाता के चिनार पार्क इलाके में हुई थी. पुलिस ने बताया कि आरोपी विनीता सिंह नामक महिला के घर पहुंचे. जहां वह अपनी बेटी के साथ रहती थीं. खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताकर इन्होंने जबरदस्ती घर में घुसते ही सभी सदस्यों के मोबाइल फोन छीन लिए. इसके बाद उन्होंने विनीता की मां के कमरे से 3 लाख रुपये नकद और 25 लाख रुपये के गहने लूट लिए. इतना ही नहीं सबूत मिटाने के लिए घर में लगे CCTV कैमरे का डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) भी उठा ले गए.

फिर ऐसे खुला फर्जी रेड का राज

लूट के दौरान आरोपियों ने व्यापारी की दूसरी पत्नी आरती सिंह के कमरे से कुछ भी नहीं लिया जिससे विनीता को शक हुआ. जब उन्होंने इनकम टैक्स विभाग से संपर्क किया तो पता चला कि ऐसी कोई आधिकारिक रेड हुई ही नहीं थी. तुरंत उन्होंने पुलिस को सूचना दी और मामला दर्ज कराया.

CCTV फुटेज से पकड़े गए आरोपी

रिपोर्ट्स के मुताबिक बिधाननगर पुलिस ने CCTV फुटेज खंगाला और वारदात में इस्तेमाल किए गए वाहन का नंबर ट्रेस किया. सबसे पहले ड्राइवर दीपक राणा पकड़ा गया. उसने पूछताछ में पूरे षड्यंत्र का खुलासा कर दिया. इसके बाद CISF इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह, महिला कांस्टेबल लक्ष्मी कुमारी, हेड कांस्टेबल रामु सरोज, कांस्टेबल बिमल थापा और जनार्दन शाह को गिरफ्तार किया गया. व्यापारी की दूसरी पत्नी आरती सिंह और एक बिचौलिए को भी पुलिस ने हिरासत में लिया.

संपत्ति विवाद बना अपराध की वजह

पुलिस जांच में पता चला कि यह पूरा प्लान विनीता सिंह और उनकी सौतेली मां आरती सिंह के बीच संपत्ति विवाद के कारण रचा गया. आरती सिंह ने अपने एक रिश्तेदार के जरिए CISF इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह से संपर्क किया और लूटे गए पैसे को आधा-आधा बांटने की डील की. इस प्लान के तहत इन लोगों ने फर्जी छापेमारी की लेकिन जल्द ही उनका झूठ पकड़ा गया.

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