सावधान! ! हिन्दुओ संकट कॉल आ रहा है !
अग्नि वीर योजना के ख़िलाफ़ तोड़फोड़,आगजनी उसका विरोध करने वालों के मक़सद को पहचानो !
अग्निपथ योजना के ख़िलाफ़ तोड़फोड़, आगजनी सबसे पहले बिहार में हुई और उसके बाद पूरे देश में उपद्रव फ़ैलाने का प्रयास हुआ। इस षड्यंत्र का पर्दाफास हुआ और इसके बाद जो लोग अरेस्ट किये गए। उन उपद्रवियों के नाम जानिए जिससे मालूम पड़ेगा कि किसको इस योजना से खतरा था और योजना को क्यों रद्द कराना चाहते थे। पकड़े गये लोगों में प्रमुख नाम अशरफ, मेहमूद, अली, जुनैद, अब्दुल, फारुख, गुलबुद्धन, फखरूदीन, जलालूदिन, मोहम्मद शौकीन, मोहम्मद तौकिन,मोहम्मद सैफुद्दीन आदि ... तो आपको कुछ समझ में आ रहा है ये कौन लोग हैं जो इसका विरोध कर रहे थे और क्यों कर रहे थे ?
सी डी एस जनरल रावत ने कहा था कि भारत को ढाई मोर्चों पर लडने की तैयारी रखनी चाहिए। मुसलमान जब संयोजित आक्रमण करेंगे तो एक मोर्चा loc पर खोलने और दूसरा मोर्चा पाकिस्तान की सहायता के लिये चीन Lac पर खोल देगा तथा आधा मोर्चा देश में अन्दर रह रहे मुसलमान शहर शहर में पूरेदेश में खोल देंगे। मैं इसे ढाई मोर्चा नहीं पूरे तीन मोर्चे मानूँगा। क्योंकि देश के अन्दर छेड़ा गया गृहयुद्ध सीमा के मोर्चो से भी बड़ा होगा। शहर- शहर और गांव -गांव में लडा़ जायेगा!
मुसलमान समझ गये हैं कि अग्निवीर गृह युद्ध की स्थिति में मुसलमानों से लड़ेंगे और पूरी जनता नि:शस्त्र नहीं होगी। जैसी कि ' डायरेक्ट एक्शन डे' पर आसानी से काटने को मिल गयी थी ! 1946 के इतिहास की पुनरावृति हो सकती है अर्थात मारकाट हिंदुओं का कत्लेआम् ।
कितनी दूर की सोच है और ये कितनी जल्दी समझ जाते हैं...
एक हिंदू है जो अभी तक नहीं समझा कि अग्निपथ:अग्निवीर क्या है ? ये मोदी सरकार का'' मास्टर स्ट्रोक" नही, महा मास्टर स्ट्रोक है। अभी वामपंथी और देश विरोधी ताकते इसको बिना समझे ही इसका विरोध कर रहे हैं या हो सकता है अच्छी तरह समझकर भारत विरोधी होने के नाते विरोध कर रहे हैं! यदि हिन्दू इसका सही अर्थ समझ जायज तो एक तरफ विरोध होगा तो दूसरी तरफ 100% हिन्दू इस योजना के समर्थन में भी हो जाएंगे। तो भारत का हिन्दू 2035 तक आंतरिक और बाहरी दोनों मोर्चो पर ताकतवर हो जाएगा।
शायद कुछ लोग अब भी नही समझे होंगे कि ये महा मास्टरस्ट्रोक कैसे है तो समझिए......
2023-2035 तक अग्निवीरों के अनेक जत्थे सेना से वापस अपने स्थानीय जगहों पर अपनी चार-चार साल की सेवा देकर आ जायेंगे, मतलब लगभग 10 लाख रिटायर अग्निवीर पूरे भारत में फैल जायेंगे, अग्निवीर सेना से अस्त्र, सस्त्र में पारंगत होंगे अतः उनको निजी हथियारों का लाइसेंस आसानी से मिल जाएगा।
अब इसमें हिन्दुओं के काम की बात ये है कि, मान लो आपके मोहल्ले में अचानक जेहादियों की भीड़ आ गयी और आपके मोहल्ले में 2-4 रिटायर अग्निवीर हैं तो जाहिर है उनके पास लाइसेंस सुदा निजी हथियार भी होंगे, आत्म रक्षा में वो उनको चलाएंगे भी, इस प्रकार इन अग्निवीरों से पूरा हिन्दू मोहल्ला सुरक्षित हो जाएगा। हिन्दुओं मोदी सरकार ने आपके लिए वो सोचा है जिसकी आपको कल्पना भी नहीं थी। इस प्रकार भारत में इन जेहादियों का मंसूबा "गजवा ये हिन्द" कभी पूरा नहीं होगा।
अग्निवीर योजना से भारत और सनातन अजेय बनेगा।
कृपया सभी हिन्दू इसका पुरजोर समर्थन करें और युवाओं को आगे लायें। 17 साल से 21, तक जोशीले युवा इसके भागीदार बनें। वैसे भी आजकल आप जानते ही हैं कि नॉर्मल सरकारी नौकरी लगने में 25-30 साल की उम्र हो ही जाती है, 21 साल बाद आकर भी आप दूसरी सरकारी नौकरी कर सकते हो।
*आज मैं देशविरोधियों द्वारा अति दुष्प्रचारित विषय अग्निवीर के सम्बन्ध में वास्तविकता व्यक्त करने जा रहा हूँ! कभी मौका मिले तो मेरा यह निवेदन प्रधानमंत्री श्री की सेवा में अवश्य निवेदित करें कि अग्निवीर जैसी देशहितकारी योजनाओं का अधिकाधिक प्रचार प्रसार करायें जिससे एक तरफ तो देशविरोधियों का काला मुंह बन्द होगा और दूसरी तरफ देश की आस्तीन के सांपों में भय व्याप्त हो जायेगा! और भय निर्बलता पैदा करता है!
