प्रयागराज महाकुंभ में इस बार 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान...
कुंभ मेले से लौटने वालों को फ्री ट्रेन में सफर की सौगात दी जा सकती है : सूत्र
प्रयागराज में इस बार शुरू हो रहे महाकुंभ को लेकर सरकार की तरफ से विशेष तैयारियां की जा रही हैं. इसकी तैयारियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरकार ने पांच हजार करोड़ रुपये का बजट रखा है और इसमें 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शिरकत करने की उम्मीद है. करोड़ों श्रद्धालुओं की आवाजाही को ध्यान में रखकर रेलवे की तरफ से खास इंतजाम किये जा रहे हैं. रेलवे ने महाकुंभ के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने की तैयारी कर रखी है. 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में रेल यात्रियों को नए सुविधा देने पर विचार चल रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार की खास तैयारियों पर रेलवे की तरफ से यह सौगात दिये जाने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि इसको लेकर योगी सरकार ने रेलवे से विशेष बातचीत की है.
जी हां, अगर यह सुविधा रेलवे की तरफ से श्रद्धालुओं को दी गई तो यात्रियों की मौज हो जाएगी. दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार रेलवे महाकुंभ से लौटने वाले जनरल कोच के यात्रियों को मुफ्त में यात्रा करने की सौगात दे सकता है. रेलवे की तरफ से महाकुंभ से लौटने वाले यात्रियों के लिए टिकट खरीदने की अनिवार्यता को खत्म किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है. आने वाले दिनों में इसको लेकर ऐलान करने की तैयारी है.
कुंभ में 40 से 45 करोड़ लोगों के पहुंचने की उम्मीद
प्रयागराज में 45 दिन तक चलने वाले महाकुंभ के आयोजन में देशभर से 40 से 45 करोड़ लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. रेलवे की तरफ से अनुमान जताया गया है कि कुंभ के दिनों में हर दिन पांच लाख यात्री जनरल कोच में सफर करेंगे. इतने यात्रियों को हर दिन टिकट देना किसी चुनौती से कम नहीं होगा. ऐसे में जनरल टिकट खरीदने की अनिवार्यता को महाकुंभ के आयोजन के दौरान रद्द किया जा सकता है. महाकुंभ में आवागमन के लिए रेलवे की तरफ से 3000 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है.
जनरल कोच में चलने वाले यात्रियों को मिलेगा फायदा
रेलवे की तरफ से इस सुविधा की फायदा जनरल कोच में चलने वाले उन्हीं यात्रियों को दिया जाएगा जो कुंभ मेले से वापस लौट रहे होंगे. बाकी कैटेगरी से यात्रा करने वाले यात्रियों को रिजर्व टिकट लेकर सफर करना होगा. हालांकि इसमें रेवले की तरफ से यह नियम बनाने पर विचार किया जा रहा है कि यात्री प्रयागराज से 200 से 250 किमी तक ही फ्री में सफर कर सकेंगे. यदि किसी यात्री को प्रयागराज से 250 किमी से ज्यादा दूर जाना है तो रेलवे की तरफ से यह माना जाएगा कि यात्री भीड़ में टिकट नहीं ले पाया. ऐसा यात्री ट्रेन में टीटीई से टिकट बनवा सकेगा और उस पर किसी तरह का जुर्माना नहीं लगेगा. हालांकि इस प्रस्ताव पर अभी किसी तरह का आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है.
स्कैनर टिकट खरीदने का ट्रायल हुआ 'फेल'
रेलवे की तरफ से विकल्प के तौर पर स्टेशन पर स्कैनर टिकट खरीदने का ट्रायल किया गया. लेकिन, एक साथ ज्यादा संख्या में टिकट बुक कराए जाने से नेटवर्क जाम जैसी स्थिति बन गई. रेलवे के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि भारी भीड़ होने के कारण यात्रियों के लिए लाइन में लगकर टिकट लेना संभव नहीं है. रेलवे का बिना टिकट यात्रियों पर जुर्माना लगाने का नियम है, जो कि पॉसिबल नहीं है. ऐसे में रेलवे की तरफ से अनरिजर्व कैटेगरी के टिकट को फ्री करने पर विचार किया जा रहा है.
0 Comments