एक्यूआई लेवल 408 दर्ज’ सिटीसेंटर में हवा की स्थिति खराब है...
MP में सबसे अधिक प्रदूषित बन गया, कागजों में स्मार्ट शहर पहचान रखने वाला ग्वालियर !
ग्वालियर। मध्यप्रदेश के कई बड़े शहरों में प्रदूषण का लेवल लगभग 3 गुना तक बढ़ गया है। जिसमें ग्वालियर के डीडीनगर में शुक्रवार की सुबह लगभग 9.30 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 408 दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी ओर इन्दौर के ग्वाल टोली में यह 399 रहा है।
- भोपाल, रतलाम, जबलपुर, उज्जैन और देवास में क्रमशः 314, 315, 370, 322 और 316 दर्ज किया गया है। जो खतरे के निशान से ऊपर बताया गया है।
- ग्वालियर के सिटी सेंटर में हवा की स्थिति खराब है, जबकि महाराज बाड़ा पर बहुत ज्यादा खराब है। शहर के डीडी नगर में हवा की स्थिति जानलेवा बताई गई है। मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ओर से 31 अक्टूबर को दर्ज किया गया।
- एमपीपीसीबी के अनुसार,भोपाल में पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 यानी धूल के बारीक कण से सबसे अधिक प्रदूषण हो रहा है।
- हालांकि कई शहरों में एयरफ्लो की वजह से आतिशबाजी के बावजूद एक्यूआई कम हुआ है। एयर फ्लो से मतलब यह है कि तेज हवा चलने या हवा का दबाव अधिक होने के चलते प्रदूषण कम हो जाता है।
- धूल के बारीक कणों से बढ़ रहा है एक्यूआई भोपाल शहर के एक्यूआई की बात करें तो पर्यावरण परिसर में मौजूद लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम पर गुरूवार को 284 एक्यूआई था। सुबह टीटीनगर का एक्यूआई 238 दर्ज किया गया।
- वहीं, शाहपुरा इलाके में गुरूवार की दोपहर 176 एक्यूआई रहा है। देर रात तक यह 314 पर पहुच गया है।
मध्यप्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (एमपीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, शहर भर में पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 यानी धूल के बारीक कण से सबसे अधिक प्रदूषण हो रहा है। सभी जगहों पर जो एक्यूआई बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण पीएम 2.5 ही है।
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