दो लोगों की मौत होने और दो गंभीर रूप से घायल...
तेज बारिश के बीच महाकाल मंदिर परिसर की दीवार गिरी
उज्जैन में शुक्रवार शाम को हुई तेज बारिश में महाकाल मंदिर गेट क्रमांक चार की एक दीवार ढह गई, जिसके मलबे में चार लोग दब गए। उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था। जहां दो लोगों की मौत होने और दो लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि हुई है। घायल व मृतकों को अस्पताल पहुंचाने के साथ ही रेस्क्यू टीम राहत कार्य में लगी हुई है। उज्जैन में तेज बारिश का दौर लगातार जारी है। लेकिन यह बारिश महाकाल मंदिर क्षेत्र में आफत बनकर बरस रही है। महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार पर पंडित आनंद शंकर व्यास के मकान के पास तेज बारिश के कारण अचानक दीवार ढह गई, जिससे यहां दुकान लगाकर सामान बेचने वाले लोग दीवार के मलबे में दब गए।
जैसे ही इन लोगों के दबने की सूचना महाकाल मंदिर प्रशासन को लगी उन्होंने तुरंत महाकाल थाना पुलिस व मंदिर कर्मचारियों की सहायता से घायलों को मलबे से बाहर निकाला और उन्हें उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया है। मलबे में कुल चार लोग दबे थे, जिन्हें रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला, जिसमें दो लोगों की मौत और दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना की एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बहुत तेज बारिश हो रही थी। हम छाता लेकर गेट नंबर चार के गेट पर खड़े हुए थे। तभी अचानक दीवार गिर गई, जिससे दो महिला और एक बच्चा दीवार के नीचे दब गया था। शाम 6:30 के लगभग उज्जैन में हुई धुआंधार बारिश का असर कुछ ऐसा हुआ कि महाकाल मंदिर क्षेत्र महाराजवाड़ा में बारिश का पानी लबालब भर गया।
बताया जाता है कि यहां पानी निकलने की कोई जगह नहीं थी। यही कारण रहा कि जब पानी दीवार के पास जगह बनाकर निकलने लगा तो धीरे-धीरे दीवार के पास से पानी निकलने का रास्ता बड़ा होता गया और फिर अचानक यह दीवार भर भराकर नीचे गिर पड़ी। दीवार के नीचे कुछ लोग छतरी लिए खड़े थे। जो की दीवार गिरने से इसके मलबे में दब गए। रेस्क्यू टीम द्वारा घायलों को मलबे से हटाने के साथ ही जेसीबी के माध्यम से भी यहां का रास्ता साफ कर निकाला गया। पुलिस हो या महाकाल मंदिर के कर्मचारी हर कोई यहां का रास्ता साफ करने में जुटा हुआ था, जिससे की मलबे में फंसे लोगों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सके। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उज्जैन एके पटेल ने बताया कि दीवार दुर्घटना में घायल ग्राम उज्जैनिया की शारदाबाई (40) और जयसिंहपुरा उज्जैन की रूही उम्र (तीन) को बॉम्बे हॉस्पिटल इंदौर रेफर किया गया है।
जबकि हादसे में जयसिंहपुरा की फरहीन उम्र 22 साल और शिव शक्ति नगर के अजय पिता ओमनाथ योगी उम्र 27 वर्ष की मौत हुई है। महाराजवाड़ा स्कूल के पास हुई दीवार गिरने की दुर्घटना पर संभागायुक्त उज्जैन संजय गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने चरक अस्पताल पहुंचकर घायलों की स्थिति जानी और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि तेज बारिश के कारण महाराजवाड़ा स्कूल के पास बाउंड्रीवॉल का एक हिस्सा गिरने से चार लोगों के दबे होने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिसे तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन कर जिला अस्पताल लाया गया।
हादसे में दो लोगों की मृत्यु हुई है और अन्य दो लोगों को उपचार के लिए रेफर किया गया है। आरबीसी 6 (4) के तहत मृतकों के परिजनों चार-चार लाख और घायलों को उपचार सहित 50-50 हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी। महाकाल मंदिर के कर्मचारी और रेस्क्यू टीम मलबा साफ करने में जुट गए थे। लेकिन अंधेरे और पानी की वजह से काफी समस्याएं आ रही थी। अस्पताल में अपनी पत्नी शारदा बाई का इलाज करवा रहे सोहनलाल ने बताया कि महाकाल मंदिर के पास गेट नंबर चार के सामने दुकान लगा रहे थे। तभी तेज बारिश होने लगी और अचानक दीवार गिर गई। दीवार गिरने से कुछ लोग इसके मलबे में दब गए, जिसमें मेरी पत्नी शारदा बाई भी शामिल थी, जिसे तुरंत रेस्क्यू कर जिला अस्पताल लाया गया है।
जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे इंदौर रेफर कर दिया गया है। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उज्जैन में महाराजवाड़ा स्कूल के समीप दीवार गिरने से स्थानीय दो लोगों की मृत्यु की अत्यंत ही दुःखद घटना हुई है। घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया है। बाबा महाकाल दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। मध्यप्रदेश शासन की ओर से मृतकों के परिवार को चार-चार लाख तथा घायलों को 50,000 की आर्थिक सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। दुःख की इस घड़ी में शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं।
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