ग्वालियर विकास प्राधिकरण ने दीनारपुर की लगभग सात बीघा जमीन पर...
जीडीए अधिकारियों की मिलीभगत, करोड़ों की जमीन पर काट दी कॉलोनी !
ग्वालियर। ग्वालियर विकास प्राधिकरण में अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए की दीनारपुर की जमीन पर भू-माफिया ने कब्जा कर कालोनी काटकर भूखंड बेच दिए हैं। मजेदार बात यह है तत्कालीन सीईओ वीरेंद्र सिंह को जब इस बात की जानकारी लगी थी तब उन्होंने बेदखली की कार्रवाई की थी। किंतु उनके जाने के बाद भूमाफिया एक बार फिर सक्रिय हुए और जमीन खुर्द-बुर्द कर दी।
सूत्रों ने बताया कि शताब्दीपुरम से लगे दीनारपुर के सर्वे क्रमांक 130,131 और 133 की लगभग सात बीघा जमीन पर भू-माफिया ने कब्जा कर भूखंड बेच दिए हैं। जबकि वर्ष 1989 में बालमुकुंद नादरिया एवं मान सिंह नादरिया को 3 लाख 26 हजार 950 रुपए का मुआवजा देकर यह जमीन जीडीए ने प्राप्त की थी। बाकायदा जिलाधीश द्वारा अवार्ड पारित कर यह जमीन दिलाई गई थी। बताया गया है कि अभी भी अधिकारियों के संरक्षण के चलते कार्यवाही रुकी हुई है। यदि सीईओ नरोत्तम भार्गव इस तरह की कोई जानकारी मांगते हैं तो उन्हें गुमराह कर दिया जाता है। ऐसे में लगभग पचास करोड़ रुपए से अधिक की जमीन जीडीए के हाथ से खिसक गई है।
जीडीए में फर्जी सोसायटियों के नाम पर भू-माफिया जमकर चांदी काट रहे हैं। पता लगा है कि बहुत सी सहकारी समितियों के क्रय- विक्रय पर रोक लगी हुई है फिर भी उनके द्वारा रजिस्ट्री कर भूखंड बेचे जा रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ भू- माफिया तो जीडीए से आवंटन प्राप्त किए बगैर फर्जी आवंटन पत्र के जरिए रजिस्ट्री करने से बाज नहीं आ रहे है। ऐसे में फर्जी आवंटन पत्रों की निष्पक्ष जांच हो जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
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