एक साल की मेहनत बर्बाद होने की चिंता जताई...
12वीं के छात्रों को देरी से पहुंचने पर नहीं मिला परीक्षा प्रवेश, छात्र संगठन ने किया हंगामा
मध्यप्रदेश के बड़वानी नगर स्थित शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 में एमपी बोर्ड कक्षा 12वीं की हिंदी परीक्षा के दौरान हंगामा हुआ। परीक्षा सुबह 9 बजे से शुरू हुई, लेकिन 8 छात्र-छात्राएं 3 से 10 मिनट की देरी से पहुंचे, जिन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया। इस फैसले से नाराज़ छात्रों और उनके अभिभावकों ने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों से विनती की, लेकिन परीक्षा केंद्राध्यक्ष और मजिस्ट्रेट ने किसी की नहीं सुनी।
घटना के बाद छात्र संगठन एबीवीपी के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। उन्होंने केंद्राध्यक्ष को नौकरी से हटाने की धमकी भी दी। छात्रों ने भावुक होकर अपनी एक साल की मेहनत बर्बाद होने की चिंता जताई। इस घटना ने स्कूल प्रशासन और छात्र संगठनों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। बड़वानी जिले में एमपी बोर्ड की परीक्षाएं 58 केंद्रों पर आयोजित की जा रही हैं, जिनमें 7 को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और नियमानुसार सुबह 9 बजे के बाद किसी भी छात्र को प्रवेश की अनुमति नहीं है। यह नियम छात्रों के प्रवेश पत्र पर भी स्पष्ट रूप से अंकित किया गया था।
स्कूल प्रशासन का कहना है कि वे एमपी बोर्ड भोपाल के निर्देशों का पालन कर रहे हैं, जिसमें 9 बजे के बाद गेट बंद करने का आदेश है। वहीं, इस कड़ी सख्ती को लेकर दो मत उभरकर सामने आए हैं – कुछ लोग नियमों के पालन की सराहना कर रहे हैं, जबकि अन्य का मानना है कि मामूली देरी के कारण छात्रों के भविष्य को दांव पर नहीं लगाना चाहिए था। यह घटना परीक्षा में अनुशासन और नियमों के पालन को लेकर चल रही बहस को और तेज कर गई है। अब देखना होगा कि छात्रों और उनके अभिभावकों की मांगों पर प्रशासन क्या रुख अपनाता है।
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