G News 24 : आयुर्वेदिक दवाई के तेजी के असर से मैं शिक्षामंत्री से मुख्यमंत्री बन गया : डॉ मोहन यादव

 प्रदेश में आरंभ होंगे 11 आयुर्वेदिक कॉलेज...

आयुर्वेदिक दवाई के तेजी के असर से मैं शिक्षामंत्री से मुख्यमंत्री बन गया : डॉ मोहन यादव

ग्वालियर। आयुर्वेदिक दवाई ने इतनी तेजी से असर किया कि मैं शिक्षामंत्री से मुख्यमंत्री बन गया ये उद्बबोधन अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन व पं खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद कॉलेज की सहभागिता से आयोजित आयुर्वेद पर्व 2025 के शुभारंभ अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दिया।  

चार दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ रविवार को मध्यप्रदेश आयुर्वेद सम्मेलन का प्रांतीय अधिवेशन अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा , महासचिव डॉ एसएन पाण्डेय, नवनियुक्त प्रांतीय अध्यक्ष डॉ विनोद बैरागी, डॉ वीडी काबरा, डॉ रंजीत पौराणिक, डॉ गोपालदास मेहता, डॉ मुकुल पिण्डावाला, डॉ मधुसूदन देशपांडे, डॉ पीसी शर्मा, डॉ राजीव मिश्रा, डॉ राकेश पांडे आदि की उपस्थिति में एमपी नगर भोपाल में संपन्न हुआ। 

सोमवार को आयुर्वेद पर्व 2025 जो कि पं खुशीलाल शर्मा के  रजत जयंती ऑडीटोरियम में प्रारंभ हुआ जिसमें मुख्य रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, उच्चशिक्षा आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार, विधायक भगवानदास सबनानी, अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन ट्रस्ट नईदिल्ली के अध्यक्ष पद्मश्री व  पद्मविभूषण वैद्य देवेन्द्र त्रिगुणा, अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के राष्ट्रीय  महासचिव  डॉ एसएन पाण्डेय, एडवायजर आयुष डॉ मनोज नेसरी, प्रमुख सचिव आयुष डीपी आहूजा, आर उमा स्वामी, मध्यप्रदेश आयुर्वेद सम्मेलन के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ विनोद बैरागी, सीईओ प्राचार्य डॉ उमेश शुक्ला समेत देशभर से आये विशिष्ट्य चिकित्सक, रिसर्चर, वैज्ञानिक व छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे। 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आगे कहा कि मप्र में महाकुंभ 2028 में भी आयुर्वेद पर्व होगा। स्मारिका का विमोचन, आयुर्वेद डॉक्टर्स का सम्मान व पीएससी से चयनित आयुर्वेद डॉक्टर्स को नियुक्तिपत्र भी मुख्यमंत्री यादव ने दिया।  मुख्यमंत्री द्वारा निम्न मुख्य घोषणाएं की गई-

  • यूनानी चिकित्सा पद्धति की पढ़ाई हिंदी में भी करने की होगी व्यवस्था
  • प्रदेश में आरंभ होंगे 11 आयुर्वेदिक कॉलेज
  • आयुर्वेद में पैरामेडिकल, नर्सिंग आदि कोर्सेज चलाने की व्यवस्था की जाएगी
  • आयुष क्लीनिक और नर्सिंग होम पंजीयन का कार्य आयुष विभाग को सौंपा जाएगा
  • स्वास्थ्य विभाग के समान आयुष में भी सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष की जाएगी
  • अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान उज्जैन में आरंभ होगा

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