अग्नि वीरों का अग्निपथ,है हिन्दुओं के लिए एक रक्षा कवच
ऐसी सच कल्पित योजनाओं का सही और सविवरण प्रचार प्रसार नहीं होता है, इसलिये देश उनका पूरा लाभ नहीं उठा पाता है और देश के शत्रुओं को इसके विरुद्ध दुष्प्रचार करने का पूरा मौका मिल जाता है ! कुछ देशद्रोही नेताओं के द्वारा भ्रम फैलाकर जनता के वास्तविक हित की योजनाओं को विवादित बताकर हिन्दुओं के हित के कार्यों को हिन्दुत्व का विरोधी बताने में सफल हो जाते हैं। जैसा कि तीन कृषि कानूनी योजनाओं को वापस लेने के मामले में भी हो चुका है।
जिस भय को दूर करने के लिये अग्निवीर योजना बनाई है।
उसके हिन्दू- हितकारी स्वरूप को हिन्दुओं के समक्ष प्रकट करने में कोताही क्यों बरती जा रही है-- निश्चित ही भय एष, भ्रम एष दासत्वोन्मुखवर्तक !यदि इस भय को दूर करने में हम सक्रिय, सफल और सचेष्ट न हुए तो निश्चित ही यह भय का भूत हमें भूतकालीन बना देगा !अग्निवीर योजना का निर्माण निश्चित ही उस आगामी और अवश्यंभावी संकट से निपटने के लिए किया गया है कि जिस दिन , हमारी सेनायें पाक और चीन की सीमाओं पर जूझ रहीं होंगी, देश में भय आतंक और अभाव का माहोल होगा और घर में पाले हुए सांप रूपी शत्रु अवसर का लाभ उठाने के लिए "डायरैक्ट एक्सन डे " से भी अधिक विनाशकारी गृहयुद्ध देश में छेड देंगे! उस समय उसी संकट से निपटने के लिये शूरता, शस्त्र ज्ञान और जुझारूपन के लिये हर तरह से सुशिक्षित, सम्पन्न और और अग्निदाहकतापूर्ण हमारी यह अग्निवीर सेना शहर गांव गली मुहल्लों में बाहर निकल कर पाले हुए विषधरों के विषदन्तों को तोड़ने में सफल और सहायक होगी।
इसलिये यह अग्निवीर सेना बनाई गयी है!
चार साल में ही इसे सामान्य सैनिक के जीवन काल का लगभग पूर्ण वेतन या उससे भी अधिक देकर इसे आत्मनिर्भर बना दिया गया है। इस पर भी खाली समय में कहीं भी सशस्त्र या सामान्य नोकरी करने का इसे विशेषाधिकार भी दिया गया है! मेरी यहाँ विशेष मांग है कि अग्निवीरों को किसी समाज द्रोही, धर्मद्रोही और देशद्रोही{ नेता} नर पशु की हत्या के लिये इम्यूनिटी भी मिलनी चाहिए जिससे उनका सांपो को दूध पिलाने का अपकर्म समाप्त हो!!
