सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए...
रेल मंत्री को रेल से ज्यादा रील्स बनाने में दिलचस्पी है : राघव चड्ढा
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बजट चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मिडिल क्लास की अनदेखी, रेलवे की बदहाली और प्रवासी भारतीयों के मुद्दे पर सरकार को घेरा। राघव चड्ढा ने कहा कि सरकार गरीबों को सब्सिडी देती है, अमीरों के कर्ज माफ करती है, लेकिन मिडिल क्लास को सिर्फ टैक्स का बोझ देती है। रेलवे के मुद्दे पर राघव चड्ढा ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि रेलवे की सुविधाएं लगातार गिर रही हैं, लेकिन किराया लगातार बढ़ रहा है।
वंदे भारत और बुलेट ट्रेन की चर्चा तो खूब होती है, लेकिन आम आदमी को ट्रेन में सफर करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने रेल मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें रेल से ज्यादा रील्स बनाने में दिलचस्पी है। चड्ढा ने पूछा, “रेलवे में देरी, गंदगी, टिकट की किल्लत और खराब सुविधाओं पर सरकार कब ध्यान देगी? उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का सपना देख रही है, लेकिन इसका बोझ सिर्फ मिडिल क्लास के कंधों पर डालना चाहती है।
उन्होंने मांग की कि मिडिल क्लास को टैक्स में राहत दी जाए और उन्हें भी सरकारी योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “क्या सरकार मिडिल क्लास को सिर्फ ‘सोने का अंडा देने वाली मुर्गी’ समझती है? बजट में उनके लिए कोई राहत नहीं दी गई राघव चड्ढा ने कहा कि सरकार को सिर्फ चुनावी वादे नहीं, बल्कि हकीकत में भी काम करना होगा।
उन्होंने सरकार से मांग की कि मिडिल क्लास को टैक्स में राहत मिले, रेलवे की सुविधाओं को बेहतर बनाया जाए और प्रवासी भारतीयों के हितों की रक्षा की जाए। राघव चड्ढा ने अमेरिका से निर्वासित किए गए 104 भारतीयों के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा कि इन भारतीयों को बेड़ियों में बांधकर वापस भेजा गया, लेकिन सरकार चुप बैठी रही। उन्होंने सवाल किया, “जब भारत के नागरिकों को अपमानित किया जाता है, तब हमारी सरकार कुछ क्यों नहीं बोलती?” उन्होंने अमेरिका की ट्रंप-नीतियों को लेकर चिंता जताई और कहा कि इससे लाखों भारतीय नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।
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