G News 24 : प्रियंका ने वायनाड सीट से दाखिल किया पर्चा,हलफनामे में भरी चल-अचल संपत्ति की जानकारी !

 प्रियंका गांधी के पास कितना सोना, चांदी और रुपया... 

प्रियंका ने वायनाड सीट से दाखिल किया पर्चा,हलफनामे में भरी चल-अचल संपत्ति की जानकारी !

प्रियंका गांधी ने बुधवार को वायनाड सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है. इसमें उन्होंने अपने बारे में सभी जानकारी चुनाव आयोग को दी है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करके अपनी चुनावी पारी का आगाज किया और इस मौके पर खुद को स्थानीय लोगों के परिवार का हिस्सा बताते हुए कहा कि वह उनके स्नेह को संजोकर आगे बढ़ेंगी तथा इस क्षेत्र की प्रगति के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगी. यहां खुद देखिए प्रियंका गांधी के हलफनामे की खास बातें-

केस और पढ़ाई

प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में बताया है कि उन पर तीन मुकदमे चल रहे हैं. इसमें धारा 420, 469, 188, 269, 270, 9 और 51 हैं. दो मामले यूपी के हैं और एक मध्य प्रदेश का है. वहीं पढ़ाई की बात करें तो प्रियंका गांधी ने बताया है कि उन्होंने 1989 में दिल्ली के जीसस एंड मैरी से बारहवीं पास की. 1993 में डीयू के जीसस एंड मैरी कॉलेज से साइकोलॉजी में ग्रैजुएशन की. 2010 में इंग्लैंड के University of Sunderland से ओपन डिस्टेंट लर्निंग के तहत Buddhist Studies में पोस्ट ग्रैजुएशन डिप्लोमा किया है.

कितना सोना-चांदी

प्रियंका गांधी ने बताया है कि उनकी कुल चल संपत्ति 4,24,78,689 रुपये है. वहीं उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के पास 37,91,47,432 रुपये की चल संपत्ति है. सोना उनके पास 1,15,79,065 रुपये की कीमत का है. वहीं चांदी 29,55,581 रुपये की है. उनके पास होंडा सीआरवी कार है और ये गिफ्ट में उनके पति ने दी है.

कितने खेत-मकान

प्रियंका गांधी के पास दिल्ली के महरौली में सुल्तानपुर गांव में खेती की जमीन है.  इसकी कीमत 2,10,13,598 रुपये है.  वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला में 7,74,12,598 रुपये का रिहायशी मकान और जमीन है.  वहीं अचल संपत्ति प्रियंका गांधी की 13,89,92,515 रुपये है. उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की अचल संपत्ति 34,04,59,324 रुपये है.

कांग्रेस महासचिव ने अपने राजनीतिक अनुभव की कमी के आरोपों को लेकर नामांकन भरने से पहले की गई जनसभा में विरोधियों को जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उनके पास राजनीति में 35 साल का अनुभव है क्योंकि वह 1989 में अपने पिता राजीव गांधी के साथ 17 साल की उम्र में पहली बार चुनाव प्रचार अभियान में शामिल हुई थीं. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता, पति रॉबर्ट वाद्रा, पुत्र रेहान राजीव वाद्रा, प्रियंका गांधी के राजनीतिक जीवन के इस बेहद महत्वपूर्ण पल के साक्षी बने.

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