इस योजना के माध्यम से इस्लामिक देशों द्वारा चलाए जा रहे 'गजवा-ए-हिन्द' की राह में अग्निवीर योजना के द्वारा मोदी ने फिर एक बड़ा रोड़ा अटका दिया है...सभी भारतीयों से निवेदन है कि स्वयं अपने परिवार के सभी बच्चों को भेजिए और सभी हिन्दू परिवार को भी समझाइए कि मोदी जी सभी भारतीय बच्चों को इजराइल की तरह प्रकारान्तर से देश भक्त सैनिक बनानेके साथ साथ केवल 4 साल में 24 लाख रुपए दे कर स्वयंआत्मनिर्भर भारत का स्वावलम्बी नागरिक भी बना देंगे और यदि आवश्यक हुआ तो गजवा-ए-हिन्द के समय सशस्त्र सेनाओं का अभिन्न अंग भी बन कर दुश्मनों के सपनों को धूल में मिला देंगे।
विपक्षी दलों और देश के ग़द्दारों को यह बात समझ में आगई है। इसी लिए उन्होंने हिन्दू नौजवानों को भड़काने के लिए अपने IT सेल को काम पर लगा दिया है। यह हम देश भक्त हिन्दुओं को समझना होगा और जितना जल्दी हो सके पूरे भारत के हिन्दुओं को समझाना भी होगा। देश के ग़द्दारों के बहकावे में आकर अभी से कुछ नासमझ लोगों के समूह को लगने लगा है और वे अभी भी नोजवानों को भडकाने के लिये इस योजना में कमियां ढूंढ रहे हैं... जो उसके सशस्त्रीकरण की पहली सीढ़ी है ! नादानी मत करिए और ग़द्दारों के बहकावे में मत आइए।
सेना का प्रशिक्षण और नौकरी के साथ साथ रहना, खाना, दवा, यूनिफॉर्म, आना जाना वगैरह सब निःशुल्क/ मुफ़्त है, मतलब जो उम्र नुक्कड़ों पर चाय सिगरेट में निकल जाती है, उन 4 सालों में 23 लाख 43 हज़ार 160 रुपये कमाने का सुनहरा अवसर है।
अग्निवीर के सुरक्षित भविष्य के लिये उसके् क्रमपूर्ण धनार्जन की एक झलक देखिए ...
- पहला साल- 21,000×12= 2,52,000
- दूसरा साल- 23,100×12= 2,77,200,
- तीसरा साल- 25,580×12= 3,06,960
चौथा साल- 28,000×12= 3,36,000, कुल मिलाकर 11 लाख 72 हज़ार 160 रुपए, चार सालों में मिलेंगे उसके बाद, रिटायरमेंट पर 11 लाख 71 हज़ार। अर्थात् लगभग 24 लाख रुपये लेकर अग्नि वीर चार साल बाद घर में वापस आ जायेगा। यदि शहीद हो जायेगा तो उसका प्रतिदान अलग से मिलेगा! आप 17 से 23 साल की उम्र के लड़के अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना को जॉइन ज़रूर कीजिए।
समझिए मोदी जी सरकारी पैसों से 4 साल आपको आर्मी की ट्रेनिंग देंगे, साथ मे इतने सारे पैसे भी। बाहर नौकरी वैसे भी नहीं है, बारहवीं या स्नातक करने के बाद सीधे अग्निपथ के रास्ते पर चले जाइए, यहीं आपका भविष्य सुरक्षित है और आपके बच्चों के साथ साथ हमारे भारत का भविष्य भी सुरक्षित है। उसके बाद 24-25 की उम्र में रिटायरमेंट के बाद, इन पैसों से कोई व्यापार शुरू कर लीजिएगा या नहीं तो भारतीय सेना आर्मी के प्रशिक्षण के साथ देश में नौकरी आसानी से मिल तो जाती ही है वहाँ भी आर्मी का अनुशासन आपके बहुत काम आएगा। जीवन जैसा अभी चल रहा है, उससे लाख गुना अच्छा तय है। तो आप अग्निपथ योजना के विरोध का हिस्सा मत बनिए बल्कि ये समझिए कि आर्मी तक नहीं पहुँचने का जो आरक्षण था अब वो आप के लिए बल्कि थोक भाव में एक साथ ही ख़त्म हो चुका है।
अपना, परिवार और भारत भविष्य सुरक्षित कीजिए और सोचिए 24 के उम्र में 0 से आर्मी ट्रेनिंग के साथ कुल मिला कर 11 लाख रूपये सैलरी के रूप में मिलने वाला पूरा पैसा अगर आप ख़त्म भी कर देते हैं तो रिटायरमेंट के वक़्त मिलने वाला 11 लाख 71 हज़ार कम नहीं है। देश में 50% लोग ऐसे हैं जो पूरी उम्र में इतना पैसा नहीं कमाते जो 4 साल में अग्निपथ से आयेंगे l साथ ही भविष्य में भी उन लोगो को ही देश की नोकरियो में प्राथमिकता मिलेगी जो अग्निवीर होंगे! इसकी भी शुरुआत UP से हो गई है.....
देश को हड़पने का सपना देखने वाले मुसलमानों को इस योजना का उनकी योजना के लिए खतरा सबसे पहलें समझ में आ गया और इसके विरोध में विद्रोह भी मुसलमानों ने खडा़ किया और देश के वर्णशंकर हिन्दू गद्दारों को साथ लेकर इस विरोध को राष्ट्रीय स्वरूप देने का प्रयास किया! इसके विरोध में गिरफ्तार हुए वे सब मुसलमान ही थे।
इन मुसलमानों द्वारा भारत की प्रगति का हर मार्ग कण्टकाकीर्ण और दुष्कर बनाया जा रहा है। इन्हें देश की सुरक्षा नीति के तहत अतिशीघ्र, नागरिकता से वंचित, मिलिट्री और पुलिस की सेवाओं से दूर तथा खाद्य जल और औषधि के क्षेत्रों में प्रतिबन्धित कर देना चाहिए। इन्हें एक बड़ा मौका घरवापसी का भी देना चाहिए।
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