G News 24 : ग्वालियर क्षेत्र में 48 घंटों से लगातार हुई मूसलाधार बारिश के बीच जिला प्रशासन ने चलाया रेस्क्यू !

डूब क्षेत्र एवं भयप्रद मकानों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजकर उन्हें भोजन पानी उपलब्ध कराया !

 ग्वालियर क्षेत्र में 48 घंटों से लगातार हुई मूसलाधार बारिश के बीच जिला प्रशासन ने चलाया रेस्क्यू !

ग्वालियर। शहर में विगत 48 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण शहर में अनेक स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गई। इस स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम द्वारा विगत 48 घंटे से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। नगर निगम आयुक्त श्री अमन वैष्णव के निर्देश पर निगम के सभी अधिकारियों को फील्ड पर तैनात किया गया है। बारिश के कारण अनेकों पेड् भी गिर गए हैं। इन पेड़ों को हटाने के लिए नगर निगम के पार्क विभाग का अमला लगातार कार्य कर रहा है। बारिश के कारण जर्जर मकानों में निवास करने वाले कई परिवारों को नगर निगम द्वारा सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। वहीं पीड़ित परिवारों को निगम के द्वारा भोजन-पानी  उपलब्ध कराया गया है। 

विगत 48 घंटों से हो रही बारिश के कारण शहर में अनेकों स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गई है। निचली बस्तियों में भरे पानी की निकासी के लिए नगर निगम का सफाई एवं दमकल विभाग का अमला नियमित रूप से कार्य कर रहा है। रमौआ बांध ओवरफ्लो होने के कारण मुरार नदी में तादाद से कहीं अधिक पानी आ गया। इसके कारण हुरावली में जलभराव की स्थिति बन गई। नगर निगम द्वारा हुरावली पर दुकानों एवं मकानों को खाली कराकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। इसी प्रकार गोल पहाड़िया पर रोड् धसकने के कारण 16 जर्जर मकान में निवास करने वाले परिवारों को निगम एवं प्रशासन ने खाली कराया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया । वहीं वार्ड क्रमांक 27 स्थित  रामनगर में 6 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।  

बाँधों से लगातार छोड़ा जा रहा है पानी, लोगों से सावधान रहने की अपील 

पिछले दिनों से लगातार जारी बरसात से तिघरा, रमौआ, ककैटो, अपर ककैटो, पहसारी व हरसी सहित ग्वालियर जिले के सभी प्रमुख बांध पानी से लबालब हो गए हैं। साथ ही सभी डैमों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने इन बांधों के कमाण्ड क्षेत्र व डाउन स्ट्रीम (निचले क्षेत्र) में बसे गाँवों के निवासियों से सावधान रहने की अपील की है।

जल निकासी के लिए जेसीबी से कराया नालियों का गहरीकरण

नगर निगम द्वारा शहर में अनेकों स्थानों से जल निकासी के लिए कई टीमें बनाई गइ्रं। सड़कों पर भरे पानी की निकासी के लिए नगर निगम द्वारा बारिश में बहकर आई गंदगी को साफ कर निकासी को सुचारू रूप से चालू कराया गया। इसके साथ ही निचली बस्तियों के लिए पानी को निकालने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद से फूलबाग, शंकरपुर, इत्यादि स्थानों पर नाली का गहरीकरण कर व्यवस्था की गई। 

चैक सीवर लाइनों को खोला गया

नगर निगम के सफाई अमले द्वारा बारिश के कारण बहकर आई गंदगी से बंद हुए सीवरों को मशीनों के माध्यम से खोला गया साथ ही सीवर में जल निकासी की व्यवस्था की गई। वार्ड 21 में नाले पर पटिया रखकर आमजनों द्वारा अतिक्रमण किया गया था। नगर निगम ने मौके पर पहुंचकर पटिया को हटाया और जल निकासी की व्यवस्था की। वहीं एयरपोर्ट के पास एयरपोर्ट अधिकारियों और नगर निगम के अधिकारियों ने निरीक्षण कर जलभराव का जायजा लिया। 

