G.NEWS 24 : व्यापारियों को कभी-भी कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी : महापौर

MPCCI के पदाधिकारियों ने महापौर से भेंट कर सौंपा ज्ञापन...

व्यापारियों को कभी-भी कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी : महापौर

ग्वालियर। विसंगति पूर्ण गारबेज शुल्क, ट्रेड लायसेंस एवं ट्रासंपोर्ट नगर की बदहाल सड़कों पर “म. प्र. चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री” के पदाधिकारियों ने आज एक ज्ञापन, महापौर-डॉ. श्रीमती शोभा सिकरवार जी को सौंपा। इस अवसर पर अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल, संयुक्त अध्यक्ष हेमन्त गुप्ता, उपाध्यक्ष डॉ. राकेश अग्रवाल, मानसेवी सचिव-दीपक अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष-संदीप नारायण अग्रवाल द्वारा महापौर डॉ. शोभा सिकरवार को सौंपे गए ज्ञापन के बिन्दु निम्नानुसार हैं -

  • विसंगति पूर्ण गारबेज शुल्क की वसूली के लिए बनाए जाने वाले दबाव को खत्म करके परिषद द्वारा लिए गए निर्णय के आधार पर पारित आदेश अनुसार गारबेज शुल्क वसूला जाए : परिषद द्वारा पारित आदेश में गोडाउन शब्द का इस्तेमाल ही नहीं किया गया है, जबकि सम्पत्ति कर के साथ गारबेज शुल्क को वसूलने में यदि किसी व्यापारी का गोडाउन होता है, तब रु. 10 हजार गारबेज शुल्क की मांग की जा रही है। इसके साथ ही, पारित आदेश में 1000 वर्गफीट से अधिक के गैर-आवासीय परिसर का 10 हजार रूपये गारबेज शुल्क वसूले जाने के आदेश नहीं हैं, जबकि 1000 वर्गफीट से अधिक की यदि गैर आवासीय सम्पत्ति होती है, तो उसके ऊपर 10 हजार रूपये गारबेज शुल्क माँगा जा रहा है, जबकि ऐसी संपत्तियों पर यह गारबेज शुल्क इस पुर्नआदेश आने के पूर्व 4000 रूपये वसूला जाता था। 
  • ट्रेड लायसेंस : एमपीसीसीआई द्वारा वर्ष 2016 से इस बात पर आपत्ति की जाती रही है कि उद्योग होने पर जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र तथा दुकान होने की दशा में ‘शॉप एक्ट’ के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन कराया गया है। इसके बावजूद भी नगर-निगम द्वारा ट्रेड लायसेंस लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है और वह ट्रेड लायसेंस जो कि केवल एक ही वित्तीय वर्ष के लिए रहता है और अगले वित्तीय वर्ष के लिए उसका नवीनीकरण कराना पड़ता है। यह इंस्पेक्टर राज को भी बढ़ावा देने वाला है। वहीं यह देश के प्रधानमंत्री, माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के व्यापार में सरलीकरण के सपने में भी सबसे बड़ा अवरोध उत्पन्न करता है। इसलिए ट्रेड लायसेंस किसी भी रूप में स्वीकार नहीं है। 
  • ट्रांसपोर्ट नगर की बदहाल सड़कों को ‘मोटेरेबल’ किया जाए : शहर का एकमात्र ट्रांसपोर्ट नगर पिछले कई वर्षों से बदहाली के आंसू बहा रहा है और स्थिति यह है कि जब हम शहर से ट्रांसपोर्ट नगर में वाहन द्वारा माल भेजते हैं अथवा ट्रांसपोर्ट नगर से माल वाहन द्वारा मंगाते हैं, तब इस बात की गारंटी नहीं होती है कि माल एवं उसके साथ आने वाला व्यक्ति सुरक्षित यथास्थान पहुँच पाएगा अथवा नहीं। इतनी बदहाल सड़कें होने के बावजूद भी ट्रांसपोर्ट नगर की सड़कों के निर्माण की बात तो दूर, उन्हें मोटेरेबल तक नहीं किया जा रहा है । ट्रांसपोर्ट नगर की सड़कों की यह बदहाल  स्थिति व्यापार में बहुत बड़ी बाधा उत्पन्न कर रही है । साथ ही इससे ग्वालियर की छवि पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है।

पदाधिकारियों ने कहा कि यह स्थिति तब है, जबकि ट्रांसपोर्ट नगर से नगर-निगम द्वारा पूरा गारबेज शुल्क वसूल किया जा रहा है और सम्पत्ति कर, कॉमर्शियल दर से वसूल किया जा रहा है और नहीं देने पर कार्यवाही की जा रही है, जबकि व्यापारिक सुविधा के लिए सड़कों का निर्माण भी नगर-निगम द्वारा किया जाना चाहिए।

पदाधिकारियों ने महापौर महोदया से कहा कि उपरोक्त विसंगति पूर्ण ‘गारबेज शुल्क’ और ‘ट्रेड लायसेंस’ के लिए नगर निगम द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। नगर-निगम के कर्मचारियों द्वारा शहर के व्यापारियों को धमका कर, कहा जा रहा है कि कमिश्‍नर साहब का आदेश है कि ट्रेड लायसेंस बनवाओ, नहीं तो आपकी दुकान सीज कर दी जाएगी।

पदाधिकारियों ने कहा कि यह तुगलकी कार्यवाही की श्रेणी में आता है। पदाधिकारियों ने महापौर महोदय से माँग की कि ऐसी कार्यवाही पर तत्काल रोक लगाई जाए और गारबेज शुल्क की जो विसंगति है, उसे दूर किया जाए तथा ट्रांसपोर्ट नगर की सड़कों के उच्च गुणवत्ता पूर्ण निर्माण से पूर्व उन्हें मोटेरेबल किया जाए।

MPCCI पदाधिकारियों ने भेंट के अंत में आशा व्यक्त की कि आप अवश्‍य ही इस ‘ज्ञापन’ में उल्लेखित बिन्दुओं पर गंभीरतापूर्वक कार्यवाही करते हुए आवश्‍यक कदम उठाएँगी, जिससे हमें आंदोलन का रास्ता अपनाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा।

इस अवसर पर महापौर डॉ. शोभा सिकरवार ने चेम्बर पदाधिकारियों की बात को काफी ध्यान से सुना और कहा कि ‘गारबेज शुल्क’ पर व्याप्त विसंगति को दूर करने के लिए सॉफ्टवेयर में सुधार हेतु भोपाल पत्र लिखा जाएगा और उसे ठीक कराया जाएगा। आपने ट्रांसपोर्ट नगर की सड़कों पर कहा कि इसकी टेण्डर प्रक्रिया चल रही है और यथाशीघ्र ही कार्य प्रारम्भ होगा । आपने प्रतिनिधि मण्डल को आश्‍वस्त किया कि मैं, कंधे से कंधा मिलाकर सदैव व्यापारियों के साथ हूँ। व्यापारियों को कभी-भी कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

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