G News 24 : बाढ़ के कारण नेपाल में फंसे एमपी के तीर्थयात्री,सकुशल हुए भारत के लिए रवाना !

 नेपाल के मंगलतार घाटी में हुए भूस्खलन और तेज बारिश से आई बाढ़ के कारण हुई है भारी तबाही... 

बाढ़ के  कारण  नेपाल में फंसे एमपी के तीर्थयात्री,सकुशल हुए भारत के लिए रवाना !

नेपाल के पशुपतिनाथ और इस्कॉन मंदिर में दर्शन के लिए गए जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के तमाम तीर्थयात्री पूरी तरह सकुशल होने के साथ ही वतन वापसी के लिये बधुवार की सुबह आगे के सफर के लिये रवाना हो चुके हैं। जबलपुर के बिलहरी निवासी विटनरी कालेज में सहायक प्राध्यापक डॉ. राकेश बरहैया, उनकी पत्नी सोनिया बरहैया, 6 वर्षीय बेटा लवकुश और 3 वर्षीय बेटी वाणी के साथ ही उनके 72 वर्षीय पिता गोपेंद्र बरहैया और 60 वर्षीय माता किरण बरहैया सहित डिंडौरी और रीवा के कई यात्री नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन में फंसे हुए थे। इन सभी को नेपाल की आर्मी द्वारा हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू कर सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाया गया था। मंगलवार को राहत कैम्प में ठहरने के बाद डॉ. राकेश बरहैया सहित राज्य के सभी तीर्थयात्री बुधवार की करीब 7 बजे काठमांडू से सौनोली बॉर्डर के लिये रवाना हो गये हैं।

नेपाल मे भारतीय दूतावास ने किया परेशान

जबलपुर के डॉ. राकेश बरहैया सहित रीवा और डिंडौरी के 17 तीर्थयात्री 27 सितम्बर को नेपाल काडमांडू पहुंचे थे। यहां 30 सितम्बर की शाम को नेपाल के मंगलतार घाटी में भूस्खलन और तेज बारिश से आई बाढ़ के कारण भारी तबाही हुई। इस दौरान नेपाल आर्मी लोगों को रेस्क्यू कर मदद करती रही। परन्तु नेपाल की राजधानी काठमांडू में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के उदासीन रवैये ने तीर्थयात्रियों को परेशान किया। भारतीय दूतावास में नेपाल में फंसे भारतीय यात्रियों को न तो भोजन दिया गया, न ठहरने के उचित प्रबंध किये गये और न ही बीमार होने पर इलाज के इंतजाम किये जा रहे हैं। तीर्थयात्रियों ने भारतीय दूतावास पर दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप भी लगाए और राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर एवं वीडियो संदेश भेजकर भारतीय दूतावास के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग भी की।

वतन वापसी की चेहरे पर झलकी खुशी

नेपाल में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण अपनी आंखों से खौफनाक मंजर देखने वाले जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के सभी तीर्थयात्रियों के चेहरे पर वतन वापसी की खुशियां झलक उठीं। बुधवार को जैसे ही डॉ. राकेश बरहैया परिवार सहित मप्र के अन्य फंसे तीर्थयात्रियों को लेकर काठमांडू से बस भारत की सीमा के लिये रवाना हुई तो सभी के चेहरे खिल उठे। इसके लिये उन्होंने वीडियो संदेश और टैक्स्ट मैसेज भेज कर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं जिला प्रशासन के सहयोग के लिये आभार जताया है।

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