शहर के बिगड़े हालातों पर ली अधिकारियों की क्लास...
मुझे शहर साफ व सडक़ें दुरुस्त चाहिए : निगमायुक्त
ग्वालियर। बरसात के बाद शहर की हालत बिगडी तो निगमायुक्त अमन वैष्णव सख्त नजर आए। उन्होंने शनिवार की सुबह एक के बाद एक स्वच्छ भारत मिशन, जनकार्य विभाग, भवन शाखा तथा एनयूएलएम मिशन विभाग के अधिकारियों को तलब किया और उनसे जानकारी ली कि क्या हो रहा है? निगमायुक्त का टारंगेट रहा शहर में चल रहीं पशु डेयरियां तथा उखड़ी हुई सडक़ें। इन दो बिंदुओं को लेकर वह खासे सक्रिय रहे और स्वच्छता अभियान के नोडल अधिकारी के साथ-साथ वार्ड हेल्थ ऑफिसरों की भी क्लास ले ली। उखड़ी हुई सडक़ों को लेकर निर्देश दिए हैं कि गारंटी पीरिएड की सडक़ों का काम ठेकेदारों से तथा जिनकी गारंटी समाप्त हो गई, उन सडक़ों को सही करने का कार्य नगर निगम द्वारा तीव्र गति से किया जाए।
सभी विभागों के अधिकारियों से निगमायुक्त ने बैठक में साफ व स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि उन्हें शहर साफ व सडक़ें दुरुस्त चाहिए। निगमायुक्त वैष्णव ने सबसे पहले स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रारंभ हो रहे स्वच्छता पखवाड़े को लेकर चर्चा की। इसमें स्वच्छ भारत मिशन देख रहे उपायुक्त सभी सीएचओ, वार्ड हेल्थ ऑफिसर, सहायक हेल्थ ऑफिसर से वन टू वन चर्चा की। इस दौरान पशु डेयरी संचालकों द्वारा सीवर लाइन में गोबर बहाए जाने, समय पर कचरा नहीं उठने, जगह-जगह फैल रही गंदगी, नालों की सफाई न होना जैसे विषयों पर बात की। शहर में हुई बरसात के बाद सडक़ों की क्या हालत हो गई है यह बात किसी से छिपी नहीं है।
सडक़ों की स्थिति सुधारने को लेकर मीटिंग में चर्चा की जा रही है। पता चला है कि जनकार्य विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि जितनी जल्दी हो सडक़ों की हालत सही करवाई जाए। जिन सडक़ों से होकर भगवान गणेश को विसर्जन के लिए जाना है, उन सडक़ों पर बहुत तेजी से काम होना चाहिए, जिससे किसी को असुविधा न हो। शहर में जर्जर हो चुके तथा भयप्रद स्थिति में पहुंच चुके भवनों को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जो भवन जर्जर हो गए हैं उन्हें तोडऩे की बात कही गई है। भवन स्वामियों को मोटिस देकर खाली कराने तथा जहां विवाद की स्थिति है वहां आपसी समन्वय बनाने को कहा है जिससे बरसात के चलते कोई घटना न घटित हो जाए।
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