रूमाल में लिपट मिले गहने बने कंकड...
एक बार फिर एक्टिव हुआ ठगों का नेटवर्क,महिला को सम्मोहित कर उतरवाये जेवर !
ग्वालियर। शहर में सम्मोहित करके ठगी का नेटवर्क फिर से एक्टिव हो गया है, ये ठग लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे है और पुलिस अभी भी खाली हाथ है। ये लोग लालच या भय दिखाकर महिलाओं को जाल में फंसाकर जेवर उतरवा लेने वाले गैंग ने फिर एक लूट की घटना को अंजाम दे रहे है। एक 10 वर्षीय लड़का और दम्पत्ति ने महिला को सम्मोहित कर गहने उतारकर एक रूमाल में लपेट कर बैंग में रख दिये और एक नोटों की गड्डी देकर रिक्शा में बैठा दिया। कुछ दूर चलने के बाद जब महिला को होश आया तो उसने बेटे को यह कहकर कॉल किया कि उसके पास बहुत पैसे हैं वह आकर ले जाये।
जब पीडि़त महिला का बेटा आया और उसने देखा कि मां का मंगलसूत्र व कान के टॉप्स गायब है तो इस पर मां ने उसे बताया कि बैग में रखे हैं। रूमाल खोला उसमें गहनों की जगह कंकड व गुटखा का पाउच निकला। जबकि रूपये की गड्डी की जगह कागज की रद्दी निकली है। घटना शिन्दे की छावनी छप्परवाला पुल से नदीगेट के बीच की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। घटना को अंजाम देने वाले सीसीटीवी मे कैद हो गये।
शहर के इंदरगंज शिंदे की छावनी स्थित खल्लासीपुरा निवासी 42 वर्षीय मुन्नी पत्नी गुलाब सिंह गृहिणी है। एक दिन पहले वह बाजार के लिए जा रही थी। अभी वह छप्पर वाले पुल पर पहुंची ही थी कि तभी एक 10 से 12 वर्षीय लड़का उनके पास आया और दस रुपए मांगे। साथ ही बताया कि वह जहां पर काम करता था, वहां उसके मालिक ने उसे काम से भगा दिया है। उसकी बात सुनकर उसने पर्स खोला, लेकिन खुल्ले रुपए नहीं होने पर मना किया। तभी एक 25 वर्षीय युवक व युवती उसके पास आए और डबरा जाने का रास्ता पूछा।
रूमाल दिखाया तो महिला खो बैठी सुध बुध
मुन्नी देवी रास्ता बता रही थी कि तभी युवती ने उसे रूमाल दिखाया और वह अपनी सुध-बुध खो बैठी और वह उसे नदी गेट की तरफ लेकर पहुंचे। वहां पर युवती ने उससे जेवर उतारने को बोला तो उसने उतार दिए। इसके बाद युवती ने कपड़े में जेवर बांधे तथा एक नोटों की गड्डी एक थैले में रखे और उसे एक ऑटो रिक्शा में बिठा दिया।
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