करीब डेढ़ घंटे बाद एक तीसरे बैंक कर्मचारी ने अकाउंट बैलेंस में गड़बड़ पकड़ी ...
बैंक द्वारा अकाउंट में भेजने थे 24,492 रूपये, लेकिन बैंक ने भेज दिये 7,08,51,14,55,00,00,000 रुपये !
लेनदेन में गलती होना आम बात है. लेकिन अगर यह गलती बैंक से हो जाए तो शायद आपको यकीन न हो. सिटीग्रुप से जुड़ा ऐसा ही एक मामला सामने आया है. सिटीग्रुप ने गलती से एक कस्टमर के अकाउंट में 81 ट्रिलियन डॉलर (7,08,51,14,55,00,00,000 रुपये) जमा कर दिये, जबकि असल में उसे महज 280 डॉलर (24,492 रुपये) भेजे जाने थे. यह गलती बैंक के पुराने ऑपरेशनल इश्यू के के चलते हुई. जिसे लंबे समय बाद भी ठीक नहीं किया जा सका.बैंक के एक कर्मचारी ने पेमेंट प्रोसेस शुरू किया, जिसे एक दूसरे अधिकारी को जांच के बाद मंजूरी देनी थी. लेकिन दोनों ही इस बड़ी गलती को पकड़ नहीं सके. करीब डेढ़ घंटे बाद एक तीसरे बैंक कर्मचारी ने अकाउंट बैलेंस में गड़बड़ को देखा.
मीडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार यह मामला पिछले साल अप्रैल का बताया जा रहा है. बैंक के एक कर्मचारी ने पेमेंट प्रोसेस शुरू किया, जिसे एक दूसरे अधिकारी को जांच के बाद मंजूरी देनी थी. लेकिन दोनों ही इस बड़ी गलती को पकड़ नहीं सके. करीब डेढ़ घंटे बाद एक तीसरे बैंक कर्मचारी ने अकाउंट बैलेंस में गड़बड़ को देखा और गलती उजागर हुई. हालांकि कुछ घंटे में ही इस ट्रांजेक्शन को रिवर्स कर दिया गया.
बैंक की तफ से कहा गया है कि...
सिटीग्रुप की तरफ से बताया गया कि उनके सेफ्टी सिस्टम ने समय रहते इस गलती को पकड़ लिया और इसे सही कर दिया गया. बैंक ने दावा किया कि उनका कंट्रोल सिस्टम इतना मजबूत है कि पैसा बैंक से बाहर नहीं गया. बैंक ने बताया, इस गलती से बैंक या कस्टम किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ. लेकिन इससे यह साफ है कि हमें अपने मैनुअल प्रोसेस को खत्म कर ऑटोमेशन पर फोकस करना होगा.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी गलतियां
सिटीग्रुप में इस तरह की यह पहली गलती नहीं है. इससे पहले 2023 में बैंक की तरफ से इस तरह की 10 बार गलतियां हुईं. इनमें कर्मचारी गलती से ज्यादा रकम ट्रांसफर करने वाला था लेकिन समय पर उसमें सुधार कर लिया गया. 2022 में इस तरह की 13 घटनाएं हुई थीं. इन गलतियों की रिपोर्टिंग जरूरी नहीं होती, यही कारण है कि इस तरह की घटनाओं का किसी तरह का ऑफिशियल डाटा उपलब्ध नहीं होता. लेकिन बैंकिंग एक्सपर्ट के अनुसार, 1 अरब डॉलर से ज्यादा का गलत ट्रांजेक्शन रेयर ही होता है.
पहले 900 मिलियन डॉलर की गलती हुई थी
सिटीग्रुप ने साल 2020 में भी 900 मिलियन डॉलर गलती से गलत अकाउंट में भेज दिए थे, जो उसने वापस लेने की कोशिश की. लेकिन अदालत ने उसे अस्वीकार कर दिया. इस गलती के कारण बैंक के तत्कालीन सीईओ माइकल कॉर्बेट को इस्तीफा देना पड़ा था और बैंक पर भारी जुर्माना लगाया गया था.
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