कृषि उपज का अवैध परिवहन रोकने के लिए गठित दस्ते के सदस्य करेंगे एक कंपनी की तरह काम...
उड़न दस्ते में अपने ही सजातियों को शामिल करवाकर,पूरी है भ्र्स्टाचार की तैयारी !
ग्वालियर। आंचलिक कार्यालय मध्य प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड ग्वालियर के द्वारा कृषि उपज का अवैध परिवहन रोकने के लिए अपने आदेश क्रमांक /बोर्ड /निरीक्षक दल/बी-10/ 2024-25/448/25/112024/ग्वालियर, से निरीक्षण दलों का गठन किया गया है। प्रथम निरीक्षण दल के सदस्य लोकेश त्यागी लिपिक द्वारा संयुक्त संचालक आरपी चक्रवर्ती के साथ मिलकर अपने हिसाब से निरीक्षण दल में आलोक वर्मा सहायक संचालक आंचलिक कार्यालय मंडी बोर्ड ग्वालियर को निरीक्षण दल का प्रभारी बनवाया है।
निरीक्षण दल के अन्य सदस्यों के रूप में स्वयं लोकेश त्यागी लिपिक, राहुल त्यागी सहायक उप निरीक्षक डबरा, कुलदीप त्यागी सुरक्षा कर्मी जो लोकेश त्यागी के सजाती हैं, इनके अलावा रविंद्र त्रिवेदी लिपिक यह भी लोकेश त्यागी के रिश्तेदार हैं, निरीक्षण दल में कर्मचारियों की कुल संख्या 9 है जिसमें से चार कर्मचारी लोकेश त्यागी सहायकग्रेट 3, सहित त्यागी समाज से हैं। इनके अलावा विशंभर दंडोतिया सहायक उप निरीक्षक, रविंद्र त्रिवेदी सहायक ग्रेड 3, शिवम बुधौलिया सुरक्षा कर्मी, कुलदीप त्यागी सुरक्षाकर्मी आदि सहित 9 में से 7 कर्मचारी एक ही समाज से हैं। इनके अलावा दल में दो सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं जिनमे ऋतुराज यादव सुरक्षाकर्मी, अमित सिंह गुर्जर सुरक्षा कर्मी को दस्ते मैं शामिल किया गया है।
दूसरे दस्ते में विनोद गुप्ता,सतीश करारे,मनीष शर्मा,भूपेश त्यागी,बसंत कुशवाह,अमर त्यागी,शिवम् गुर्जर,विनोद शर्मा,रामवीर सिंह को शामिल किया गया है यह दोनों ही दल ग्वालियर चंबल संभाग देख रहे हैं ।निरीक्षण दल के प्रभारी आलोक वर्मा को कभी निरीक्षण दल के साथ नहीं देखा गया हैं। सूत्रों की माने तो आलोक वर्मा को तो सिर्फ इसलिए निरीक्षण दल का प्रभारी बनाया गया है जिससे लोकेश त्यागी अवैध प्रबंध पर रोक लगाने के बजाय व्यापारियों के साथ मिलकर मंडी शुल्क की चोरी कर अपने एवं अपने सजातियों की जेबे भरकर भ्रष्टाचार कर सकें। इस विषय पर बात करने के लिए जब संयुक्त संचालक आरपी चक्रवर्ती से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे मुलाकात नहीं हो सकी।खबर चलने के बाद अब देखना यह है की मंडी बोर्ड के अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं क्या निरीक्षण दल के लोकेश त्यागी को हटाते हैं या भ्रष्टाचार करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
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