निगम ने सामुदायिक भवनों एवं आश्रय भवनों को किया राहत शिविर

नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव के निर्देश पर नगर निगम द्वारा बारिश के कारण जर्जर हो चुके मकानों को खाली कराया गया। इसके साथ ही इन मकानों में निवास करने वाले लोगों के रूकने के लिए सामुदायिक भवनों एवं आश्रय भवनों को किया राहत शिविर बनाया गया है।

एसडीआरएफ,जिला प्रशासन और भारतीय थल सेना (आर्मी ) ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन

डबरा ब्लॉक  के नॉन नदी के किनारे पर बसे ग्राम नुन्हारी में भारतीय थल सेना (आर्मी ) द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। ये गाव चारों तरफ पानी से घिर गया था। इसलिए किसी भी प्रकार की अनहोनी से ग्रामीणों को बचाने के लिए आर्मी ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को गांव से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।  रेस्क्यू ऑपरेशन  में आर्मी के  ब्रिगेडियर रैंक के सीनियर अधिकारी एवं उनकी पूरी टीम मुस्तैदी के साथ  ऑपरेशन में जुटी रही। इस दौरान आर्मी के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, एसडीम डबरा, तहसीलदार बिलौआ एवं अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।  

थल सेना की दो टुकड़ी भी कर रही हैं बचाव कार्य में मदद 

जिले में अतिवृष्टि से निर्मित हुई जल भराव की स्थिति से प्रभावित गाँवों व शहरी क्षेत्र में सेना की भी मदद ली जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा पत्र के जरिए सहायता मांगे जाने पर थल सेना भी बचाव कार्य में मदद कर रही है। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने बताया कि आर्मी कैन्ट मुरार की दो बड़ी टीमें बचाव कार्य में सहयोग के लिये आ गई हैं। एक टीम मुरार क्षेत्र में और दूसरी टीम डबरा क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग करने में जुटी हैं। एनडीआरएफ की टीमें भी ग्वालियर जिले में बचाव कार्य में सहयोग के लिये पहुँच चुकी हैं। 

डबरा उपजेल में भरा पानी,जेल में बंद कैदियों को दूसरी मंजिल पर किया गया शिफ्ट ! 

डबरा में बारिश का कहर बरकरार, आफत बनकर बरसे बादल, पूरी धरती ने पानी की ओढ़ ली सफेद चादर, डबरा उपजेल में भरा चौतरफा पानी।जेल परिसर में बंद कैदियों को दूसरी मंजिल में शिफ्ट किया गया है वहीं पुरी जेल में तीन-तीन फीट पानी भरा हुआ है जेलर महेश शर्मा के आवास में पानी भरा है गाड़ियां डूब गई है कैदियों के लिए बड़ी विचित्र स्थिति बन गई है पीने के पानी को बाहर से ट्रैक्टर में लेकर लाया जा रहा है । 2 दिन से हो रही मुशलाधर बारिश से बिगड़े डबरा भितरवार के हालात। उपजेल डबरा का एरिया तालाब में तब्दील हो गया है, 2 से 4 फिट तक पानी भरा। इन सब का दोषी प्रशासन और भू माफिया हैं जिन्होंने नाले पर कब्जा कर मकानों के निर्माण करवादिए हैं।

जल भराव से प्रभावित ग्रामों से अब तक 525 से अधिक लोगों का किया गया रेस्क्यू 

जिले की डबरा तहसील के ग्राम सेंकरा व खेड़ीरायमल में पानी के बीच फंसे लगभग 125 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जिले के विभिन्न ग्रामों से कुल मिलाकर अब तक लगभग 525 लोगों को जिला प्रशासन व जनपद पंचायतों की टीमों द्वारा एसडीआरएफ के सहयोग से सुरक्षित निकाला गया है। इन सभी लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में आश्रय दिलाया गया है। जिला प्रशासन द्वारा राहत शिविरों में खाद्य पदार्थों व दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। अतिवृष्टि से प्रभावित जिले के ग्रामों में संयुक्त टीमें लगातार भ्रमण कर लोगों की मदद कर रही हैं। 

