महिला ने एसआई को घेरकर पहले थप्पड़ मारा और अन्य पुलिस वालों को भी डण्डे से पीटा ...
विवाद सुलझाने पहुंचे एसआई का सिर फोड़ा !
ग्वालियर। दो पक्षों के बीच विवाद को शांत कराने पहुंचा सब इंस्पेक्टर और अन्य पुलिसकर्मी खुद ही घिर गए। एक पक्ष की महिला-पुरुषों ने एसआई को घेर लिया। एक महिला ने चांटा मारा, तो दूसरे ने धक्का-मुक्की कर डंडे मारे। इतना ही नहीं एक महिला ने पत्थर फेंककर मारा जो एसआई के सिर में लगा। दूसरे पुलिस कर्मियों को भी पीटा है।
घटना गत रात जती की लाइन बिरला नगर हजीरा की है। घायल एसआई को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। घटना का पता चलते ही थाना से फोर्स पहुंचाया गया और तत्काल हालात पर काबू पाया गया है। घटना के कुछ देर बाद सभी हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। लगातार ग्वालियर में पुलिस पर हमला होने की घटनाएं हो रही हैं।
शहर के हजीरा बिरला नगर जती की लाइन निवासी 65 साल के लाल सिंह जाटव ने शिकायत की थी कि उनके पड़ोस में रहने वाली देवी नरवारिया, उनकी बेटी बेबी, बेटा रामू और श्यामू नरवरिया उन्हें मंदिर में पूजा अर्चना नहीं करने दे रहे हैं। जब विरोध करते हैं तो आरोपी पक्ष मारपीट कर झगड़ा करता है। इसका पता चलते ही एसआई हरेन्द्र सिंह भदौरिया को मौके पर पहुंचकर मामले का समाधान करने के निर्देश दिए गए थे।
सूचना मिलते ही एसआई भदौरिया बल के साथ मौके पर पहुंचे। रात के समय जब वह घटना सथल पर पहुंचे और तो उस समय वहां पर दोनों पक्षों में विवाद हो रहा था। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो बेबी, उसकी मां देवी सिंह और बेटे रामू नरवरिया, श्यामू नरवरिया उनसे विवाद और मारपीट कर रहे थे।
स्पॉट पर पहुंचे एसआई भदौरिया ने झगड़ा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया है, लेकिन नरवरिया पक्ष के लोग समझने के बदले पुलिस से ही उलझ गए। यहां महिला देवी सिंह, उनकी बेटी बेबी और बच्चे रामू, श्यामू ने पुलिस एसआई पर ही हमला कर दिया। पहले महिलाओं ने धक्का मुक्की की है। जिस पर एसआई व अन्य पुलिसकर्मी ने विरोध किया, लेकिन वह समझने को तैयार नहीं थे। काफी प्रयास के बाद भी मां-बेटी और बेटे उग्र होने लगे और समझाने का प्रयास कर रहे एसआई पर हाथ छोड़ दिया।
इसके बाद भी एसआई भदौरिया नियंत्रण में रहे और समझाने का प्रयास किया। इसी बीच हमलावरों ने उनको पत्थर मार दिया। इसके बाद भी आरोपी उनकी मारपीट करते रहे। मामले का पता चलते ही थाने से अतिरिक्त बल मौके पर पहुंचा, लेकिन इससे पहले ही हमलावर भाग निकले। घायल पुलिसकर्मी को हॉस्पिटल पहुंचाया गया है।
पुलिस टीम पर हमला करने के बाद देवीसिंह, उसके बच्चे भाग गए। वह समझ गए थे कि उनके हाथ से गलत काम हो गया है और कुछ ही देर में पुलिस फोर्स उन्हें उठा लेगा। कन्ट्रोल रूम से सूचना मिलने पर हजीरा व अन्य थानों का फोर्स स्पॉट पर पहुंचा, लेकिन हमलावर उससे पहले ही फरार हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की और उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी। जिसके बाद सभी चारों आरोपी पकड़े गए है, लेकिन पुलिस अभी रामू नरवरिया व श्यामू नरवरिया के पकडऩे की पुष्टि कर रही है।
इस मामले में हजीरा थाना प्रभारी शिवमंगल सिंह सेंगर ने बताया कि दारोगा पर हमला करने वाले आरोपियों को पकड़ लिया गया है। अभी उनसे पूछताछ की जा रही है। दारोगा ने संवेदनशीलता का परिचय दिया था, वह भी हाथ छोड़ सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया है।
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