जीवन के 70 बसंत देख चुकीं लक्ष्मी बोलीं अब हम फिर से समर्थ हो गए हैं ...
जब लक्ष्मी को मंत्री जी ने सहायता उपकरण सौंपे तो उनकी आंखें भर आईं !
ग्वालियर। शरीर के विभिन्न जोड़ों में दर्द की वजह से लक्ष्मी को दो कदम चलना भी दूभर हो गया था। ऊपर से कानों से भी सुनाई देना बंद हो गया। पति का लगभग 16 साल पहले देहांत हो चुका था। उनके तीन बेटे थे, जो मेहनत मजदूरी करने सुबह से ही घर से निकल जाते और लक्ष्मी असहाय हो जातीं। पर अब उन्हें कानों की मशीन, व्हील चेयर और घुटने में दर्द से निजात के लिए नीकैप सरकार ने उपलब्ध करा दिया है। जाहिर है अब वे अपना काम खुद कर लेती हैं।
ग्वालियर शहर के गुढ़ीगुढ़ा क्षेत्र की निवासी श्रीमती लक्ष्मी कुशवाह को जब अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने सरकार की ओर से ये सहायता उपकरण सौंपे तो उनकी आंखें भर आईं। वे कहने लगीं कि सरकार ने मुझे फिर से समर्थ बना दिया है।
जीवन के लगभग 70 बसंत देख चुकीं लक्ष्मी कहती हैं कि सरकार से मिले इन उपकरणों से मुझे ऐसा महसूस होता है कि मेरे युवावस्था के दिन लौट आए हैं। अब हम किसी के मोहताज नहीं रहे हैं। अपने ज्यादातर काम अब हम खुद कर लेते हैं। वे बोलीं इसके लिए मैं ताजिंदगी सरकार की आभारी रहूँगी।
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