G News 24 : लॉरेंस बिश्नोई की कीमत 1. 25 लाख ! इस बार सलमान की चमक फीकी !

 ऐतिहासिक मेला में गधों कोबॉलीवुड के सितारों के नाम से पुकारा, खरीदा और बेचा जाता है...

लॉरेंस बिश्नोई की कीमत 1. 25 लाख ! इस बार सलमान की चमक फीकी !

चित्रकूट। प्रदेश के चित्रकूट में दिपावली के दूसरे दिन मंदाकिनी नदी के किनारे लगाने वाले ऐतिहासिक मेला में हजारों की संख्या में गधे और खच्चर बिकने के लिए पहुंचे।इनमें लॉरेंस विश्नोई की 1.25 लाख लगाई गई।वही शाहरुख़ खान 80 हजार में बिका है।सलमान की चमक फीकी रह गई।आपको बता देखी मेला में गधे और खच्चर फिल्मी एक्टरों के नाम से बेचे जाते है।

चित्रकूट में दिवाली के दूसरे दिन अन्नकूट के मौके पर गधों का मेला लगता है। मंदाकिनी नदी के किनारे हजारों की संख्या में गधे और खच्चरों को बेचा जाता है।इस मेले में जानवरों का नाम बॉलीवुड के सितारों के नाम से पुकारा, खरीदा और बेचा जाता है। इनके नाम शाहरुख, सलमान, कैटरीना, माधुरी होते हैं।इस बार गधों के बाजार में गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई नाम का खच्चर आया है। 

मेला में अभी तक सबसे ज्यादा कीमत लॉरेंस विश्नोई की 1.25 लाख लगाई गई।वही शाहरुख़ खान 80 हजार में बिका है।बताया जाता है कि इस​ मेले की शुरुआत मुगल शासक औरंगजेब ने की थी. औरंगजेब ने चित्रकूट के इसी मेले से अपनी सेना के बेड़े में गधों और खच्चरों को शामिल किया था, इसलिए इस ​मेले का ऐतिहासिक महत्व है. इस मेले में 1 लाख तक के गधे बिकते हैं। 

मध्यप्रदेश के यह ऐतिहासिक मेला मुगल शासक औरंगजेब के जमाने से चला आ रहा है। इस बाजार यूपी, एमपी सहित कई अलग0-अलग जगहों से व्यापारी गधों को बेचने और खरीदने आते हैं। इस मेले की पूरी व्यवस्था नगर परिषद चित्रकूट द्वारा की जाती है।

बॉलीवुड सितारों के नाम पर गधों का नाम

इस बार के मेले में सबसे चर्चित गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई नाम का खच्चर रहा। जिसकी सबसे ज्यादा बोली 1.25 लाख लगाई थी। मेले में सलमान, कैटरीना, शाहरूख जैसे कई बड़े सितारों के नाम वाले गधे और खच्चर शामिल थे। जबकि मेले में सलमान खान की चमक फीकी पड़ गई।

अस्तित्व खो रहा मेला !

इस मेले में पहुंचे व्यापारियों का कहना है कि यहां पर व्यवस्था का अभाव रहता है। मुगलकाल से चली आ रही परंपरा अब लगभग खात्मे की कगार पर है। गधा मेले में सुरक्षा के लिए जवान तक नहीं लगाए जाते हैं।

पैसा पूरा व्यवस्था कुछ नहीं

यहां पर आने वाले व्यापारियों का कहना है कि मेले में ठेकेदारों द्वारा 30 प्रति खूंटा जानवर बांधने के लिए लिया जाता है। जबकि 600 रुपए प्रति जानवर एंट्री फीस होती है। यहां पैसे ले लिए जाते हैं और सुविधा के नाम पर कुछ नहीं दिया जाता है। चाहे गधे बिके या नहीं पैसे पूरे देने पड़ते हैं।

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