G News 24 : अब बालासाहेब ठाकरे को 'हिंदू हृदय सम्राट' के रूप में उल्लेख नहीं किया जा रहा है : राज ठाकरे

उद्धव ठाकरे पर राज ठाकरे का निशाना,मुस्लिम वोटों की खातिर ...

अब बालासाहेब ठाकरे को 'हिंदू हृदय सम्राट' के रूप में उल्लेख नहीं किया जा रहा है : राज ठाकरे 

महाराष्ट्र के कल्याण में एक जनसभा को संबोधित करते हुए एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि जब उद्धव ठाकरे कांग्रेस और एनसीपी के साथ चले गए तो उन्होंने बालासाहेब ठाकरे को हिंदू हृदय सम्राट के रूप में उल्लेख करना बंद कर दिया. 

राज ठाके ने दावा किया कि होर्डिंग में हिंदू हृदय सम्राट का जिक्र भी बंद हो गया. कुछ जगहों पर तो होर्डिंग्स पर उर्दू में जनाब बाला साहेब ठाकरे भी लिख दिया. क्या आप अपने स्वार्थ के लिए इतना नीचे गिर गये हैं?

राज ठाकरे कल्याण ग्रामीण सीट से पार्टी के उम्मीदवार राजू पाटील के लिए एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे उनके साथ जाकर बैठ गए जिनके खिलाफ चुनाव लड़ा था. उद्धव ठाकरे 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों तक चुप रहे. जब उन्हें लग गया कि सरकार उनके बिना नहीं बन सकती तब ढाई-ढाई साल वाले फॉर्मूले का जिक्र किया.

शिवसेना में पड़ी फूट का जिक्र करते हुए भी उन्होंने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा. राज ठाकरे ने कहा, "उद्धव कांग्रेस के साथ चले और ढाई साल में उनके 40 विधायक कहां चले गए ये पता नहीं चला. मुख्यमंत्री को कुछ पता नहीं था. 40 विधायकों को साथ ले जाने वाले एकनाथ शिंदे ने क्या कहा था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस, एनसीपी और अजित पवार के साथ जाना बेदम था." 

इसके साथ ही उन्होंने कहा, "शिवसेना नाम और प्रतीक चिन्ह धनुष-बाण न तो उद्धव ठाकरे की संपत्ति है और न ही एकनाथ शिंदे की, ये बालासाहेब की संपत्ति हैं. मेरे कितने भी मतभेद हों, एनसीपी नाम और घड़ी का चुनाव चिन्ह शरद पवार की संपत्ति है, अजित पवार की नहीं. महाराष्ट्र में कितना वैचारिक पतन हुआ है? ये देश को दिशा देने वाला महाराष्ट्र राज्य है?

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