उद्यानिकी से संबंधित औद्योगिक इकाईयों के लिए लागत का 40 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है...
उद्यानिकी फसलें अपनाकर किसान आसानी से अपनी आय बढ़ा सकते हैं : सांसद श्री कुशवाह
ग्वालियर । उद्यानिकी योजनाओं का लाभ उठाकर किसान आत्मनिर्भर व सम्पन्न बन सकते हैं। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड द्वारा उद्यानिकी से संबंधित औद्योगिक इकाईयों के लिए लागत का 40 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है। ग्वालियर में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का कार्यायल स्थापित है। जिले के किसान भाई बागवानी बोर्ड की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आएँ। यह बात सांसद भारत सिंह कुशवाह ने चार दिवसीय किसान मेला सह संगोष्ठी के समापन कार्यक्रम में मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने उद्यानिकी विभाग की योजनाओं के तहत किसानों को स्प्रे पम्प सहित टमाटर, धनिया व मिर्च इत्यादि मसाला फसलों के बीज की नि:शुल्क किट व दवाएँ सौंपी। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश कुँवर सिंह जाटव ने की।
मेला रोड़ स्थित शासकीय पौधशाला में एकीकृत बागवानी विकास मिशन एवं पौध उत्पादन योजना के तहत चार दिवसीय किसान मेला सह संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस किसान मेले के माध्यम से जिले के लगभग एक हजार किसानों को लाभान्वित कराया गया। मेले के आखिरी दिन जनपद पंचायत मुरार के लगभग 189 किसानों ने मेले में भाग लिया। सांसद श्री कुशवाह ने कहा कि सरकार का मानना है कि किसान सम्पन्न होगा तो देश भी सम्पन्न होगा। इसी भाव के साथ केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिये उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी उद्देश्य से ग्वालियर में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किया गया है।
साथ ही 13 करोड़ रूपए की लागत से खुरैरी में लगभग 70 बीघा रकबे में हाईटेक नर्सरी बनने जा रही है। नूराबाद में लगभग 10 करोड़ रूपए की लागत से एक्सीलेंस सेंटर बनाया गया है, जिसमें किसान उन्नत खेती की बारीकियाँ सीख सकते हैं। उन्होंने इस मौके पर किसानों का आह्वान किया वे यह प्रण लें कि सरकार की अनुदान योजनाओं का लाभ उठाकर उद्यानिकी अपनायेंगे। जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश जाटव ने कहा कि किसान भाई पारंपरिक खेती पर ही निर्भर न रहकर मल्टी क्रॉपिंग व उद्यानिकी खेती भी करें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अपने गाँव मुगलपुरा में ड्रैगन फ्रूट, मैथी, अजवाइन, हल्दी, अंजीर व अमरूद की खेती कर रही हैं, जिससे अच्छा मुनाफा हो रहा है। साथ ही परिवार की आय भी बढ़ी है।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक शैलेन्द्र सिंह कुशवाह व राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के अधिकारी अनिल तोमर ने उन्नत खेती की बारीकियाँ समझाईं। साथ ही सरकार द्वारा उद्यानिकी विभाग के माध्यम से संचालित योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर संयुक्त संचालक उद्यानिकी बृजेन्द्र सिंह भदौरिया मंचासीन थे। स्वागत उदबोधन सहायक संचालक उद्यानिकी एम पी एस बुंदेला ने दिया। साथ ही उद्यानिकी फसलें लेने के बारे में उपयोगी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गत 13 अक्टूबर से शुरू हुए किसान मेला सह संगोष्ठी के माध्यम से जिले के लगभग एक हजार किसानों को लाभान्वित कराया गया है।
मेले के पहले दिन घाटीगाँव विकासखंड के लगभग 248 किसानों ने हिस्सा लिया। दूसरे दिन यानि 14 अक्टूबर को जिले के भितरवार विकासखंड के 142 किसान व तीसरे दिन यानि 15 अक्टूबर को डबरा विकासखंड के 201 किसान मेले में शामिल हुए। मेले के चौथे और आखिरी दिन यानि 16 अक्टूबर को मुरार विकासखंड के 189 किसान लाभान्वित कराए गए। मेले में किसानों को उद्यानिकी विभाग द्वारा नि:शुल्क बैटरी चलित स्प्रे पम्प तथा मिर्च, टमाटर, धनिया व अन्य मसाला फसलों के उन्नत बीज व दवाएँ वितरित की गईं। साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने उन्नत खेती की बारीकियाँ विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में किसानों को समझाईं गईं हैं।
शासकीय पौधशाला का जायजा भी लिया
किसान मेले में भाग लेने के बाद सांसद भारत सिंह कुशवाह ने शासकीय पौधशाला का जायजा भी लिया। उन्होंने पौधशाला को बेहतर बनाने के लिये किए गए प्रयासों की सराहना की है।
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