G News 24 : पूर्व आरटीओ सिपाही के यहां मिले 2.85 करोड़ नगद कैश !

 आधा किलो सोना सहित 50 लाख रूपये की ज्वेलरी मिली...

पूर्व आरटीओ सिपाही के यहां मिले 2.85 करोड़ नगद कैश !

भोपाल। पूर्व आरटीओ कार्यालय के कांस्टेबल सौरभ शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित निवास पर गुरूवार की सुबह लोकायुक्त टीम ने छापा मार कर 1 करोड़ 15 लाख रूपये नगद कैश, आधा किलो सोना, हीरे और सोने की 50 लाख रूपये की ज्वेलरी समेत प्रॉपर्टी के कागजात मिले है। उनके कार्यालय से 1 करोड़ 70 लाख रूपये नगद कैश समेत प्रॉपर्टी के कागजात मिले है।

पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा परिवहन विभाग आरटीओ कार्यालय में कांस्टेबल रहे हैं। एक वर्ष पूर्व वीआरएस ले चुके है। फिलहाल रियल एस्टेट व्यापार से जुड़े हुए है। उनके एक होटल पर भी छापे की कार्यवाही की गयी है। सौरभ के एक दोस्त के यहां भी कार्यवाही की गयी। दोनों पर परिवहन नाको पर तैनाती कराने के लिये दलाली करने के आरोप लगे है। सौरभ ने महज 12 साल की नौकरी में प्रदेशभर में करोड़ों का अवैध साम्राज्य खड़ किया है। सौरभ शर्मा फिलहाल दुबई में इहै। घर में केवल मां और नौकर मिले थे।

एडीजी लोकायुक्त जयदीप प्रसाद ने बताया कि सौरभ के दो ठिकानों पर कार्रवाई की जा रही है। सुबह 7 बजे दो टीमों को उसके अलग-अलग ठिकानों पर रवाना किया गया था। उसके खिलाफ पूर्व में शिकायत मिली थी। इसकी जांच के बाद कार्रवाई की गई है।

बिल्डर बन चुका है आरक्षक सौरभ शर्मा वीआरएस लेने से पहले ही रियल एस्टेट के व्यापार से जुड़ गया था। राज्यभर में कई रसूखदारों से उनकी नजदीकियां है। लिहाजा कार्यवाही के डर से उसने वीआरएस लिया और बिल्डर बन गया। भोपाल समेत राज्य के कई जिलों में उसकी संपत्ति होने के प्रमाण लोकायुक्त की टीम को मिले । अभी तक की कार्यवाही में सौरभ का एक होटल और एक स्कूल में निवेश होने के प्रमाण भी टीम को मिले हैं।

पिता के स्थान पर मिली थी आरक्षक की नौकरी बताया जा रहा है कि सौरभ को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। उसके पिता पूर्व में परिवहन विभाग में पदस्थ रहे हैं। मूल रूप से ग्वालियर का निवासी है सौरीा साधारण परिवार से था। चन्द साल की नौकरी में ही रहन-सहन बदल गया था। इसकी शिकायत विभाग समेत अन्य स्थानों पर की जाने लगी। इस पर सौरभ ने वीआरएस लेने का फेसला लिया और इसके बाद भोपाल के कई नामचीन बिल्डरों के साथ प्रॉपर्टी में निवेश करने लगा है ग्वालियर में सिटीसेंटर के लगभग 5 करोड़ की लागत बिल्डिंग है।

Reactions

Post a Comment

0 Comments