कई लोग हताहत होने की आशंका...
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के दौरान संगम घाट पर मची भगदड़
मौनी अमावस्या स्नान के दौरान संगम नोज पर भगदड़ मचने से कई लोग हताहत होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इस हादसे के बाद के वीडियो भी सामने आए हैं। महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के दौरान बुधवार को प्रयागराज में संगम घाट पर भगदड़ मच गई। यह घटना उस समय हुई जब लाखों श्रद्धालु मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम पर एकत्रित हुए थे। यह दिन महाकुंभ मेले के सबसे महत्वपूर्ण स्नान दिवसों में से एक माना जाता है प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि श्रद्धालुओं की अचानक भीड़ से अफरातफरी मच गई, कई लोगों का संतुलन बिगड़ गया और वो गिर गए, इससे भगदड़ मच गई। भगदड़ में कई लोग घायल हो हुए।
हालांकि तुरंत राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया और घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। इसके साथ जो लोग पहुंच रहे हैं वो कैसे सुरक्षित रहकर स्नान कर प्रयागराज से निकलेंगे, इस विषय पर भी विचार विमर्श किया। संगम नोज की घटना में घायल 200 से अधिक श्रद्धालुओं का उपचार चल रहा है। परिजनों की चीख पुकार से संगम से लेकर महाकुंभ के केंद्रीय चिकित्सालय तक बड़ी असमंजस की स्थिति रही। एंबुलेंस के सायरन संगम नोज से केंद्रीय चिकित्सालय तक गूंजते रहे। इस घटना का प्रमुख कारण बेकाबू भीड़ द्वारा बैरिकेडिंग को तोड़ना बताया जा रहा है। मौके पर भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है। कुछ समय बाद स्थिति पर काबू पा लिया गया है और अब बाहर से आए लोग पवित्र स्नान का लाभ ले रहे हैं।
बताया जा रहा है कि स्नान घाट के पास भीड़ में बेचैनी के चलते कुछ महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं। इसके बाद मची अफवाह से लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। सूचना पाकर दो दर्जन से अधिक एंबुलेंस की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। घायलों को महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तमाम आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, प्रयागराज में स्थिति नियंत्रण में है। आज प्रयागराज में करीब 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। संगम नोज की ओर श्रद्धालुओं के आने से लगातार दबाव बना हुआ है। अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेडिंग लांघने की कोशिश में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौनी अमावस्या का महूर्त कल रात से शुरू हुआ है, तब से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। प्रधानमंत्री अब तक चार बार स्थिति को लेकर बात कर चुके हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी लगातार स्थिति की रिपोर्ट ले रहे हैं। प्रयागराज में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन भीड़ अभी भी काफी है। विभिन्न अखाड़ों के संतों ने विनम्रतापूर्वक कहा है कि श्रद्धालु पहले पवित्र स्नान करें और भीड़ कम होने पर अखाड़े पवित्र स्नान के लिए आगे बढ़ेंगे। संगम नोज, नाग वासुकी मार्ग और संगम मार्ग पर काफी भीड़ है। मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। पूरे कुंभ क्षेत्र में घाट बनाए गए हैं, श्रद्धालुओं को संगम की ओर जाने की जरूरत नहीं है। श्रद्धालुओं को अपने नजदीकी घाटों पर ही पवित्र स्नान करना चाहिए। हम घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित कर रहे हैं। रेलवे ने प्रयागराज क्षेत्र के विभिन्न स्टेशनों से श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई हैं।"
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