नर्सिंग होम ओनर्स एसोसिएशन के द्वारा 15वां राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित ...
स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में ट्रेड लाइसेंस पर चर्चा के बाद,एकल विंडो समाधान पर जताई सहमति !
ग्वालियर। नर्सिंग होम ओनर्स एसोसिएशन ने मध्य प्रदेश एनएचए के सहयोग से शीतला सहाय ऑडिटोरियम, कैंसर हॉस्पिटल एवं अनुसंधान संस्थान में इस सम्मेलन का सफल आयोजन किया। वक्ताओं ने बेहद आकर्षक और सरल तरीके से अपनी बातें रखी, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मुख्य कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश के सचिव डॉ संजय गुप्ता द्वारा सम्मेलन की थीम पर प्रकाश डालने के साथ हुई, जिसमें उन्होंने नर्सिंग होम्स के दैनिक चुनौतियों का भी उल्लेख किया।
इसके बाद डॉ मुकुल तिवारी ने कोर्ट के बाहर सहमति बनाने के फायदे और नुकसान स्पष्ट किए, और डॉ हजेला ने रिकॉर्ड कीपिंग और कॉन्सेंट की आवश्यकता और तरीकों पर चर्चा की। डॉ कुसुम सिंघल ने एक पैनल चर्चा के माध्यम से बताया कि किस प्रकार कठिन परिस्थितियों से निपटा जा सकता है, जिसमें डॉ सुनील गडकर, डॉ सुहास धोड़े और टीसी अग्रवाल भी शामिल थे। टीसीपी के जॉइंट डायरेक्टर केके कुशवाह ने बताया कि कॉलोनियों के अंदर संचालित अस्पताल भी चलाए जा सकते हैं।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रदयुम्न सिंह तोमर और विशिष्ट अतिथि नारायणसिंह कुशवाह ने अपने विचार साझा किए, जिसमें उन्होंने नर्सिंग होम्स की सहानुभूति प्रदर्शित की। इस अवसर पर चेंज ऑफ मॉडलिया प्रेसिडेंट और सचिव का बदलाव हुआ, जिसमें आगामी अध्यक्ष डॉ राकेश रायज़ादा ने डॉ उमेश शारदा से और डॉ राकेश मिश्रा ने डॉ संजय गुप्ता से पदभार संभाला।
मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री प्रदयुम्न सिंह तोमर के समक्ष डॉ सीपी बंसल ने प्रभावी शब्दों में नर्सिंग होम्स की समस्याएं रखी, और मंत्री ने इस बात पर ध्यान देते हुए कहा कि मार्च में स्वास्थ्य मंत्री के साथ एक बैठक कर ट्रेड लाइसेंस की आवश्यकता पर चर्चा की जाएगी और एकल विंडो समाधान पर भी सहमति जताई।
नवागत प्रांतीय अध्यक्ष ने बताया कि वे नर्सिंग होम्स की समस्याओं से निपटने में हमेशा तत्पर रहेंगे, लाइसेंस कम से कम 5 वर्षों के लिए जारी किए जाएं और उद्योगों को मिलने वाली राहत नर्सिंग होम्स को भी मिले। अधिवक्ता हेमंत शर्मा ने सरल तरीकों से सुझाव दिए और पारदर्शिता और व्यवहार पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी बताया कि बिना किसी विशेष साक्ष्य के डॉक्टर के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती। डॉ केपी शाह ने प्रभावशाली ढंग से अपने विचार रखे।सम्मेलन का संचालन डॉ गुंजन श्रीवास्तव, डॉ स्वाती जोशी, डॉ ज्योति उपाध्याय और डॉ अनुराधा तिवारी द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह में धन्यवाद ग्वालियर शाखा के सचिव डॉ राहुल अग्रवाल ने दिए।
ज्योति बिंदल मैडम ने बताया कि बुरी खबर को किस प्रकार रिलीज किया जाए, और समारोह के दौरान एक स्मारिका भी रिलीज की गई।डॉ नितिन जैन और डॉ कुसुम सिंघल मैडम ने इस स्मारिका की तैयारी में बहुत मेहनत की। मैच की व्यवस्था डॉ रश्मि गुप्ता ने उत्कृष्ट ढंग से निभाई। डॉ ब्रजेश सिंघल का व्याख्यान मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के तरीकों पर केंद्रित था और बेहद प्रभावशाली रहा।अंत में सम्पन्न हुई जीबीएम में बाहर से आए चिकित्सकों ने डॉ सीपी बंसल, राहुल अग्रवाल, डॉ प्रशांत लहरिया और डॉ पुखराज गौर को धन्यवाद दिया।
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