यशोधरा सदन को मिला बेस्ट हाउस पुरस्कार...
सिंधिया कन्या विद्यालय में 68वें स्थापन दिवस समारोह का हुआ समापन
सिंधिया कन्या विद्यालय के प्रांगड़ में स्थापना दिवस समारोह का भव्य समापन हुआ। इस वर्ष स्वर्गीय राजामाता माधवी राजे सिंधिया के दुःखद स्वर्गवास के पश्चात प्रेजिडेंट बोर्ड ऑफ़ गवर्नर की कमान महारानी प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया को सौंपी गई। यह कार्यक्रम निशि मिश्रा की अध्यक्ष्ता में संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में मिलन शर्मा उपस्थित थी। मिलन शर्मा प्राकृतिक खेती के साथ एकीकृत डेयरी फार्मिंग में कार्यरत हैं। इस समारोह में डॉ वी के गंगवाल, डॉ ज्योति बिंदल, उज्जवला फालके, कीर्ति फालके जी उपस्थित थीं। कार्यक्रम में सर्वप्रथम राजमाता विजया राजे सिंधिया, जीवाजी राव सिंधिया, महाराज माधव राव सिंधिया, तथा राजमाता माधवी राजे सिंधिया को पुष्पांजलि अर्पित की गई। समारोह में उपस्थित गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया गया तथा पुष्पगुच्छ प्रदान किये गये। तत्पश्चात विद्यालय प्राचार्या निशी मिश्रा द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। बोर्ड ऑफ़ गवर्नर, डॉ वी के गंगवाल द्वारा उदबोधन प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि मिलन शर्मा तथा विद्यालय प्राचार्या निशी मिश्रा द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए। पुरस्कारों की शृंखला में सर्वप्रथम हाईएस्ट मार्क्स इन क्लास 12 पार्थवी शाह, हाईएस्ट मार्क्स इन क्लास 10 ऋषिका सिंघानिया को प्रदान किया गया। इस वर्ष की कालिदास ट्रॉफी यशोधराऔर माधवी सदन, शेक्सपियर ट्रॉफी -वसुंधरा सदन, कल्चरल ट्रॉफी यशोधरा सदन, बेस्ट हाउस इन गेम्स एंड स्पोर्ट्स - यशोधरा सदन, बेस्ट हाउस ट्रॉफी - यशोधरा सदन को प्रदान की गई। प्राचार्या निशी मिश्रा द्वारा 'विजया एवार्ड' की घोषणा की गई।
1987 बैच की छात्रा मिलन शर्मा, को इस वर्ष के विजया एवार्ड से सम्मानित किया गया तथा उनके द्वारा उध्बोधन प्रस्तुत किया उन्होंने कहा कि इस प्रांगण में मुझे ऐसा लग रहा है कि मेरा बचपन वापस आ गया हो। आज मैं अत्यधिक प्रसन्न हूँ कि मुझे इतने बड़े अवार्ड के लिए आमंत्रित किया गया। छात्राओं को अपनी जीवन यात्रा से प्रोत्साहित करते हुए कहा बड़े सपने देखो, हमेशा सीखते रहो, मेहनत करो और अपने नैतिक मूल्यों को कभी मत छोड़ो । आज भी मुझे सिंधिया कन्या विद्यालय में बिताए हुए दिन, रहना, खाना, दोस्तों के साथ बातें करना सबकुछ बहुत याद आता है। आज मैं जो भी कुछ हूँ सिंधिया कन्या विद्यालय के कारण ही हूँ। मैं प्रबंधनमंडल, और प्राचार्या निशि मिश्रा की बहुत आभारी हूँ। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला में सिंधिया कन्या विद्यालय की कक्षा 6-12 तक की छात्राओं द्वारा ‘ऐस के वी द ब्रेन लैंड’ ड्रामा की भव्य प्रस्तुति दी गई। इस नाटक के माध्यम से मस्तिष्क के चार अभिन्न अंगों क्रमशः मेमोरी , क्रिएटिविटी , क्रिटिकल थिंकिंग , तथा इमोशंस पर प्रकाश डाला गया।
