एग्रीमेंट की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हडकंप मच गया...
गज़ब ही है एमपी,सरपंच ने ब -कायदा एग्रीमेंट करके ठेके पर दे दी सरपंची !
नीमच। मध्यप्रदेश के नीमच जिले में पंचायती राज व्यवस्था में गजब एवं हैरतअंगेज मामला सामने आया है। जिले की मनासा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत दांता की महिला सरपंच ने गांव के ही एक व्यक्ति को सरपंची (पद) ठेके पर दे दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 500 रुपए के स्टाम्प पर बकायदा सरपंच और संबंधित व्यक्ति के बीच एग्रीमेंट भी हुआ। एग्रीमेंट की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हडकंप मच गया है। जिला प्रशासन ने इस संबंध में सरपंच कैलाशीबाई को पद से पृथक करने का नोटिस जारी कर दिया है।
जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव के समक्ष पेश होने की तारीख 8 फरवरी 2025 नियत कर दी है।ग्राम पंचायत दांता की सरपंच कैलाशीबाई पति जगदीश कच्छावा (बंजारा) ने पंचायत में होने वाले निर्माण कार्यों से लेकर अन्य कार्यों की बागडोर गांव के ही एक सुरेश पिता मांगीलाल के बीच 24 जनवरी 2025 को आपसी अनुबंध लिखा गया। अनुबंध में प्रथम पक्ष सरपंच कैलाशीबाई बनी और द्वितीय पक्ष सुरेश बना। इसमें स्पष्ट लिखा गया कि ग्राम पंचायत दांता के सरपंच के समस्त कार्य अथवा मनेरगा, प्रधानमत्री आवास, वाटरशेड इत्यादि जो भी कार्य शासन के अंतर्गत होते हैं, वह समस्त कार्य आज दिनांक के बाद से ही सरपंच के स्थान पर सुरेश करेंगे।
जब तक सरपंच पद पर कैलाशीबाई बनी रहेंगी, तब तक सुरेश काम करेगा। बीच में किसी भी प्रकार का दखल सरपंच का नहीं रहेगा, जहां पर भी सरपंच के हस्ताक्षर की आवश्यकता होगी, तब कैलाश की सहमती से ही सरपंच हस्ताक्षर करेगी। इस अनुबंध में बकायदा दो गवाह सद्दाराम और मन्नालाल गवाह है। अगर दोनों पक्ष में से कोई इस अनुबंध का पालन नहीं करेगा जो भी हजा—खर्चा होगा, दोषी पक्ष से चार गुना वसूला जाएगा।
सरपंच पद ठेके पद देने का मामला सामने आने के बाद प्रशासन के भी कान खड़े हो गए हैं। सरपंच के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया है। पद से पृथक करने की शुरुआत प्रक्रिया के तहत नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।पंचायत को ठेके पर लेने वाला सुरेश ग्राम पंचायत में ही होने वाले निर्माण कार्यों का ठेका लेना वाला व्यक्ति है। उसके नाम का अनुबंध सामने आने के बाद सच में पंचायत को ठेके पर देने की बात पर बल मिलता है।
इधर मामला उजागर होने के बाद सरपंच और संबंधित व्यक्ति भूमिगत हो गए हैं। हमारी टीम गांव पहुंची और पंचायत में कोई नहीं मिला। सरपंच के पति जगदीश ने इतना जवाब दिया कि ऐसा कोई अनुबंध हमने नहीं किया है।नोटिस जारी किया है
सरपंच पद के सारे काम किए जाने का किसी दूसरे व्यक्ति के नाम अनुबंध करने का मामला सामने आया है, जांच शुरू कर दी है। अगर सही पाया जाता है तो सरपंच को पद से पृथक कर दिया जाए -अमन वैष्णव, सीईओ, जिला पंचायत नीमच
0 Comments