G News 23 : बेटी की सजगता और हिम्मत से ठगे जाने से बच गया एक व्यवसायी पिता !

 ग्वालियर में फिर डिजिटल अरेस्ट का मामला...

बेटी की सजगता और हिम्मत से ठगे जाने से बच गया एक व्यवसायी पिता !

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन सबसे राहत की बात यह है कि अब साइबर फ्रॉड लोगों को ठगी का निशाना नहीं बना पा रहे हैं। लगातार डिजिटल अरेस्ट की बढ़ रही घटनाओं के बाद लोग जागरुक हो रहे हैं और इन ठगों को ही चकमा देने लगे हैं। इस बार ग्वालियर में समाधिया कॉलोनी के मेडिकल व्यवसायी को ठगों ने डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया है। मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर व्यापारी को करीब डेढ़ घंटे तक डिजिटल अरेस्ट भी रखा। उनके नंबर का उपयोग गैरकानूनी काम में होने और मनी लॉन्ड्रिंग में यूज होने की बात कही।

बेटी ने ऐसे बचाया पिता को ठगी का शिकार होने से

ठगों की जालसाजी में व्यवसायी लगभग पूरी तरह फंस चुका था और उनकी बात मानने के लिए भी तैयार था। तभी उसकी 16 वर्षीय बेटी वहां पहुंची और पिता को उस वीडियो कॉल से मुक्त कराया। खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताने वाले ठग ने व्यवसायी की बेटी को भी धमकाया परंतु वह सजग थी और उसने बिना परवाह किए फोन काट कर पिता को टेंशन से मुक्त कराया।

मेडिकल व्यवसायी को कहा कि TRAI की ओर से कॉल है

शहर के जनकगंज थाना क्षेत्र स्थित तारागंज निवासी 56 वर्षीय प्रकाश पुत्र प्रभाकर करडेकर दवाओं के थोक व्यापारी हैं। साथ ही उनका मेडिकल स्टोर भी है। दोपहर वह अपने कमरे में बैठे थे, उसी समय उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल (Gwalior Digital Arrest News) आया था। ट्रू कॉलर पर यह नंबर TRAI (टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) नाम शो कर रहा था। व्यवसायी ने कॉल रिसीव किया तो उसे बताया गया कि यह कॉल TRAI की ओर से है। आपका नंबर कुछ देर में ब्लॉक किया जा रहा है। आपकी सिम बंद कर दी जाएगी। जब व्यवसायी ने पूछा कि ऐसा क्यों किया जा रहा है। जिस पर उसे बताया कि उसके मोबाइल नंबर से पोर्नोग्राफी मटेरियल भेजा गया है।

वॉट्सऐप पर व्यवसायी को फर्जी नोटिस भी भेजे

व्यवसायी पूरे मामले को समझ नहीं पा रहे थे तभी अचानक उनके वॉट्सऐप पर मुंबई क्राइम ब्रांच के कथित अधिकारियों की ओर से नोटिस आए। नोटिस में उनका मोबाइल नंबर और फोटो लगा हुआ था यह देखकर व्यापारी घबरा गया। धीरे-धीरे ठगों ने उसको अपने जाल में फांसना शुरू कर दिया। उसे फंसता देख कथित ठग ऑफिसर में वीडियो कॉल पर ही उस व्यापारी को तत्काल डिजिटल अरेस्ट (Gwalior Digital Arrest) होने के लिए कहा।

बेटी ने उल्टा ठग को ही डांट दिया

मेडिकल का काम करने वाला व्यवसायी काफी देर तक ठग (Gwalior Digital Arrest) के चंगुल में फंसा रहा। उसी दौरान उसकी 16-वर्ष की बेटी जो कि 11वीं क्लास की छात्रा है, वहां आ गई। उसने अपने पिता को परेशान देखा तो बेटी अपने पिता के पास पहुंची। ठग ने वीडियो कॉल पर उसकी बेटी के बारे में पूछा तो व्यापारी ने बताया कि यह उसकी बेटी है। ठग द्वारा उसको भी डराने का प्रयास किया गया लेकिन छात्र ने बिना डरे हुए सारे सवालों के जवाब दिए और यह कह कर फोन काट दिया कि आपको जो भी कार्रवाई करनी है, ग्वालियर आकर करें और कॉल काटते हुए अपने पिता को ठग के चंगुल से मुक्त कराया।

Reactions

Post a Comment

0 Comments