शिव भक्तों के लिए बड़ी खबर...
NSA अजित डोभाल ने करवा दिया,कैलाश मानसरोवर जाने का रास्ता क्लीयर !
नई दिल्ली/बीजिंग. भारत और चीन के बीच संबंध लगातार सुधर रहे हैं. रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास युद्ध को देखते हुए एशिया की दो महाशक्तियों के बीच संबंधों में सुधार शुभ संकेत है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं. वह स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव लेवल की वार्ता में हिस्सा लेने के लिए बीजिंग में हैं. अजित डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की है. इस दौरान 6 मसलों पर सहमति बनी है. डोभाल की यात्रा का सबसे बड़ा हासिल कैलाश मानसरोवर तक बिना किसी बाधा के यात्रा करने पर सहमति बनना है. बता दें कि डोकलाम टकराव के बाद चीन ने कैलाश मानसरोवर यात्रा को रोक दिया है. हिन्दू शिव भक्तों के लिए यह यात्रा अभी तक फिर से शुरू नहीं हो सकी है. डोभाल और वांग यी के बीच बातचीत के बाद पवित्र यात्रा का मार्ग एक बार फिर से खुलने की संभावना बढ़ गई है.
NSA अजित डोभाल ने चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से भी मुलाकात की है. बता दें कि पिछले 5 सालों से भारत और चीन के बीच स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव लेवल की बातचीत रुकी हुई थी. डोकलाम में दोनों देशों के बीच सहमति बनने के बाद से अब द्विपक्षीय संबंधों में सालों से जमा बर्फ पिघलने लगा है. एनएसए अजित डोभाल की ताजा बीजिंग दौरे के दौरान विभिन्न मुद्दों पर बनी सहमति इसका उदाहरण है. एनएसए अजित डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच 18 दिसंबर 2024 को मुलाकात हुई. इस दौरान कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच जिन मुद्दों पर सहमति बनी थी उसपर व्यापक विचार-विमर्श हुआ. भारत-चीन सीमा को लेकर भी सकारात्मक बातचीत हुई है. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच 6 मुद्दों पर सहमति बनी है.
कैलाश मानसरोवर यात्रा में अब नहीं आएगी अड़चन
एनएसए अजित डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी है. अन्य मसलों के साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा को भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए खोलने पर भी एकराय बनी है. दोनों पक्षों ने सीमा पार से आवागमन और सहयोग को और मजबूत करने पर बातचीत की और इसपर अमल करने पर सहमति जताई है. तिब्बत में स्थित धर्मस्थल के लिए तीर्थयात्रा को फिर से शुरू करने और उसे बढ़ावा देने पर भी सहमति बनी है. बता दें कि कैलाश मानसरोवर तिब्बत इलाके में ही स्थित है. यह यात्रा पिछले पांच सालों से बंद है, जिसे अब फिर से शुरू करने पर सहति बनी है. इसके अलावा एक-दूसरे देश से बहने वाली नदियों को लेकर सहयोग बढ़ाने और नाथूला को बॉर्डर ट्रेड के लिए खोलने पर भी दोनों देशों ने सहमति जताई है.
इनपर भी बनी सहमति
डोभाल और वांग यी ने बॉर्डर को लेकर बनी सहमति को प्रभावी ढंग से लागू करने पर सहमति जताई है. साथ ही सीमाई इलाकों में शांति कायम करने के लिए जरूरी कदम उठाने पर भी राजी हुए हैं, ताकि द्विपक्षीय संबंध और विकास की प्रक्रिया बाधित न हो. साल 2005 में दोनों पक्षों के बीच बनी सहमति के आधार पर सीमा से जुड़े मुद्दों का हल निकालने पर भी सहमति जताई गई है. इसके साथ ही बॉर्डर सिचुएशन का आकलन किया गया और बॉर्डर इश्यूज के मैनेजमेंट को और दुरुस्त करते हुए विश्वास बहाली के लिए काम करने पर भी सहमति बनी है. डिप्लोमेटिक और मिलिट्री कोऑपरेशन को बढ़ाने के लिए दोनों देशों ने साथ मिलकर काम करने पर सहमति जताई है. इस बैठक में एक और बड़ा फैसला लिया गया है. अगले साल भारत में स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव लेवल की बातचीत होगी.
0 Comments