हल्की बारिश के चलते तापमान नीचे लुढ़का...
ठंड ने बढ़ाई मुसीबत, पूरा उत्तर भारत शीत लहर की चपेट में !
नई दिल्ली। देश का मौसम बदल रहा है. कहीं बारिश के साथ ठंड ने दस्तक दी है, तो कहीं बर्फबारी हो रही है. देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को बारिश ने दस्तक दी है. सुबह-सुबह हुई बारिश ने सर्दी का सितम और बढ़ा दिया है. पहले ही दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत शीत लहर की चपेट में है. जिस वजह से लोग कड़ाके की ठंड की मार झेल रहे हैं. ऊपर से आज हुई बारिश ने दिल्ली में ठिठुरन और बढ़ा दी है. बढ़ती ठंड में लोग कई लेयर पहनकर घरों से बाहर निकल रहे हैं. जगह जगह पर लोग अलाव सेंकते देख जा सकते हैं. दिल्ली में इस ठंड के सीजन की आज पहली बारिश हुई. हल्की बारिश के चलते तापमान भी नीचे लुढ़का है. सुबह से राजधानी कोहरे की चादर में लिपटी नजर आ रही है. ग्रेटर नोएडा में सुबह की शुरुआत बारिश के साथ हुई है.
बारिश और ठंडी हवाओं ने मौसम को और ठंडा कर दिया है. इतना ही नहीं, विजिबिलिटी कम होने की वजह से लोग गाड़ियों की लाइट जलाकर सड़कों पर चल रहे हैं. दिल्ली के नेहरू पार्क, चाणक्यपुरी, आईटीओ, इंडिया गेट सहित कई इलाकों में बारिश हुई. वहीं सड़कों पर कोहरा छाया हुआ है. बारिश और कोहरे की वजह से आवाजाही भी प्रभावित हुई है. दिल्ली एनसीआर बारिश से कई जगह जाम लग गया है. इसका सीधा असर यह हुआ कि लोग अपने दफ्तर काफी लेट से पहुंच रहे हैं. दिल्ली में शीत लहर की वजह से कोहरे की एक परत छाई हुई है. कुछ जगहों पर घने से अति घना कोहरा रह सकता है. इसका मतलब ये हुआ कि विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो सकती है. बढ़ती ठंड के साथ कोहरा भी घना होता जाएगा.
दिल्ली में आज भी कोहरा छाया हुआ है, जिसकी वजह से विजिबिलिटी भी कम हो गई है. इस समय दिल्ली में मानसून के बाद का मौसम (ओएनडी- अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर) चल रहा है, जबकि सर्दी का मौसम दिसंबर से फरवरी (डीजेएफ) तक होता है.' हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सोमवार को एक बार फिर से बर्फ की चादर से ढक गई. बर्फबारी की खबर से जहां पर्यटक खासे उत्साहित हैं वहीं पर्यटन उद्योग से जुड़े स्थानीय लोगों और किसानों के चेहरों पर भी खुशी की अलग ही चमक देखी जा सकती है. क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बर्फबारी से स्थानीय लोगों को पर्यटकों के बड़ी संख्या में यहां आने और किसानों को सेब की बढ़िया फसल होने की उम्मीद बंधी है. ठंडी हवाएं चलने के बीच लोग बर्फबारी का आनंद लेने के लिए घरों से बाहर निकल आए.
शहर के रिज और मॉल रोड पर पर्यटकों को बर्फबारी का आनंद लेते देखा गया. मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि आसपास के पर्यटक स्थल कुफरी और नारकंडा के अलावा खड़ापत्थर, चूड़धार और चांशल जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हुई. स्थानीय मौसम विभाग ने सोमवार, मंगलवार, शुक्रवार और शनिवार को मध्य और ऊंचे इलाकों में बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया था. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले छह दिनों तक जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी. राजस्थान और पंजाब में भी दो दिनों तक सर्दी का सितम जारी रहेगा, यहां भी शीत लहर को लेकर चेतावनी दी गई है. भारत का स्वर्ग कहे जानेवाले कश्मीर में भी ठंड काफी बढ़ गई है. कश्मीर की डल झील पूरी तरह से जम चुकी है.
देखा जाए तो इस वक्त कश्मीर में लोग हर तरफ अलाव जलाकर हाथ तापते हुए दिखाई दे रहे है. श्रीनगर में पारा शुन्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है. हालत ये है कि कश्मीर में चिल्लई कलां शुरू हो गया है. मतलब ये कि डल झील बर्फ में तब्दील हो गई है. बता दें की चिल्लई कलां कश्मीर में उन दिनों का कहा जाता है, जब सर्दी अपने चरम पर होती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शीत लहर के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में अगले छह दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. आईएमडी के मुताबिक बाद में उत्तर-पश्चिम भारत में शीत लहर का प्रभाव कम होगा, लेकिन 25 दिसंबर से पंजाब और हरियाणा में भीषण कोहरे का असर देखने को मिल सकता है. इन दोनों ही राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
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