सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत महिला व बालिका सुरक्षा में पुरुषों की भूमिका पर कार्यशाला ...
‘‘जिम्मेदार मर्दानगी‘‘ विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित !
ग्वालियर। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत महिला व बालिका सुरक्षा में पुरुषों की भूमिका को लेकर आज पुलिस कन्ट्रोल रूम सभागार ग्वालियर में नगर रक्षा समिति के सदस्यों के लिये ‘‘जिम्मेदार मर्दानगी‘‘ विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह(भापुसे), सीएसपी विश्वविद्यालय सुश्री हिना खान की उपस्थिति में सम्पन्न की गई जिसमें नगर रक्षा समिति के संयोजक उमेश वशिष्ठ, राजेन्द्र सोनी, विजय जैन, डॉ राजकुमार दत्ता एवं कदम जन विकास संस्था से श्रीमती अनुपम साहू सहित ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के लगभग 100 सदस्य उपस्थित हुये। कार्यशाला के प्रारम्भ में सीएसपी विश्वविद्यालय सुश्री हिना खान द्वारा उपस्थित ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के संयोजक व सदस्यों को कार्यशाला की रूपरेखा से अवगत कराया गया।
कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर सिंह,भापुसे के द्वारा सर्वप्रथम ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों से उनके कार्यकलापों के संबंध में जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग आपका आभारी है। आप लोग पुलिस के साथ खड़े होकर समाज की भलाई में अपना विशेष योगदान दे रहे हैं। आप सभी एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में कार्यरत है और समाज व सिस्टम को आप लोग मजबूत बनाते हैं। आपको समाज और पुलिस के बीच संवाद का सेतु बनकर कार्य करना है। जिससे पुलिस और आमजन के बीच समन्वय आसानी से हो सके। आपके इस प्रयास से ऐसे पीड़ित महिला या बच्चे जो हिंसा का शिकार हो रहे और वह पुलिस तक नही आ पा रहे हैं उनके लिये आप मददगार साबित हो सकते हैं।
हम सब मिलकर एक मजबूत नागरिक के रूप में सहयोग देकर महिला सुरक्षित समाज बना सकते है। महिलाओं पर होने वाले घरेलू हिंसा, दहेज हत्या को लेकर कानून काफी सख्त हो गया है। एसपी ग्वालियर ने कहा कि ग्वालियर पुलिस द्वारा लगातार महिला सुरक्षा संबंधी अभियान चलाकर आमजन को जागरूक किया जा रहा है। इसी प्रकार ‘‘जिम्मेदार मर्दानगी‘‘ भी एक अभियान है, जिसके हमें अपने आसपास महिला व बालकांे पर घरेलू हिंसा या अपराध घटित हो रहा हो तो उसके खिलाफ खड़े होकर उसकी शिकायत करना है तभी आप जिम्मेदार मर्दानगी के रूप में दिखेंगे। आप सभी ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नगर समिति में मिलाकर और मजबूत बने तथा समाज में होने वाले अपराधों के खिलाफ खड़े होकर महिला सुरक्षित समाज बनाने में सहयोग करें।
कार्यशाला में सीएसपी विश्वविद्यालय सुश्री हिना खान द्वारा कहा कि ग्राम एवं नगर रक्षा समिति पुलिस की कमी को पूरा करती है एवं पुलिस की सहकर्मी भी है। समाज में होने वाले महिला एवं बालकों पर होने वाले अपराधों को रोकने में ग्राम एवं नगर रक्षा समिति की क्या भूमिका है उसके संबंध में भी उपस्थित सदस्यों को बताया गया। इस अवसर उन्होने कहा कि नगर रक्षा समिति में महिलाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होने कार्यशाला में उपस्थित सदस्यों को कहा कि ‘‘जिम्मेदार मर्दानगी‘‘ का अर्थ समाज में होने वाले अपराध एवं हिंसा के खिलाफ खड़े होकर उसे रोकना है। मर्दानगी शब्द विशेषकर पुरूष के लिये नही है बल्कि महिला व पुरूष दोनों के लिये है। जो समाज में एक रूपता से कार्यरत होकर बच्चों व महिलाआंे पर समाज में होने वाले अपराध के खिलाफ खड़ा होता है वही असली मर्दानगी होती है। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों को हिंसा व अपराधों के खिलाफ खड़े होकर पुलिस का सहयोग करने के लिये सकंल्प दिलाया गया।
कार्यशाला में नगर रक्षा समिति के संयोजक उमेश वशिष्ठ एवं कदम जन विकास संस्था से श्रीमती अनुपम साहू द्वारा उपस्थित सदस्यों को पुरूष एवं महिला के बीच अंतर को लेकर एक शॉर्ट फिल्म के माध्यम से बताया गया कि किस प्रकार समाज में लड़का और लड़की के बीच भेदभाव किया जाता है। जबकि हमें समाज में महिला पुरूष भेदभाव को खत्म करके एक महिला सुरक्षित समाज बनाना है तथा महिला व पुरूष को एक समान रखकर समाज में होने वाली हिंसा व अपराध के खिलाफ खड़े होकर खत्म करना है।
0 Comments