आ बैल मुझे मार की कहावत को चरितार्थ कर रहा है...
ग्वालियर में 6 अक्टूबर को होना है बांग्लादेश के साथ T20 मैच, कई संगठन कर चुके विरोध !
हिंसा, हिंदुओं पर हमले तथा तख्तापलट से बेहाल बांग्लादेश में 3 अक्टूबर से होने वाले महिला T20 वर्ल्ड कप को यूएई में शिफ्ट कर दिया गया है दूसरी ओर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड 19 अक्टूबर से उसी हिंसाग्रस्त देश जहां हिंदू टार्गेट किए जा रहे हैं की बांग्लादेश टीम को टी20 और टैस्ट सीरीज खेलने आमंत्रित करके “आ बैल मुझे मार की कहावत को चरितार्थ कर रहा है” वह भी यह जानते हुए भी कि भारत में तमाम हिंदूवादी संगठन बांग्लादेश के भारत में क्रिकेट खेलने आने का जोरदार विरोध कर रहे हैं और ग्वालियर में तो बांग्लादेश को नहीं घुसने देने के साथ कालिख पोतने और पिच खोदे जाने तक की धमकी दी जा चुकी है।
बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखते हुए महिला T20 वर्ल्ड कप को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. महिला T20 वर्ल्ड कप बांग्लादेश से UAE शिफ्ट हो गया है. 3 अक्टूबर से UAE में महिला T20 वर्ल्ड कप खेला जाएगा. जिसको लेकर आईसीसी ने अपनी वेबसाइट पर रिपोर्ट जारी कर कंफर्म किया है. देश में बने हालात के चलते ये फैसला लिया गया है. ऐसे में कई टीमों ने बांग्लादेश की यात्रा करने से इनकार किया था. जिसको देखते हुए अब बांग्लादेश से UAE शिफ्ट किया गया है. इसके बाद विश्व कप के मुकाबले अब दुबई और शारजाह में खेले जाएंगे. हालांकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के पास मेजबानी के अधिकार बने रहेंगे.
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने कहा कि मैं बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को देश में इस आयोजन की मेजबानी के लिए हर संभव रास्ता तलाश करने के लिए शुक्रिया कहना चाहता हूं. लेकिन टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली कई टीमों की सरकार की ओर से यात्रा संबंधी सलाह के कारण यह मुमकिन नहीं था. बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही हालात सही नहीं है. आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी कड़ी में शेख हसीना को भी अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी. चूंकि इस बिगड़े हालात के बाद जहां शेख हसीना भारत में शरण लिए हुए हैं तो दूसरी ओर बांग्लादेश में लाखों हिंदुओं पर हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है।
चूंकि वहां सुनियोजित ढंग से हिंदुओं के मंदिर तोड़े जा रहे हैं ,माता बहनों के साथ घिनौने कृत्य किए जा रहे हैं साथ ही घरों मंदिरों में आग लगाई जा रही है इस हिंसाचर के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने की बात भी सामने आ रही है। इसके बाद भारत में बांग्लादेश के खिलाफ प्रदर्शन और जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। अब जैसे ही विरोध करने वालों को इस बात का पता चला है कि बांग्लादेश क्रिकेट टीम 19 अक्तूबर से भारत मैच खेलने आ रही है उसके खिलाफ विरोध भड़का हुआ है। चूंकि ग्वालियर में भी 6 अक्टूबर को बांग्लादेश के साथ टी20 मैच प्रस्तावित है उसके खिलाफ भी विरोध के स्वर उठ रहे हैं। अभी तक प्रदर्शन, पुतला दहन के साथ प्रधानमंत्री मोदी को मैच स्थगित कराने के लिए खून से लिखा पत्र भेजा जा चुका है।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि बांग्लादेश के साथ मैच रद्द नहीं किया गया तो वे उसे ग्वालियर में नहीं घुसने देंगे,कालिख पोतेंगे तथा मैदान की पिच खोद देंगे। आश्चर्य की बात है कि इतना सबकुछ होने के बावजूद मैच की आयोजक बीसीसीआइ चुप्पी साधे है ,समझ से परे है जो बांग्लादेश खुद अपने यहां माहौल को शांत रखने के उद्देश्य से टी20 विश्व कप कराने इंकार कर चुका है वहीं बांग्लादेश भारत में व्याप्त आक्रोश के बावजूद यहां सीरिज टालने की बात क्यों नहीं कर रहा। उधर बीसीसीआई भी ऐसे माहौल में बांग्लादेश टेस्ट सीरिज और टी20 श्रृंखला को आगे बढ़ाने का निर्णय क्यों नहीं ले रहा यदि मैच के दौरान कोई अप्रिय स्थिति निर्मित होती है तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?
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