G News 24 : 48 घंटे में आफत की बारिश ने ग्वालियर संभाग में मचाई तबाही !

 दतिया में किले की 400 साल पुरानी दीवार ढही, अबतक 7 लोगों की मौत !

48 घंटे में आफत की बारिश ने ग्वालियर संभाग में मचाई तबाही !

ग्वालियर चंबल अंचल में 36 घंटे से हो रही भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। गुरूवार को बारिश के पानी से नदी नालों ने विकराल रूप धारण कर लिया है। लगातार बारिश से अब अचानक पहाड़ टूटकर गिर रहे है। इससे हाइवे का रास्ता जाम हो गया है।डबरा कोटरा के बीच सिंध नदी के पास रेलवे ट्रेक की मिटटी व गिटटी बह गई, जिस कारण ग्वालियर झांसी डाउन ट्रेक धंसकने से रेल यातायात रोकना पड़ा। समाचार लिखे जाने तक रेलवे ट्रेक को व्यवस्थित किये जाने का कार्य जारी था।

नाले में बह गया किशोर,लाश 500 मीटर दूर स्टॉप डैम पर मिली !

आरोन-पाटई में गत रोज गांव के उफनते नाले में बहे 11 वर्षीय किशोर के शव को एनडीआरएफ और पुलिस की टीम ने गुरवार को सर्चिंग अभियान चलाकर 24 घंटे बाद नाले से करीब 500 मीटर दूर स्टॉप डैम के पास से बरामद कर लिया है। मृतक किशोर अपने दोस्तों के साथ उफनते नाले को देखने पहुंचा था तभी पैर फिसलने से वह उसमें गिरकर बह गया था। सूचना मिलने पर एनडीआरएफ पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी और सचिन इवेंट चलाया था लेकिन कई घंटे तक किशोर का पता नहीं चला था। एनडीआरएफ और पुलिस की टीम ने मामला दर्ज कर किशोर के शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया है।

बता दें कि ग्वालियर के आरोन थाना क्षेत्र के पाटाई गांव में किशन पुत्र मनोज जाटव रहता है। ग्वालियर और आसपास के इलाकों में मंगलवार देर रात से ही तेज बारिश हो रही थी। जिसके चलते गांव के नदी नाले उफान पर बह रहे थे। इसी बारिश के चलते पाटाई गांव का नाला भी तेज गति से बह रहा था। उसी को देखने के लिए गत रोज मनोज का 11 वर्षीय बेटा मनीष अपने कुछ दोस्तों के साथ नाले के पास पहुंचा था। तभी उसका अचानक पैर फिसल गया था और वह बहते नाले में जा गिरा था। मनीष के नाले में बहते ही उसके साथियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया था। शोर सुनते ही वहां मौजूद कुछ अन्य ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को फोन पर दी थी। 

युवक की नाले में बहने की सूचना मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर जा पहुंची थी और किशोर को काफी देर तक सर्चिंग अभियान चलाकर तलाश किया था। लेकिन तेज बारिश और शाम होने के चलते रेस्क्यू टीम को अपना सर्चिंग अभियान बीच में ही रोकना पड़ा था। इसके बाद एनडीआरएफ और पुलिस की टीम ने गुरुवार को एक बार फिर से सर्चिंग अभियान चलाकर किसी मृतक किशोर मनीष के शव को नाले से बरामद कर लिया है।

मामले की जानकारी देते हुए आरोन थाना प्रभारी अतुल सिंह ने बताया कि तेज बारिश के चलते पाटई गांव का नाला तेजी से बह रहा था, तभी पैर फिसलने से एक 11 वर्षीय किशोर उसमें गिरकर बह गया था। गुरुवार को सर्चिंग इवेंट चलकर किशोर के शक को नल से कुछ सौ मीटर की दूरी पर से बरामद कर पोस्टमार्टम हाउस भेजकर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

भूस्खलन से हाइवे जाम, पुलिस बचाव में जुटी

ग्वालियर झांसी हाइवे पर पहाड़ टूटकर सड़क पर पत्थर आने से दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। घटना बिलौआ थाना क्षेत्र के जौरासी की है। मामले का पता चलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा और एक तरफ का रास्ता स्थानीय लोगों की मदद से साफ कराकर एक तरफ से वाहनों को निकालवाया। इस दौरान घटों हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रही। 

गुरूवार सुबह अंचल में हो रही लगातार बारिश के चलते जौरासी पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर टूटकर हाइवे पर आ गिरे। अचानक हुई घटना से दो से तीन वाहन चालक हादसे का शिकार होने से बचे। हादसा देख कर दोनों तरफ वाहन रूक गए और कुछ ही देर में दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारं लग गईं। मामले का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंची पुलिस ने सबसे पहले स्थानीय लोगों की मदद से एक साइड से पत्थरों को हटवाकर रास्ता साफ कराया और उसके बाद दोनों तरफ के वाहन इसी मार्ग से निकाले। किसी तरह का हादसा ना हो इसके लिए थाना प्रभारी इला टण्डन, जौरासी चैकी प्रभारी पूनम कटारे बल के साथ ही यहां पर तैनात रही और पुलिस टीम ने पहाड़ी से गिरने वाले पत्थरों पर नजर बनाये रखी, जिससे वाहन चालक हादसे का शिकार ना हो सकें। 

तेज बहाव के कारण अचानक पुलिया टूटी,सड़क धंसी !

