G News 24 : बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के पिता के घर में हुई तोड़फोड़ एवं आगजनी !

 युनूस सरकार को हसीना ने दी चेतावनी, बोली  याद रखें कि इतिहास अपना बदला लेता है...

बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के पिता के घर में हुई तोड़फोड़ एवं आगजनी !

बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के ढाका स्थित आवास में बुधवार को प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी. यह तोड़फोड़ उस समय हुई जब उनकी बेटी और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना लोगों को 'ऑनलाइन' संबोधित कर रही थीं. 

बांग्लादेश में जब यह सूचना मिली कि बुधवार रात 9 बजे शेख हसीना संबोधन देने वाली है तभी से हसीना विरोधी खेमा सक्रिय हो गया. हसीना के इस संबोधन के खिलाफ सोशल मीडिया पर 'बुलडोजर जुलूस' का आह्वान किया गया. इसके बाद राजधानी के धानमंडी इलाके में स्थित शेख मुजीबुर रहमान के घर के सामने हजारों लोग शाम से ही एकत्र हो गए. हसीना के संबोधन के ठीक पहले इस घर में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी गई.

बता दें कि शेख मुजीबुर रहमान की मौत बांग्लादेश की आजादी के कुछ साल बाद ही हो गई थी. 1975 में उनकी हत्या कर दी गई थी. बाद में उनके ढाका स्थित आवास को एक स्मारक संग्रहालय में बदल दिया गया था.

'क्या मैंने आपके लिए कुछ नहीं किया !

हसीना का संबोधन आवामी लीग की अब भंग हो चुकी छात्र शाखा छात्र लीग द्वारा आयोजित किया गया था. पूर्व प्रधानमंत्री को भाषण से पहले ही अपने पिता के घर पर आगजनी और तोड़फोड़ की सूचना मिल गई थी. ऐसे में वह गुस्से में नजर आईं. उन्होंने कहा, 'क्या मैंने आपके लिए कुछ नहीं किया? क्या मैंने काम नहीं किया? तो फिर मेरे उस घर में क्यों तोड़फोड़ की गई जहां से मेरे पिता ने आजादी का नारा दिया था? मुझे इंसाफ चाहिए.'

'इतिहास बदला लेता है'

शेख हसीना ने अपने संबोधन में देशवासियों से वर्तमान शासन के खिलाफ संगठित प्रतिरोध करने का आह्वान किया. हसीना ने वर्तमान में बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस की सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा, 'उनके पास अभी भी इतनी ताकत नहीं है कि वे राष्ट्रीय ध्वज, संविधान और उस स्वतंत्रता को बुलडोजर से नष्ट कर सकें, जिसे हमने लाखों शहीदों के जीवन की कीमत पर अर्जित किया है.' उन्होंने कहा, 'वे इमारत को ध्वस्त कर सकते हैं, लेकिन इतिहास को नहीं. उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि इतिहास अपना बदला लेता है.'

भारत में रह रहीं हैं शेख हसीना

बांग्लादेश में पिछले साल शुरू हुए छात्र आंदोलनों ने बड़ा रूप लेते हुए शेख हसीना सरकार का तख्तापलट कर दिया था. हालत यह थी कि हसीना को बांग्लादेश छोड़कर भागना पड़ा था. वर्तमान में वह भारत में रह रही हैं. उनके राजनीतिक दल के सभी बड़े नेता और कार्यकर्ता या तो जेल में है या देश छोड़कर भाग चुके हैं या बांग्लादेश में ही कहीं छिपे हुए हैं. बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी 'आवामी लीग' से जुड़े हर शख्स को निशाना बनाया जा रहा है.

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