G News 24 : गोबर-मिट्टी की सजावट ग्रामीण लुक वाले परिवेश में पराली के सोफे पर बैठेंगे दूल्हा-दुल्हन !

 ग्वालियर में गजब की शादी, शादी की तैयारी IITTMऔर प्रेस्टीज कॉलेज के छात्र कर रहे हैं ! 

गोबर-मिट्टी की सजावट ग्रामीण लुक वाले परिवेश में पराली के सोफे पर बैठेंगे दूल्हा-दुल्हन !

ग्वालियर। ग्वालियर की आदर्श लाल टिपारा गौशाला में 22 जनवरी को एक अनोखी शादी होने वाली है. यहां पहली बार वैदिक शादी होगी. ये शादी पूरी तरह से भारतीय परंपरा के अनुसार होगी. इस कार्यक्रम की खास बात यह है कि हर चीज प्राकृतिक होगी. मालूम हो कि आदर्श लाल टिपारा गौशाला अपनी खास पहचानों के लिए मशहूर है. इसे देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं. यहां हर काम पर्यावरण और संस्कृति के साथ जुड़ा होता है. इस बार यहां वैदिक शादी का आयोजन हो रहा है. इस शादी में क्या खास होगा और इसकी तैयारियां कैसे चल रही है? आइए इस बारे में जानते हैं:

सही मायने ये होगा ईको फ्रेंडली विवाह 

इस शादी के लिए सजावट में गोबर, घास और मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है. मेहमानों के बैठने के लिए पराली से सोफे बनाए गए हैं. हर चीज प्राकृतिक माहौल के अनुरूप होगी. शादी एकदम सनातन तौर-तरीके से होगी.

इस आयोजन की तैयारियों में छात्र-छात्राओं का बड़ा योगदान है. शादी की तैयारी IITTMऔर प्रेस्टीज कॉलेज के छात्र कर रहे हैं. उन्होंने प्राकृतिक चीजों से सजावट की है. धान की पराली को कंप्रेस कर सोफे तैयार किए गए हैं. BBA और MBA के छात्रों ने इस कार्यक्रम में खास योगदान दिया है. महोत्सव में गांव की संस्कृति को दिखाया जाएगा. रामोत्सव में रामायण की कहानियों पर आधारित पेशकश होंगी.

शादी की हर रस्म प्राचीन परंपरा के अनुसार होगी !

वैदिक शादी की बात की जाए तो शादी की हर रस्म प्राचीन परंपरा के अनुसार होगी. यही नहीं, महोत्सव में पद्मश्री सम्मानित लोग भी शामिल होंगे. स्वामी ऋषभआनंद ने कहा कि ये महोत्सव हमारी परंपराओं और सनातन धर्म को आगे बढ़ाने की एक कोशिश है. गौशाला के संचालक स्वामी ऋषभआनंद ने आयोजन के उद्देश्यों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ये महोत्सव भारतीय संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है.

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