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने बताया कि डबरा तहसील के ग्राम सेंकरा में चारों ओर से हुए जल भराव में फंसे लोगों को निकालने के लिये राज्य शासन के माध्यम से हैदराबाद से एनडीआरएफ का दल विशेष विमान से ग्वालियर रवाना हुआ था। साथ ही हैलीकॉप्टर भी बुलाए गए थे। लेकिन स्थानीय स्तर पर ही जिला प्रशासन व जनपद पंचायत के संयुक्त दलों ने कड़ी मेहनत व सूझबूझ के साथ एसडीआरएफ के सहयोग से ग्राम सेंकरा व खेड़ीरायमल में पानी के बीच फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। इसलिए हैदराबाद से आ रहे दल के सहयोग की जरूरत नहीं पड़ी। 

जिला पंचायत सीईओ के नेतृत्व में दिनभर बचाव कार्य में जुटी रहीं टीमें 

कलेक्टर श्रीमती चौहान के निर्देश पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक कुमार गुरुवार को दिन भर जिले के जल भराव वाले गाँवों के भ्रमण पर रहे। उन्होंने क्षेत्रीय एसडीएम, जनपद पंचायतों के सीईओ, विद्युत वितरण कंपनी व खाद्य विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न ग्रामों में सफलतापूर्वक रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिलाया। साथ ही क्षेत्रीय ग्राम पंचायतों के सहयोग से राहत शिविरों में भोजन के पैकेट भी वितरित करवाए। उन्होंने अपनी मौजूदगी में ग्राम लिधौरा और मिलघन में लोगों को संयुक्त टीमों के सहयोग से सुरिक्षत रूप से बाहर निकलवाया। 

इन गाँवों से किया लोगों को रेस्क्यू 

जिला प्रशासन, जनपद पंचायत व अन्य विभागों की संयुक्त टीमों ने एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रबंधन दल) ने आदिवासी का पुरा उटीला से 15 लोगों, सासन भितरवार से 38, नंदों का डेरा डबरा से 70, खेड़ीरायमल व सेंकरा डबरा से लगभग 140, गुरुनानकनगर डबरा से लगभग 135 व ग्राम इकहरा तहसील तानसेन से लगभग 50 लोगों को सुरक्षित रूप से पानी से बाहर निकालकर राहत कैम्पों में पहुँचाया गया है। इसके अलावा ग्राम मिलघन व लिधौरा से भी लगभग 40 लोगों का सफल रेस्क्यू किया गया है। जिला प्रशासन की टीमें अभी भी प्रभावित गाँवों में राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में पहुँचकर राहत व बचाव कार्यों का जायजा लिया। 

अतिवर्षा से निर्मित स्थितियों की वजह से जिले में चार लोगों की मृत्यु

ग्वालियर जिले में पिछले दिनों से लगातार जारी भारी बारिश की वजह से निर्मित हुई स्थितियों से जिले में चार लोगों की मृत्यु हुई है। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं के पालन में जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही मृतकों के परिजनों को 4 – 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के घाटीगाँव के अंतर्गत पाटई नाला में एक व्यक्ति के तेज बहाव में बह जाने की सूचना जिला प्रशासन को मिली है। इसके अलावा जखारा ग्राम में कच्चा मकान गिरने से श्रीमती उमा बघेल, ग्राम सेंथरी में कच्चा मकान गिरने से श्री मुकेश बघेल व ग्राम कोसा में कच्चे मकान के गिरने से अमन पुत्र धर्मेन्द्र रावत की मृत्यु हुई है।

अभी भी है भारी बारिश का अनुमान, असुरक्षित घरों में न रहने की अपील 

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने कहा है कि मौसम विभाग द्वारा आगे भी भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इसलिए समस्त जिलेवासी पूरी सावधानी बरतें। उन्होंने अपील की है कि यदि उनके घर की दीवारें व छत कमजोर हो तो वे जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित किए गए शासकीय भवनों में आश्रय ले लें या फिर अपने रिश्तेदारों के घर चले जाएँ। ज्ञात हो जिले में गुरुवार की सुबह तक लगभग 1008 एमएम बारिश हो चुकी थी, जो पिछले साल से 463.8 एमएम अधिक है। पिछले साल इस अवधि में 544 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। 


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