होकर्स जॉन तो बना है लेकिन दुकानदार अब भी सड़क और मेले के बीच ही व्यापार करते नजर आ रहे हैं...
ग्वालियर व्यापार मेले में उमड़ रहा है सैलानियों का जन सैलाब !
ग्वालियर। ग्वालियर व्यापार मेले में एक ओर सैलानियों का जन सेलाव उमड़ा वहीं दूसरी ओर झूला सेक्टर एवं खानपान की दुकानों पर सैलानियों की खासी भीड़ देखी जा रही है। इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर एवं अन्य सेक्टर अभी सूने नजर आ रहे है। ग्वालियर के इस 118 वर्ष पुराने ऐतिहासिक मेले में खरीदारी के लिए सभी वस्तुएं उपलब्ध रहती हैं लेकिन इस वर्ष मेले को प्रारंभ हुए लगभग 20 दिन हो चुके हैं लेकिन मेले में अभी भी कुछ दुकाने तथा शोरूम प्रारंभ नहीं हो सके हैं। मेले में स्थित एक भोजनालय के संचालक ने बताया कि वह पिछले 42 वर्षों से ग्वालियर व्यापार मेले में आ रहे हैं मूलतः वह बरेली के रहने वाले हैं और ग्वालियर के मेले में एकमात्र ऐसा भोजनालय है जिसका संपूर्ण भोजन भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखते हुए चूल्हे पर बनाया जाता है.
इन्होने बताया कि हमारा भोजनालय उनकी तीसरी पीढ़ी इस मेले में आ रही है उन्होंने बताया कि पूरे मेले में केवल हमारी दुकान ऐसी है जिसमें शुद्ध देसी घी का संपूर्ण भोजन तैयार किया जाता है उन्होंने बताया की मेले में हमारी दुकान का नाम ही काफी है इसी प्रकार मेले में स्थित हरिद्वार चाट भंडार के मैनेजर नेतराम ने बताया कि हम ग्वालियर व्यापार मेले में पिछले 114 वर्षों से आ रहे हैं उन्होंने बताया हमारी दुकान स्वर्गीय जीवाजी राव सिंधिया के निवेदन पर ग्वालियर अपनी दुकान लगना प्रारंभ किया उस समय यह मेला ग्वालियर के सागर ताल पर हुआ करता था .
काफी वर्ष पहले यह दुकान हरिद्वार से आई थी लेकिन वर्तमान में यह दुकान मेरठ से आना प्रारंभ हुई है. वही अब मध्य प्रदेश शासन द्वारा गाड़ियों की खरीद पर 50% रोड टैक्स में छूट मिलने के बाद ऑटोमोबाइल सेक्टर में शोरूम बना प्रारंभ हो गए हैं वैसे तो इस मेले को 118 साल हो चुके हैं और यह मेला अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड फेयर का दर्जा तो ले लिया लेकिन इस बार मिला खानपान और झूलों पर जमकर क्राउड देखा जा रहा है होकर्स जॉन बनकर तैयार तो हो गया है लेकिन मेले में बीच सड़क पर ठेले और फूटपाथ पर अपना व्यापार करते नजर आ रहे हैं वही ग्वालियर व्यापार मेले में पहली बार आई जलपरी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
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