G News 24 : आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज !

आशीष चतुर्वेदीव्यापम घोटाले के खुलासा करके सुर्ख़ियों में आए थे  ...

आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज !

ग्वालियर। शहर में आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ सुरक्षा कर्मियों को गाली देने और धमकी देने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई, जिसमें आशीष चतुर्वेदी को अपने सुरक्षा कर्मियों से गाली-गलौज करते और धमकी देते हुए सुना जा सकता है। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद ग्वालियर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।

ग्वालियर के न्यू आवासीय परिसर में तैनात एसएएफ (सशस्त्र सीमा बल) के जवानों ने आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जवानों का कहना है कि चतुर्वेदी ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया और उनका अपमान किया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आशीष ने उन्हें अपनी ड्यूटी से जुड़े मामलों में जबरन हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर किया और उन्हें ड्यूटी के दौरान कई अपमानजनक कार्य करने को कहा। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू की है और मामला आईपीसी की धारा 506 (धमकी देना), 294 (गाली-गलौज), और 353 (सरकारी अधिकारी के कार्य में बाधा डालना) के तहत दर्ज किया है। यह कार्रवाई झांसी रोड थाना पुलिस ने की है।

आरोपों के अनुसार क्या हुआ था !

सुरक्षा कर्मियों की शिकायत के अनुसार, 2022 में जब आशीष चतुर्वेदी की सुरक्षा में एसएएफ के जवान तैनात थे, तो उन्होंने देखा कि चतुर्वेदी उन्हें न केवल अपमानित करते थे, बल्कि घरेलू काम भी करवा रहे थे। रामू सिंह कुशवाह, जो कि भिण्ड जिले के निवासी हैं और एसएएफ में तैनात हैं, ने बताया कि उन्हें और उनके साथियों को आशीष चतुर्वेदी की सुरक्षा के दौरान कई अपमानजनक स्थितियों का सामना करना पड़ा।

उन्होंने आरोप लगाया कि चतुर्वेदी ने उन्हें और उनके साथियों को गाली दी, और यदि वे किसी काम को सही तरीके से नहीं करते थे तो उन्हें मानसिक यातना दी जाती थी। इसके अलावा, एक गंभीर आरोप यह था कि जब एक बार बाइक में पेट्रोल नहीं था, तो आशीष चतुर्वेदी ने पेट्रोल भरवाने की बात करने पर उन्हें धमकी दी कि वह उन्हें जिन्दा जला देंगे। रामू सिंह और उनके साथियों का कहना है कि उन्हें बार-बार अपमानित किया जाता था और यदि वे आशीष के आदेशों का पालन नहीं करते थे, तो उन्हें नौकरी से निकालने और वर्दी उतरवाने की धमकी दी जाती थी। यह स्थिति कई महीनों तक बनी रही, जिसके कारण जवानों की मानसिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी।

वायरल ऑडियो का प्रभाव

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई, जिसमें आशीष चतुर्वेदी अपने सुरक्षा कर्मियों से गाली-गलौज करते हुए नजर आ रहे हैं। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद मामले में त्वरित कार्रवाई की गई और पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना ग्वालियर में एक बड़े विवाद का कारण बन गई है, और स्थानीय समुदाय में आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ गुस्से की लहर दौड़ गई है। आरटीआई कार्यकर्ता के खिलाफ लगे आरोपों को लेकर विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं।

एसएएफ जवानों की शिकायत और पुलिस कार्रवाई

रामू सिंह कुशवाह के अलावा, अन्य एसएएफ जवानों ने भी इस मामले में शिकायतें दर्ज करवाई हैं। उनका कहना है कि आशीष चतुर्वेदी ने न केवल उनकी शारीरिक सुरक्षा से संबंधित कामों में हस्तक्षेप किया, बल्कि उनके व्यक्तिगत जीवन में भी दखल दिया। जवानों का आरोप है कि चतुर्वेदी ने उन्हें बार-बार अपमानित किया और उनकी छवि को धूमिल किया।यह घटना ग्वालियर पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, क्योंकि आरटीआई एक्टिविस्ट के खिलाफ इस तरह के गंभीर आरोप पुलिस की छवि को भी प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि वे मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

समाज में प्रतिक्रिया

यह मामला न केवल पुलिस बल और सरकारी अधिकारियों के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या किसी को अपने अधिकारों का सही तरीके से इस्तेमाल करने का हक है, लेकिन उसे दूसरों के साथ बुरा व्यवहार करने का अधिकार नहीं होना चाहिए। वहीं, कुछ लोग इस मामले में आशीष चतुर्वेदी के पक्ष में भी बोल रहे हैं और कह रहे हैं कि यदि यह आरोप सही नहीं होते, तो उसे साबित करने का मौका मिलना चाहिए। इस पूरे मामले ने ग्वालियर में व्याप्त सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों को उजागर किया है, जिसमें अधिकारों की सीमाएं, सुरक्षा की जिम्मेदारियां, और व्यक्तिगत मर्यादाओं का सम्मान करना जरूरी है।

ग्वालियर व्यापम घोटाले के खुलासे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ सुरक्षा कर्मियों द्वारा गंभीर आरोप लगाना एक बड़ा विवाद बन चुका है। वायरल ऑडियो ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है, और अब पुलिस ने इस पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। अब यह देखना होगा कि जांच के बाद कौन-कौन से तथ्यों का खुलासा होता है और इस विवाद का क्या नतीजा निकलता है।

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