मेमोरी हर प्रिय पल को याद कराती है, क्रिएटिविटी दुनिया को कल्पना के जीवंत रंगों में रंग देती है, क्रिटिकल थिंकिंग सबसे मुश्किल समस्याओं को भी सुलझा देती है, और इमोशंस हमें जीवन में खुशी, उदासी, प्यार और बहुत कुछ के साथ मार्गदर्शन कराते हैं। इस नाटक में सिंधिया कन्या विद्यालय की छात्राओं की इसी यात्रा को दर्शाया गया है। स्कूल के संस्थापकों का दृष्टिकोण केवल अकादमिक उत्कृष्टता नही था बल्कि ऐसे सर्वांगीण व्यक्तियों का पोषण करना था जो उद्देश्य के साथ सोचते, महसूस करते और रचना करते हैं। यह नाटक उस दृष्टिकोण को श्रद्धांजलि के रूप में प्रस्तुत किया गया। विद्यालय हैड गर्ल मनस्वी मुद्गल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। प्रातः कालीन सत्र में वभिन्न विषयों क्रमशः साइंस, रोबोटिक्स , स्कल्पचर, पेटिंग, होम साइंस, संकल्प आदि की प्रदर्शिनी का उद्धघाटन विद्यालय हैड-गर्ल मनस्वी मुदगल के अभिभावक अरूण मुदगल और रीतू मुदगल के द्वारा किया गया। इस प्रदर्शिनी में छात्राओं द्वारा विभिन्न विषयों पर मॉडल, एक्सपेरिमेंट, चार्ट, प्रोजेक्ट, पी.पी.टी., नीडिल वर्क आदि दर्शाया गया।
रोबोटिक्स प्रदर्शनी में स्मार्ट कार, पेहेर कोरडेल्ला (मॉडल), रोबो सॉकर, कैसल रन, नेनस (मॉडल), ऑब्स्टैले अवोइडर आदि, पेंटिंग प्रदर्शनी में आयल ऑन कैनवास, ऐक्रेलिक ऑन शीट, वाटर कलर, सॉफ्ट पस्टेल, वर्ली आर्ट, एमडीएफ बोर्ड, इनवेलोपेस, पोट्रेट्स, प्लाई वुड ऐक्रेलिक, चारकोल पोट्रैट, फोक आर्ट, मधुबनी, मंडल, ट्राइबल आर्ट, करेला आर्ट आदि, स्कल्पचर प्रदर्शनी में ऑब्स्ट्रक्ट, रीयलिस्टिक, कन्सेप्तुअल, फ्लावर अरेंजमें, टेरा कट्टा, लिप्पन आर्ट, टाइल अरेंजमेंट, पॉट, मिक्स मीडिया और मिनी स्कल्पचर, लिप्पन आर्ट आदि, विज्ञान प्रदर्शनी में लावा लैंप, डीएनए इंसुलेशन,टेस्ला टावर, मॉन्स्टर,सलूशन ट्रैफिक, टरबाइन आदि जैसे एक्सपेरिमेंट को दर्शाया गया। होम साइंस में मर्चैंडाइस तैयार की गई जिसमें ब्लॉक प्रिंटिंग से बने दुपट्टे, कुशन कवर, टाइ एंड डाइ के मेट्स तथा दुपट्टे और स्क्रीन प्रिंटिंग से बने बैंग्स, मैक्रमे से बने ड्रीमकैचर, मेट्स तथा नीडल वर्क के अनेक चीज़े दर्शायी गई तथा बेचीं गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला में ऑर्केस्ट्रा का भव्य प्रदर्शन किया गया। इसमें कक्षा 9-12 तक की 22 छात्राओं ने भाग लिया इसमें उन्होंने सितार, तबला, हारमोनियम, वायलिन, कांगो, सरोद आदि वाद्य यंत्रों का प्रयोग करके यमन राग तीन ताल की प्रस्तुति दी। इसमें 50वीं और 20वीं सदी के गाने जैसे संदेशें आते हैं, है अपना दिल तो आवारा, क्या हुआ तेरा वादा, प्यार दीवाना होता है, ये दोस्ती आदि बजाकर समस्त लोगों को आनंद विभोर किया तथा अंत में उन्होंने झाला, जगुलबंदी तथा चक्रदार तिहाई की प्रस्तुती दी। एस.के.वी. के वेस्टर्न बैंड में ड्रम्स, गिटार, पियानो, इलेक्ट्रिक गिटार, साइड ड्रम, क्लैपबॉक्स आदि वाद्ययंत्रो को बजाकर ज़ोंबी, क्रॉलिंग और बुलीवर्ड जैसे गीतों को प्रस्तुत कियाI अभिभावकों के लिए कार्निवाल आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न स्थानों पर फोटो बूथ, डांस वर्कशॉप, क्विज, गेम्स, तथा नृत्य क्रमशः कत्थक, भरतनाट्यम तथा अहिरी नृत्य की प्रस्तुति दी। यह कार्यक्रम विद्यालय प्राचार्या निशि मिश्रा, उप प्राचार्या गरिमा सांधु, बरसर- सेल्विन माईकेल, इवेंट इंचार्ज शिवांगी सहाय तथा समस्त स्टाफ के अथक प्रयासों से सफल हो पाया।
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