बेहट सर्किल में भदावना के पास गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली पुलिया अचानक टूट गई. जैसे ही यह खबर फैली मौके पर पुलिस पहुंच गई. पुलिया पर जाने से रोक लगा दी गई है. हालांकि, इस हादसे में किसी तरह की कोई जनहानि की सूचना नहीं है. पुलिस ने वहां बैरिकेडिंग कर दी है.

पुलिया के पास लोगों की भीड़ लगी हुई थी. पुलिस ने सभी लोगों को वहां से हटाया और वापस जाने के लिए कहा. प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि आम जन इस समय किसी भी प्रकार का रिस्क न लें. लोग जलभराव के स्थानों से दूर रहें. बता दें कि ग्वालियर मे बीते 24 घंटे से लगातार पानी बरस रहा है. ऐसे में प्रशासन ने लोगों से अपील की कि खुद को सुरक्षित रखें.

 लगातार बारिश से रेलवे ट्रेक की मिटटी बह जाने रेल की रफ़्तार पर लगा ब्रेक 

अंचल में हो रही मूसलाधार बारिश से ग्वालियर झांसी के बीच डबरा कोटरा के बीच सिंध नदी के ब्रिज के पास 1176 किलोमीटर क्रमांक पर 9 मीटर क्षेत्र में लगभग 11 बजे रेलवे ट्रेक मिटटी गिटटी बह गई। जिससे रेलवे ट्रेक धंसक कर असुरक्षित हो गया। इसकी सूचना रेलवे स्टाफ ने अधिकारियों को दी। जिसके बाद डाउन ट्रेक की ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया। रेलवे अधिकारियों ने तत्काल रेलवे ट्रेक की मरम्मत का कार्य शुरू भी किया, लेकिन लगातार हो रही बारिश से मरम्मत कार्य में दिक्कत आई। लगभग 150 श्रमिक ट्रेक ठीक करने के कार्य में लगे हैं। सीनियर डीईएन भी मौके पर मौजूद हैं। इसी के चलते डाउन ट्रेक की सभी ट्रेनों को तीसरी लाइन से निकाला गया। रेलवे झांसी मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि अभी ट्रेक की मरम्मत का कार्य जारी है और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा  ने भी जानकारी लेकर डाउन ट्रेक शीघ्र ठीक करने के निर्देश दिये हैं। 

 दतिया में किले की 400 साल पुरानी दीवार ढही, अबतक 7 लोगों की मौत !

मध्य प्रदेश के दतिया में राजगढ़ किले की दीवार गिरने से बड़ा हादसा हुआ है। घटना सुबह करीब साढ़े तीन बजे की बताई जा रही है। यहां लगातार हो रही बारिश के कारण किले की दीवार ढह गई। इस घटना में 9 लोग दब गए थे। इनमें 7 लोगों की मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि किले की दीवार जर्जर थी। सुबह करीब साढ़े 3 बजे बहुत तेज आवाज आई। जब लोग बाहर निकले तो देखा तो किले की दीवार गिर गई है। इसके बाद मौके पर मौजूद लोग हालात का जायजा लेने आगे बढ़े। उन्होंने देखा की अंदर 9 लोग दब गए हैं। दबने वाले लोगों में से स्थानीय लोगों की मदद से दो लोगों को तुरंत मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाल लिया। हालांकि, 2 को ही सुरक्षित निकाला जा सका। जबकि सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक ही परिवार के 5 सदस्य शामिल हैं। बाकी दो लोग परिवार के मुखिया की बहन और बहनोई हैं।

इससे पहले लोगों ने रेस्क्यू की गति धीमी होने का आरोप लगाकर सुबह करीब 8 बजे हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि मलबा हटाने में लापरवाही बरती जा रही है। पुलिस ने उन्हें शांत करवाया। दतिया कलेक्टर संदीप मकीन ने घटना पर दुख जताते हुए बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

इनकी गई जान

  • निरंजन वंशकार
  • ममता पत्नी निरंजन
  • राधा पिता निरंजन
  • सूरज पिता निरंजन
  • शिवम पिता निरंजन
  • प्रभा पत्नी किशन वंशकार
  • हादसे में ये घायल

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